रांची: प्रदेश में प्रमुख विपक्षी दल झारखंड मुक्ति मोर्चा ने आरोप लगाया है कि उनसे जुड़े मामलों पर चुनाव आयोग आचार संहिता का हवाला देता है, लेकिन बीजेपी के मामले में वो 'लाचार संहिता' हो जाता है. झामुमो केंद्रीय महासचिव और प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने सोमवार को कहा कि हैरत की बात है कि जिस दिन झारखंड में मतदान होते हैं, उस उस दिन प्रधानमंत्री यहां होते हैं.
उन्होंने कहा कि पीएम या बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के खिलाफ आचार संहिता का कोई मामला दर्ज नहीं हो रहा है. सोमवार को प्रदेश के चार संसदीय इलाकों में वोटिंग के बाद भट्टाचार्य ने कहा कि चारों सीटों पर महागठबंधन काफी मजबूती से उभरेगा. उन्होंने कहा कि रांची संसदीय सीट पर जिस तरह से वोटिंग प्रतिशत सामने आ रहा है, उससे तस्वीर बिल्कुल साफ है कि बीजेपी प्रत्याशी की हार तय है. उन्होंने कहा कि कोडरमा में झाविमो सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी जीतेंगे.
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन ने वोटिंग के समय वो गले में झामुमो का पट्टा पहने हुए रहे. इसको लेकर बीजेपी में बेचैनी हो रही है. उन्होंने कहा कि बीजेपी प्रवक्ताओं को पूरी जानकारी होनी चाहिए कि झामुमो का प्रत्यक्ष रूप से रांची संसदीय इलाके में कोई उम्मीदवार नहीं है और ना ही सोरेन ने उस पट्टे का उपयोग प्रचार के लिए किया है.
उन्होंने कहा कि भाजपा की खिसियानी बिल्ली खंबा नोचे जैसी हालत हो गई है. यही वजह है कि बीजेपी ने इस मामले में चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाया है. बीजेपी नेता और प्रदेश से राज्यसभा सांसद महेश पोद्दार ने कहा कि प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को लेकर विपक्ष की टिप्पणी सही नहीं है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का कार्यक्रम बहुत सोच-समझकर बनता है. बिना तैयारी के वो कहीं आते-जाते नहीं हैं.