रांची: सत्तारूढ़ बीजेपी द्वारा झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन और उनके परिवार पर सीएनटी एक्ट उल्लंघन का लगातार आरोप लगाया जा रहा है. इसको लेकर झारखंड मुक्ति मोर्चा ने पलटवार करते हुए रांची के नवनिर्वाचित सांसद संजय सेठ पर गंभीर आरोप लगाया है. जेएमएम ने संजय सेठ पर ट्रस्ट के नाम पर आदिवासियों की जमीन हड़पने का आरोप लगाया है.
जेएमएम के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से अपनी बातों को रखते हुए कहा है कि बीजेपी हेमंत सोरेन से घबराकर चुनाव से पहले आरोप लगा रही है, जबकि सही तरीके से जांच हो तो कई पूर्व सांसद, विधायक और मंत्री भी सीएनटी एक्ट उल्लंघन के दायरे में आएंगे.
ये भी पढ़ें: झारखंड की बेटी इटली में लहराएगी परचम, आज वर्ल्ड यूनिवर्सिटी एथलेटिक्स चैंपियनशिप में पेश करेगी दावेदारी
इसके साथ ही उन्होंने बीजेपी के राज्यसभा सांसद समीर उरांव और उनके भाई पर भी आदिवासी जमीन हथियाने को लेकर सबूत के साथ निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि एसआईटी के रिपोर्ट के तहत लगभग 600 से ज्यादा सीएनटी एक्ट और 400 से ज्यादा एसपीटी एक्ट उल्लंघन के मामले हैं, लेकिन उसमें कहीं भी हेमंत सोरेन का नाम नहीं होगा. उन्होंने कहा कि उस रिपोर्ट को सार्वजनिक किया जाना चाहिए, लेकिन वर्तमान सरकार जानबूझकर इसे सार्वजनिक नहीं कर रही है ताकि कॉरपोरेट घरानों को लाभ पहुंचाया जा सके.