रांची: झारखंड इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल के समापन समारोह के दौरान जो हुआ वो झारखंड के लिए काफी शर्मसार रहा. पर्यटन एवं कला संस्कृति मंत्री अमर कुमार बाउरी की मौजूदगी में जो नजारा समारोह के दौरान देखने को मिला इसकी कल्पना किसी ने भी नहीं की थी. अब इसको लेकर मंत्री और एसोसिएशन के अध्यक्ष ने अपनी-अपनी राय दी है.
राजधानी में आयोजित झारखंड इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल से जुड़े इवेंट में उपजे विवाद को लेकर राज्य के कला एवं संस्कृति मंत्री अमर कुमार बाउरी ने कहा कि किसी भी अवॉर्ड फंक्शन में कंट्रोवर्सी होती है. उन्होंने कहा कि यह इसलिए होता है क्योंकि सभी लोग समझते हैं कि वो ही बेस्ट हैं. उन्होंने दावा किया कि लोग कितना भी आयोजन को खराब कहें, लेकिन आयोजन अच्छा हुआ है और कम से कम झारखंड में इस तरह का फिल्म फेस्टिवल होना अपने आप में एक उपलब्धि है.
अध्यक्ष ने किया प्रेस कॉन्फ्रेंस
वहीं जिफा के अध्यक्ष ऋषि प्रकाश मिश्रा ने सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन कर मीडिया के समक्ष अपनी सफाई दी है. उन्होंने अपनी सफाई में कहा है कि किसी से भी पैसे नहीं लिए गए थे. उन्होंने कहा कि उन्होंने अपने पैसे से इस आयोजन को सम्पन्न कराया है. उन्होंने कहा कि लाल विजय नाथ शाहदेव जैसे इंसान को समझने में भूल हुई है.
आयोजक और कलाकार में विवाद
1 फरवरी से 3 फरवरी तक आयोजित झारखंड इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल के समापन समारोह में आयोजकों और कलाकारों के बीच में जमकर आरोप-प्रत्यारोप हुआ था.बॉलीवुड निर्देशक और फिल्म फेस्टिवल कमेटी के सदस्य ने आयोजकों पर पैसे लेकर अवार्ड बांटने का आरोप लगाया था.