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अधर में लटका इंटरनेशनल हॉकी स्टेडियम का एस्ट्रोटर्फ, स्कूल के ग्राउंड में प्रैक्टिस करने को मजबूर खिलाड़ी

रांची के एस्ट्रोटर्फ हॉकी स्टेडियम का सिंथेटिक टर्फ बदलने के लिए 2018 में ही योजना बनाई गई थी. लेकिन अबतक इस ओर किसी का भी ध्यान नहीं गया है. मामले में जेएसएसपीएस को इसकी जिम्मेवारी दी गई थी. वो भी अबतक फेल नजर आ रही है.

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Published : Mar 31, 2019, 9:14 PM IST

इंटरनेशनल हॉकी स्टेडियम

रांची: कुछ महीने पहले मोरहाबादी के के एस्ट्रोटर्फ हॉकी स्टेडियम को सिंथेडिक टर्फ बदलने की योजना बनाई गई थी. लेकिन यह योजना फिलहाल धरी की धरी रह गई है. खेल प्राधिकरण द्वारा सारा ठीकरा JSSPS पर फोड़ा जा रहा है. फिलहाल इस मामले पर ने JSSPS चुप्पी साध ली है.

दरअसल वर्ष 2018 में रांची के एस्ट्रोटर्फ हॉकी स्टेडियम का सिंथेटिक टर्फ बदलने की योजना बनाई गई थी. इसे लेकर JSSPS को जिम्मेदारी सौंपी गई थी. क्योंकि इसके देखरेख का जिम्मा जेएसएसपीएस को विभाग द्वारा एक एमयू के तहत दिया गया है. लेकिन फिलहाल इस ओर जेएसएसपीएस का ध्यान नहीं है.

मामले को लेकर जेएसएसपीएस के अधिकारियों से भी संपर्क किया गया लेकिन उन्होंने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है. वहीं, जब इस मामले को लेकर खेल विभाग के अवर सचिव वेद मोहन से बात की गई तो उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि जेएसएसपीएस द्वारा एस्ट्रो टर्फ बदलने का काम जल्द ही किया जाएगा. योजना के तहत काम हो रहा है. जबकि बरियातू स्थित बालिका उच्च विद्यालय में बनाए जा रहे एस्ट्रो टर्फ का सिंथेटिक ट्रैक भी जल्द ही लगाया जाएगा.

गौर करने वाली बात यह है कि फिलहाल हॉकी खिलाड़ी बरियातू स्थित बालिका उच्च विद्यालय के सामान्य ग्राउंड पर प्रैक्टिस करने को मजबूर है. वहीं, रांची के मोरहाबादी स्थित सिंथेटिक टर्फ किसी भी तरह के नेशनल और इंटरनेशनल आयोजन के लिए तैयार नहीं है.

इंटरनेशनल हॉकी स्टेडियम

रांची: कुछ महीने पहले मोरहाबादी के के एस्ट्रोटर्फ हॉकी स्टेडियम को सिंथेडिक टर्फ बदलने की योजना बनाई गई थी. लेकिन यह योजना फिलहाल धरी की धरी रह गई है. खेल प्राधिकरण द्वारा सारा ठीकरा JSSPS पर फोड़ा जा रहा है. फिलहाल इस मामले पर ने JSSPS चुप्पी साध ली है.

दरअसल वर्ष 2018 में रांची के एस्ट्रोटर्फ हॉकी स्टेडियम का सिंथेटिक टर्फ बदलने की योजना बनाई गई थी. इसे लेकर JSSPS को जिम्मेदारी सौंपी गई थी. क्योंकि इसके देखरेख का जिम्मा जेएसएसपीएस को विभाग द्वारा एक एमयू के तहत दिया गया है. लेकिन फिलहाल इस ओर जेएसएसपीएस का ध्यान नहीं है.

मामले को लेकर जेएसएसपीएस के अधिकारियों से भी संपर्क किया गया लेकिन उन्होंने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है. वहीं, जब इस मामले को लेकर खेल विभाग के अवर सचिव वेद मोहन से बात की गई तो उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि जेएसएसपीएस द्वारा एस्ट्रो टर्फ बदलने का काम जल्द ही किया जाएगा. योजना के तहत काम हो रहा है. जबकि बरियातू स्थित बालिका उच्च विद्यालय में बनाए जा रहे एस्ट्रो टर्फ का सिंथेटिक ट्रैक भी जल्द ही लगाया जाएगा.

गौर करने वाली बात यह है कि फिलहाल हॉकी खिलाड़ी बरियातू स्थित बालिका उच्च विद्यालय के सामान्य ग्राउंड पर प्रैक्टिस करने को मजबूर है. वहीं, रांची के मोरहाबादी स्थित सिंथेटिक टर्फ किसी भी तरह के नेशनल और इंटरनेशनल आयोजन के लिए तैयार नहीं है.

Intro:कुछ माह पूर्व राजधानी रांची के मोराबादी स्थित हॉकी स्टेडियम का एस्ट्रो टर्फ बदलने की योजना बनाई गई थी ,लेकिन यह योजना फिलहाल धरी की धरी रह गई है ,खेल प्राधिकरण द्वारा सारा ठीकरा जेएसएसपीएस पर फोड़ा जा रहा है ,लेकिन जेएसएसपीएस इस मामले पर फिलहाल कुछ भी कहने से गुरेज कर रही है, हालांकि खेल विभाग के अवर सचिव ने आश्वस्त किया है कि हॉकी खिलाड़ियों को जल्द ही नए एस्ट्रो टर्फ मुहैया करा दिया जाएगा.


Body:दरअसल वर्ष 2018 में रांची के एस्ट्रोटर्फ हॉकी स्टेडियम का सिंथेटिक टर्फ बदलने की योजना बनाई गई थी, इसे लेकर जेएसएसपीएस को सारी जिम्मेदारी सौंपी गई थी ,क्योंकि इसका देखरेख जिम्मा जेएसएसपीएस को विभाग द्वारा एक एमयू के तहत दिया गया है,लेकिन फिलहाल इस ओर जेएसएसपीएस का ध्यान नहीं है, मामले को लेकर हमारी टीम ने जेएसएसपीएस के अधिकारियों से भी संपर्क साधा लेकिन उन्होंने इस मामले पर फिलहाल कुछ भी कहने से इनकार कर दिया है. वहीं जब इस मामले को लेकर खेल विभाग के अवर सचिव वेद मोहन से बात की गई तो उन्होंने जानकारी देते हुए कहा की जेएसएसपीएस द्वारा एस्ट्रो टर्फ बदलने का काम जल्द ही किया जाएगा .योजना के तहत काम हो रहा है .जबकि बरियातू स्थित बालिका उच्च विद्यालय में बनाए जा रहे एस्ट्रो टर्फ का सिंथेटिक ट्रैक भी जल्द ही लगाया जाएगा .गौर करने वाली बात यह है कि फिलहाल हॉकी खिलाड़ी बरियातू स्थित बालिका उच्च विद्यालय के सामान्य ग्राउंड पर प्रैक्टिस करने को मजबूर है .वहीं रांची के मोराबादी स्थित सिंथेटिक टर्फ किसी भी तरह के नेशनल और इंटरनेशनल आयोजन के लिए तैयार नहीं है ,क्योंकि सिंथेटिक्स टर्फ पूरी तरह बर्बाद हो चुका है.

बाइट-वेद मोहन, अवर सचिव, खेल विभाग।


Conclusion:आश्वासन का दौर जारी है खराब हुए सिंथेटिक्स एस्ट्रो टर्फ को बदलने को लेकर बयान बाजी भी की जा रही है .लेकिन जल्द ही अगर योजना धरातल पर नहीं उतारा गया तो ,रांची के इस एकमात्र इंटरनेशनल एस्ट्रो टर्फ में नेशनल या इंटरनेशनल हॉकी की मेजवानी नहीं मिल पाएगी .इसलिए इस ओर संबंधित विभाग को ध्यान देने की जरूरत है.
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