रांची: लोकसभा चुनाव की काउंटिंग से पहले एग्जिट पोल ने विपक्षी दलों की चिंता बढ़ा दी है. इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि रांची संसदीय सीट के महागठबंधन प्रत्याशी सुबोधकांत सहाय ने मंगलवार रात बाबूलाल मरांडी से मोराबादी स्थित उनके आवास पर मुलाकात की.
EXIT POLL ने उड़ायी विपक्षी दलों की नींद, सुबोधकांत ने बाबूलाल से की मुलाकात
एग्जिट पोल ने विपक्षी दलों की चिंता बढ़ा दी है. इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि रात में सुबोधकांत सहाय ने जेवीएम सुप्रीमों जेवीएम सुप्रीमों बाबूलाल मरांडी से उनके आवास पर मुलाकात की.
सुबोधकांत ने बाबूलाल से की मुलाकात
रांची: लोकसभा चुनाव की काउंटिंग से पहले एग्जिट पोल ने विपक्षी दलों की चिंता बढ़ा दी है. इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि रांची संसदीय सीट के महागठबंधन प्रत्याशी सुबोधकांत सहाय ने मंगलवार रात बाबूलाल मरांडी से मोराबादी स्थित उनके आवास पर मुलाकात की.
Intro:रांची. लोकसभा चुनाव की काउंटिंग से पहले एग्जिट पोल ने विपक्षी दलों की चिंता बढ़ा दी है. इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि रांची संसदीय सीट के महागठबंधन के प्रत्याशी सुबोधकांत सहाय ने मंगलवार रात बाबूलाल मरांडी से उन से मोराबादी स्थित आवास पर मुलाकात कर इस मुद्दे पर चर्चा की है. उन्होंने कहा है कि बीजेपी एग्जिट पोल के माध्यम से चुनाव प्रचार में लगे पैसे की वसूली कर रहा है.
Body:उन्होंने कहा है कि नरेंद्र मोदी यूपीए पर साइक्लोजिकल वार कर रहे है. जो कहीं से सही नहीं है . इसीलिए ऐसा एग्जिट पोल पेश किया गया है .ताकि बीजेपी चुनाव प्रचार में लगे खर्च की वसूली दो दिनों में शेयर मार्केट के माध्यम से कर सके. उन्होंने कहा कि जेवीएम सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी से मुलाकात के दौरान देवघर की घटना को लेकर चर्चा हुई है.उन्होंने कहा कि इलेक्शन कमिशन देश में निष्पक्ष और पारदर्शिता के साथ चुनाव संपन्न कराने के विश्वास पर खरा नहीं उतरा है.उन्होंने कहा कि जिस तरह से झारखंड में एग्जिट पोल में महागठबंधन की कम सीटों को दिखाया जाता है.वह कहीं से सही नहीं है.
Conclusion:
वहीं जेवीएम सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी ने सवाल उठाया है कि पहली बार ऐसा हुआ है कि ईवीएम को वोटिंग खत्म होने के बाद उसी दिन स्ट्रांग रूम न भेज कर क्लस्टर बनाकर रात भर रखा गया और इसकी सूचना ना राजनीतिक दल के किसी प्रतिनिधि और ना ही बूथ एजेंट को दी गई .उन्होंने कहा कि कई चुनाव में हिस्सा लिया है. लेकिन पहली बार ऐसी स्थिति देखी है.
Body:उन्होंने कहा है कि नरेंद्र मोदी यूपीए पर साइक्लोजिकल वार कर रहे है. जो कहीं से सही नहीं है . इसीलिए ऐसा एग्जिट पोल पेश किया गया है .ताकि बीजेपी चुनाव प्रचार में लगे खर्च की वसूली दो दिनों में शेयर मार्केट के माध्यम से कर सके. उन्होंने कहा कि जेवीएम सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी से मुलाकात के दौरान देवघर की घटना को लेकर चर्चा हुई है.उन्होंने कहा कि इलेक्शन कमिशन देश में निष्पक्ष और पारदर्शिता के साथ चुनाव संपन्न कराने के विश्वास पर खरा नहीं उतरा है.उन्होंने कहा कि जिस तरह से झारखंड में एग्जिट पोल में महागठबंधन की कम सीटों को दिखाया जाता है.वह कहीं से सही नहीं है.
Conclusion:
वहीं जेवीएम सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी ने सवाल उठाया है कि पहली बार ऐसा हुआ है कि ईवीएम को वोटिंग खत्म होने के बाद उसी दिन स्ट्रांग रूम न भेज कर क्लस्टर बनाकर रात भर रखा गया और इसकी सूचना ना राजनीतिक दल के किसी प्रतिनिधि और ना ही बूथ एजेंट को दी गई .उन्होंने कहा कि कई चुनाव में हिस्सा लिया है. लेकिन पहली बार ऐसी स्थिति देखी है.