रांचीः कानून सबके लिए एकसमान होता है. लेकिन चंद रसूखदार अपनी शान दिखाने के चक्कर में कानून हाथ में ले लेते हैं. ऐसा ही कुछ हुआ था 16 फरवरी को रिम्स में. जहां तेजस्वी यादव ने बिना परमिशन लिए अपने पिता लालू यादव से मुलाकात की. ईटीवी भारत ने इस खबर को प्रमुखता से दिखाया था. जिसपर जेल आईजी ने संज्ञान लिया है.
6 फरवरी यानी पिछले शनिवार को तेजस्वी यादव ने बिना जेल अधीक्षक के परमिशन के लालू प्रसाद से रिम्स में मुलाकात की थी. इस मुलाकात के बाद जब जेल अधीक्षक अशोक चौधरी से बात की गई थी तो उन्होंने अपने गार्ड पर कार्रवाई का भरोसा दिलाया था. बातचीत के दौरान उन्होंने कहा था कि रिम्स में इलाज करा रहे लालू की सुरक्षा की जिम्मेदारी बरियातू पुलिस की है.
इतने गंभीर मामले पर ईटीवी भारत की टीम ने जेल आईजी बीरेंद्र भूषण से बात की तो उन्होंने पूरे मामले पर आश्चर्य व्यक्त किया. उन्होंने ईटीवी भारत को भरोसा दिलाया कि वह न सिर्फ जेल अधीक्षक को शो कॉज करेंगे बल्कि रांची के एसएसपी को पत्र लिखकर लालू की सुरक्षा में हुई चूक के लिए जिम्मेवार पुलिस पदाधिकारी पर कार्रवाई करने को कहेंगे. उन्होंने कहा कि बिना जेल अधीक्षक के परमिशन के कोई भी लालू प्रसाद से मुलाकात नहीं कर सकता है.
बातचीत के दौरान जेल अधीक्षक ने कहा था कि उनके आदेश पर ही लालू से मुलाकात का दिन शनिवार को तय किया गया है. लेकिन कुछ खास परिस्थितियों में उनके परिवार के सदस्य या फिर उनके वकील जेल अधीक्षक से परमिशन लेकर लालू से मिल सकते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि लालू से मुलाकात के लिए सुबह 9:00 बजे से दोपहर के 2:00 बजे तक का ही समय निर्धारित है. लिहाजा अपराह्न 4:25 से लेकर 6:50 तक 16 फरवरी को लालू से हुई तेजस्वी की मुलाकात का मामला सुरक्षा व्यवस्था में बड़ी चूक है. जेल आईजी ने इस गंभीर मामले को उठाने के लिए ईटीवी भारत को धन्यवाद भी दिया.