रांची: लगभग चार साल से झारखंड विकास मोर्चा के छह विधायकों के दलबदल के मामले पर बुधवार को फैसला आना है. इसको लेकर झाविमो छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए आरोपी विधायक मानते हैं कि उन्होंने नियम सम्मत विलय किया है और स्पीकर का फैसला न्याय पूर्ण होगा.
वहीं, इस मामले पर बीजेपी के स्टेट प्रेजिडेंट लक्ष्मण गिलुआ ने कहा कि लंबे समय से यह मामला स्पीकर के कोर्ट में चल रहा था. इसपर 20 फरवरी को फैसला आएगा. उन्होंने कहा कि स्पीकर दोनों पक्षों की दलील सुनने और पूरी सुनवाई के बाद फैसला सुनाएंगे और पूर्ण न्याय होगा.
दरअसल, 2014 में हुए विधानसभा चुनावों के बाद फरवरी 2015 में झारखंड विकास मोर्चा के 6 विधायकों ने बीजेपी का दामन थाम लिया था. उन विधायकों में आलोक चौरसिया, अमर बाउरी, रणधीर सिंह, जानकी यादव, गणेश गंझू और नवीन जयसवाल के नाम शामिल हैं. इनमें से दो मौजूदा सरकार में मंत्री हैं जबकि 3 अलग-अलग बोर्ड और निगम में शीर्ष पद पर तैनात हैं. वहीं, अन्य एक को संगठन में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई है.
2015 में ही इन विधायकों के खिलाफ झाविमो सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी ने स्पीकर के यहां शिकायत दर्ज कराई, साथ ही उनकी सदस्यता रद्द करने की मांग की. जून 2017 तक इस मामले में गवाही पूरी हुई और 12 दिसंबर 2018 को इस मामले की सुनवाई पूरी कर ली गई.