रांचीः महागठबंधन के तहत कांग्रेस को रांची संसदीय सीट मिली है. पार्टी इस सीट को लेकर काफी संजीदा है. पार्टी का मानना है कि संविधान को समझने वाला और उसके अधिकारों का आम जनता के विकास के लिए सही से इस्तेमाल करन वाले को यहां से जीतना जरुरी है.
रांची लोकसभा सीट पर कांग्रेस की तरफ से पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय का कैंडिडेट होना लगभग तय है. हालांकि अभी आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है. लेकिन फिर भी लगातार सुबोधकांत सहाय चुनाव में जीत हासिल करने के लिए फील्डिंग कर रहे हैं.
सुबोधकांत सहाय रांची लोकसभा सीट से दो बार जीत हासिल कर चुके हैं. ऐसे में इस लोकसभा चुनाव के लिए रांची सीट पर जीत हासिल करना, उनके और कांग्रेस पार्टी के लिए कितना इंपॉर्टेंट है, इस सवाल पर उन्होंने कहा है कि रांची सीट से कई नामचीन व्यक्ति जीतकर गए हैं. इस सीट का अपना एक इतिहास रहा है. साथ ही कांग्रेस लंबे समय तक यहां जीतती रही है. उन्होंने कहा कि राजधानी की जनता के लिए संविधान की इज्जत करने वाले व्यक्ति के लिए यहां जीत हासिल करना सबसे ज्यादा जरूरी है और ऐसा व्यक्ति कांग्रेस पार्टी में ही है.
वहीं प्रदेश कांग्रेस के मीडिया प्रभारी राजेश ठाकुर ने रांची सीट को इस लिहाज से भी इंपॉर्टेंट बताया है कि जिस तरह से यहां पिछले 5 सालों में भय का वातावरण बना है और लोग खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं. ऐसे में एक सही नेतृत्वकर्ता ही राजधानी की स्थिति को सुधार सकता है. जिसका असर पूरे राज्य में भी पड़ेगा. इसलिए कांग्रेस के लिए रांची सीट सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है और इसके साथ ही उन्होंने दावा किया है कि अन्य 6 लोकसभा सीट पर भी कांग्रेस जीत हासिल करेगी.