रांची: जेवीएम के गोड्डा प्रत्याशी प्रदीप यादव पर महिला नेत्री द्वारा लगाए गए यौन शोषण के आरोप का बड़ा असर वोट पर पड़ सकता है. महागठबंधन की प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस का मानना है कि असर डालने के लिए यह पॉलीटिकल स्टंट हो सकता है. लेकिन इसमें जो भी आरोपी है उन्हें सजा मिलनी चाहिए.
दरअसल, गोड्डा लोकसभा सीट के लिए महागठबंधन की ओर से जेवीएम प्रत्याशी प्रदीप यादव पर उनकी ही पार्टी की महिला नेत्री ने छेड़खानी का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज किया है. जिसके बाद सियासत तेज हो गई है. महागठबंधन की प्रमुख दल कांग्रेस का मानना है कि चुनाव से ठीक पहले यह पॉलीटिकल स्टंट हो सकता है. प्रदेश कांग्रेस के मीडिया प्रभारी राजेश ठाकुर ने कहा है कि यह मामला काफी दुखद है और इसमें जो भी आरोपी हो उन्हें सजा मिलनी चाहिए लेकिन अगर प्रत्याशी प्रदीप यादव बेकसूर है तो न्याय मिलना चाहिए.
ये भी पढ़ें- रामगढ़ में SBI का एटीएम उखाड़ ले गए चोर, 42 लाख रुपए निकालकर खेत में फेंका
उन्होंने कहा कि इस तरह के आरोप से चरित्र हनन होता है. इसका असर कहीं ना कहीं उनके खिलाफ दिखेगा. लेकिन पब्लिक भी अब समझदार हो गई है. वह जानती है कि चुनाव से पहले इस तरह के आरोप प्रतिद्वंदी पार्टी लगाती है और इसलिए उम्मीद है कि जनता अपने विवेक से ही फैसला लेगी.वहीं, झारखंड विकास महिला मोर्चा अध्यक्ष शोभा यादव जो लगातार महिला उत्पीड़न के खिलाफ सड़क पर आंदोलन करती आई है. उन्होंने कहा है कि एक महिला होने के नाते किसी भी महिला के साथ उत्पीड़न का मामला सामने आएगा तो उसके खिलाफ वह आवाज उठाएगी. लेकिन प्रदीप यादव के मामले को उन्होंने अलग केस बताते हुए कहा कि चुनाव से पहले उनके खिलाफ सत्तारूढ़ बीजेपी के प्रत्याशी निशिकांत दुबे ने यह षड्यंत्र रचा है. इसका जवाब जनता अपने वोट के माध्यम से देगी.
बता दें कि आगामी 19 मई को झारखंड में लोकसभा चुनाव का चौथा और अंतिम फेज के तहत दुमका, गोड्डा और राजमहल में मतदान होना है. गोड्डा में सत्तारूढ़ बीजेपी के प्रत्याशी निशिकांत दुबे चुनावी मैदान में है तो वहीं दूसरी तरफ महागठबंधन की ओर से जेवीएम के प्रदीप यादव प्रत्याशी के रूप में. ऐसे में माना जा रहा है कि गोड्डा में बीजेपी और महागठबंधन के प्रत्याशी के बीच सीधी लड़ाई होनी है.