रांची: लोकसभा चुनाव में बीजेपी को उखाड़ फेंकने के लक्ष्य के साथ झारखंड प्रदेश कांग्रेस लगातार रणनीति तैयार कर रही है. इसी क्रम में बुधवार को प्रदेश अध्यक्ष डॉ अजय कुमार और विधायक दल के नेता आलमगीर आलम के नेतृत्व में कांग्रेस के लोकसभा प्रभारियों के साथ बैठक हुई. वहीं बिहार सिख प्रतिनिधि बोर्ड के संयोजक रहे इंद्रजीत सिंह कालरा ने कांग्रेस का दामन भी थामा है, तो सांसद रामटहल चौधरी ने बीजेपी से इस्तीफा दे दिया है.
झारखंड के 14 लोकसभा सीट पर जीत के लिए लगातार राजनीतिक दल रणनीति तैयार कर रहे हैं. इसी के तहत प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ अजय कुमार और विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने कांग्रेस भवन में लोकसभा प्रभारियों से उनके क्षेत्र में चल रहे अभियान की जानकारी ली. साथ ही डॉ अजय और आलमगीर आलम की तरफ से सभी लोकसभा प्रभारियों को टिप्स दिए.
बीजेपी के सभी वादे झूठे- कांग्रेस
प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ अजय कुमार ने कहा कि लोकसभा चुनाव में जीत के लिए रणनीति तैयार की जा रही है. साथ ही सभी विपक्षी दलों के साथ कोऑर्डिनेशन बनाकर चुनाव प्रचार को बेहतर बनाने का प्रयास किया जा रहा है. प्रधानमंत्री और राज्य के मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा है कि आम लोगों में यह चर्चा है कि इनके द्वारा सिर्फ झूठे वादे किए जाते रहे हैं.
उन्होंने कहा कि रघुवर दास ने कहा था 24 घंटे बिजली नहीं दे पाएंगे तो वह पद छोड़ देंगे. उसी तरह मोदी ने कहा था कि दो करोड़ नौकरी देंगे. लेकिन यह वादे सिर्फ जुमले साबित हुए हैं. वहीं उन्होंने कहा कि इमरान खान ने कहा है कश्मीर की समस्या का समाधान कर सकते हैं. ऐसे में मोदी कश्मीर के पाकिस्तान के हवाले कर सकते है. जो देश की जनता ने यह समझ लिया है.
रामटहल चौधरी का बीजेपी से इस्तीफा
इधर, सांसद रामटहल चौधरी का बुधवार को बीजेपी से इस्तीफा देकर निर्दलीय चुनाव लड़ने के ऐलान पर प्रदेश कांग्रेस ने चुटकी लेते हुए कहा है कि पहले आकलन था कि दो चार सीटों पर बीजेपी जीत पाएगी. लेकिन अब लगता है कि 14 लोकसभा सीट पर महागठबंधन की जीत तय हो गई है.
प्रदेश कांग्रेस के मीडिया प्रभारी राजेश ठाकुर ने रामटहल चौधरी के ऐलान के बाद कहा है कि बीजेपी के पास उम्मीदवार की कमी दिखी है. इसीलिए उन्होंने बाहर से लोगों को लाकर चुनावी मैदान में उतारा है और पार्टी के पुराने लोगों को बाहर का रास्ता दिखाया है. इससे यह साफ होता है कि बीजेपी पुराने लोगों पर भरोसा नहीं करती है. उन्होंने कहा है कि पहले आकलन था कि 2 से 4 सीटें बीजेपी के खाते में जाएगी. लेकिन अब लगता है कि 14 सीटें महागठबंधन की झोली में आनी तय हो गई है.