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रिटायर्ड हर्ट खिलाड़ी बीजेपी की पिच पर उतरा है, राजनीति के अप्रांसगिक नेता हैं रघुवर दास! जानें, किसने कही ये बात - RAGHUBAR DAS JHARKHAND

रघुवर दास के सक्रिय राजनीति में पर झामुमो और कांग्रेस ने भाजपा पर तंज कसा है.

JMM and Congress statement over Raghubar Das returning to BJP in Jharkhand
झामुमो, बीजेपी और कांग्रेस के नेता (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Jan 10, 2025, 7:38 PM IST

रांची: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास की फिर से भारतीय जनता पार्टी में वापसी हो गयी. ओडिशा के राज्यपाल बनाये जाने पर उन्होंने वर्ष 2023 में भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था. अब राज्यपाल पद से इस्तीफा देने के बाद दोबारा से रघुवर दास ने भाजपा की सदस्यता ली है. इसको लेकर झामुमो और कांग्रेस ने भाजपा, रघुवर दास और बाबूलाल मरांडी पर तीखा तंज कसा है.

रघुवर दास की वापसी से प्रदेश के सियासी हवा गर्म हो गयी है. उनके भाजपा में शामिल होने को लेकर प्रदेश के सत्ताधारी दल के नेताओं ने अलग-अलग प्रतिक्रिया दी. झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव और प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने रघुवर दास को राजनीति की पिच पर 2019 में हेमंत सोरेन के बाउंसर पर रिटायर्ड हर्ट खिलाड़ी करार दिया है. वहीं कांग्रेस ने उन्हें झारखंड की राजनीति का अप्रांसगिक नेता कहा है.

बयान देते झामुमो और कांग्रेस के नेता (ETV Bharat)

हेमंत सोरेन के बाउंसर बॉल से घायल होकर भुवनेश्वर चले गए थे रघुवर!

झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने पार्टी के केंद्रीय कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन कर कहा कि राज्य की राजनीति में आज एक रिटायर्ड हर्ट खिलाड़ी की एंट्री हुई है. एक रिटायर्ड हर्ट खिलाड़ी बीजेपी की पिच पर बैटिंग करने आए हैं. सुप्रियों ने तंज कसते हुए कहा कि 2019 विधानसभा चुनाव में हेमंत सोरेन के बाउंसर बॉल से घायल हुए थे. भाजपा द्वारा रघुवर दास को इलाज के लिए भुवनेश्वर भेजा गया था.

कोल्हान क्षेत्र से आने वाले तीनों पूर्व मुख्यमंत्री कार्यक्रम में शामिल क्यों नहीं हुए

झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि आज तामझाम के साथ रघुवर दास ने भाजपा की सदस्यता ली. लेकिन उस कार्यक्रम में कोल्हान से आने वाले तीनों पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा, मधु कोड़ा, चंपाई सोरेन शामिल नहीं हुए. भाजपा के इस कार्यक्रम में साफ-साफ नजर आया कि किस तरह से बीजेपी के नेताओं में उदासी छायी हुई थी.

रघुवर दास जब भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष थे तो उस समय पार्टी का सबसे दुर्दिन समय आया था और वे 18 विधायक पर सिमट गए थे. अब रघुवर दास क्या कर पाएंगे यह बड़ा सवाल है. रघुवर दास ने कहा है कि वह पांच माह सरकार का कामकाज देंखेंगे उसके बाद सड़क पर उतरेंगे, जबकि हकीकत यह है कि राज्य की जनता ने उननकी पार्टी को सड़क पर उतरने लायक भी नहीं छोड़ा है.

बाबूलाल मरांडी को हनीमून शब्द से प्रेम- सुप्रियो

झामुमो नेता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि बाबूलाल मरांडी को हनीमून शब्द से प्रेम है. अब आज रघुवर दास के मिलन समारोह में बाबूलाल मरांडी का उतरा हुआ चेहरा बहुत कुछ बयान कर रहा था. कोयला राज्य मंत्री ने माना कि हमारा एक लाख बत्तीस हजार रुपया केंद्र के पास बकाया है और उसके लिए कमेटी बनाने की बात भी उन्होंने बताई है.

झामुमो नेता ने कहा कि सीसीएल ने सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल की आधारशिला रखकर हमारे ऊपर कोई एहसान नहीं किया है. अस्पताल के लिए जमीन हमारी सरकार ने ही दिया है. आपका जो फर्ज है उसी को कर रहे हैं. आज भाजपा कितनी डरी सहमी हुई है, उसमें विश्वास खत्म हो चुका हैं.

सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि अब तो सुप्रीम कोर्ट ने भी कि बीजेपी को अपना विधायक दल का नेता चुनने को कह दिया है. नेता प्रतिपक्ष बनने की आस हमारे सीपी सिंह और बाबूलाल मरांडी पहले से लगाये बैठे हुए हैं.

रघुवर दास अब अप्रासंगिक नेता हैं- झारखंड कांग्रेस

प्रदेश कांग्रेस ने रघुवर दास के फिर से भाजपा की सदस्यता लेने को भाजपा का अंदरूनी मामला बताया है. झारखंड कांग्रेस के प्रवक्ता जगदीश साहू ने कहा कि वह राज्य की राजनीति के लिए अप्रासंगिक हो गए हैं. 2019 में उनके मुख्यमंत्री रहते भाजपा की हार हुई थी और महागठबंधन सत्ता में आई थी. जगदीश साहू ने कहा कि 2024 में भाजपा में चार चार पूर्व मुख्यमंत्री थे तब तो भाजपा की करारी हार हुई तो अब रघुवर दास क्या कुछ कर पाएंगे.

इसे भी पढ़ें- 14 महीने बाद घर लौटे रघुवर, बीजेपी की सदस्यता ग्रहण करते ही भरी हुंकार, कहा- झारखंड की अस्मिता और संस्कृति पर हो रहा हमला - RAGHUVAR DAS JOINED BJP

इसे भी पढ़ें- रघुवर दास की एंट्री से झारखंड बीजेपी कितनी होगी मजबूत, यहां जानिए - RAGHUVAR DAS IN BJP

इसे भी पढ़ें- आखिर क्यों बीजेपी को फिर पड़ी रघुवर दास की जरूरत, क्या है आगे की रणनीति - WHY BJP NEED RAGHUVAR DAS

रांची: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास की फिर से भारतीय जनता पार्टी में वापसी हो गयी. ओडिशा के राज्यपाल बनाये जाने पर उन्होंने वर्ष 2023 में भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था. अब राज्यपाल पद से इस्तीफा देने के बाद दोबारा से रघुवर दास ने भाजपा की सदस्यता ली है. इसको लेकर झामुमो और कांग्रेस ने भाजपा, रघुवर दास और बाबूलाल मरांडी पर तीखा तंज कसा है.

रघुवर दास की वापसी से प्रदेश के सियासी हवा गर्म हो गयी है. उनके भाजपा में शामिल होने को लेकर प्रदेश के सत्ताधारी दल के नेताओं ने अलग-अलग प्रतिक्रिया दी. झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव और प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने रघुवर दास को राजनीति की पिच पर 2019 में हेमंत सोरेन के बाउंसर पर रिटायर्ड हर्ट खिलाड़ी करार दिया है. वहीं कांग्रेस ने उन्हें झारखंड की राजनीति का अप्रांसगिक नेता कहा है.

बयान देते झामुमो और कांग्रेस के नेता (ETV Bharat)

हेमंत सोरेन के बाउंसर बॉल से घायल होकर भुवनेश्वर चले गए थे रघुवर!

झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने पार्टी के केंद्रीय कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन कर कहा कि राज्य की राजनीति में आज एक रिटायर्ड हर्ट खिलाड़ी की एंट्री हुई है. एक रिटायर्ड हर्ट खिलाड़ी बीजेपी की पिच पर बैटिंग करने आए हैं. सुप्रियों ने तंज कसते हुए कहा कि 2019 विधानसभा चुनाव में हेमंत सोरेन के बाउंसर बॉल से घायल हुए थे. भाजपा द्वारा रघुवर दास को इलाज के लिए भुवनेश्वर भेजा गया था.

कोल्हान क्षेत्र से आने वाले तीनों पूर्व मुख्यमंत्री कार्यक्रम में शामिल क्यों नहीं हुए

झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि आज तामझाम के साथ रघुवर दास ने भाजपा की सदस्यता ली. लेकिन उस कार्यक्रम में कोल्हान से आने वाले तीनों पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा, मधु कोड़ा, चंपाई सोरेन शामिल नहीं हुए. भाजपा के इस कार्यक्रम में साफ-साफ नजर आया कि किस तरह से बीजेपी के नेताओं में उदासी छायी हुई थी.

रघुवर दास जब भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष थे तो उस समय पार्टी का सबसे दुर्दिन समय आया था और वे 18 विधायक पर सिमट गए थे. अब रघुवर दास क्या कर पाएंगे यह बड़ा सवाल है. रघुवर दास ने कहा है कि वह पांच माह सरकार का कामकाज देंखेंगे उसके बाद सड़क पर उतरेंगे, जबकि हकीकत यह है कि राज्य की जनता ने उननकी पार्टी को सड़क पर उतरने लायक भी नहीं छोड़ा है.

बाबूलाल मरांडी को हनीमून शब्द से प्रेम- सुप्रियो

झामुमो नेता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि बाबूलाल मरांडी को हनीमून शब्द से प्रेम है. अब आज रघुवर दास के मिलन समारोह में बाबूलाल मरांडी का उतरा हुआ चेहरा बहुत कुछ बयान कर रहा था. कोयला राज्य मंत्री ने माना कि हमारा एक लाख बत्तीस हजार रुपया केंद्र के पास बकाया है और उसके लिए कमेटी बनाने की बात भी उन्होंने बताई है.

झामुमो नेता ने कहा कि सीसीएल ने सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल की आधारशिला रखकर हमारे ऊपर कोई एहसान नहीं किया है. अस्पताल के लिए जमीन हमारी सरकार ने ही दिया है. आपका जो फर्ज है उसी को कर रहे हैं. आज भाजपा कितनी डरी सहमी हुई है, उसमें विश्वास खत्म हो चुका हैं.

सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि अब तो सुप्रीम कोर्ट ने भी कि बीजेपी को अपना विधायक दल का नेता चुनने को कह दिया है. नेता प्रतिपक्ष बनने की आस हमारे सीपी सिंह और बाबूलाल मरांडी पहले से लगाये बैठे हुए हैं.

रघुवर दास अब अप्रासंगिक नेता हैं- झारखंड कांग्रेस

प्रदेश कांग्रेस ने रघुवर दास के फिर से भाजपा की सदस्यता लेने को भाजपा का अंदरूनी मामला बताया है. झारखंड कांग्रेस के प्रवक्ता जगदीश साहू ने कहा कि वह राज्य की राजनीति के लिए अप्रासंगिक हो गए हैं. 2019 में उनके मुख्यमंत्री रहते भाजपा की हार हुई थी और महागठबंधन सत्ता में आई थी. जगदीश साहू ने कहा कि 2024 में भाजपा में चार चार पूर्व मुख्यमंत्री थे तब तो भाजपा की करारी हार हुई तो अब रघुवर दास क्या कुछ कर पाएंगे.

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