रांची: जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए हमले का जवाब भारतीय वायुसेना ने दे दिया है. इस जवाबी कार्रवाई से हर भारतीय का सीना फक्र से चौड़ा हो गया है. देश के तमाम राजनीतिक दल के नेता भारतीय सेना को तहे दिल से धन्यवाद दे रहे हैं.
लेकिन, झारखंड में कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता और झारखंड के पूर्व मंत्री केएन त्रिपाठी कुछ और चाहते हैं. उन्होंने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान कहा कि अगर पाकिस्तान के साथ जंग छिड़ी तो वह एक बार फिर वायु सेना में सेवा देने के लिए आवेदन देंगे.
केएन त्रिपाठी ने बताई जरूरी बातें
केएन त्रिपाठी वायु सेना में फ्लाइट इंजीनियर रहे हैं और फाइटर प्लेन मिराज को अच्छी तरीके से जानते हैं. उन्होंने अपने एयर फोर्स के साथियों से हुई बातचीत के हवाले से कहा कि जब मिराज फाइटर प्लेन पीओके में एयर स्ट्राइक कर वापस लौट रहे थे तो पाकिस्तान की एयर फोर्स ने जवाबी कार्रवाई के लिए F-16 से उड़ान भरी थी. लेकिन पाकिस्तान के F- 16 पर भी जवाबी कार्रवाई के लिए हमारे पायलट चार-चार की संख्या में बंटकर दुश्मन के प्लेन को घेरकर उसे हवा में ही उड़ाने की तैयारी करने लगे.
'युद्ध होना निश्चित'
वहीं, इससे घबराकर पाकिस्तान के F- 16 फाइटर प्लेन को नीचे की ओर भागना पड़ा. केएन त्रिपाठी ने कहा कि भारतीय वायु सेना किसी भी देश से मुकाबला करने में सक्षम है. भारतीय सेना की इस उपलब्धि को राजनीति का जरिया नहीं बनाना चाहिए. एयरफोर्स के सिपाही के नाते उन्होंने कहा कि अगर इस हमले के बाद पाकिस्तान ने किसी तरह की जवाबी कार्यवाही की तो युद्ध होना निश्चित है.
'हजार किलो वजन का बम गिराया गया'
उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तानी फौज ने भारतीय फौज की तैयारी का आकलन करने के लिए गुजरात में एक ड्रोन भेजा था, जिसे मार गिराया गया है. उन्होंने अपने अनुभव से बताया कि इस हमले में हजार किलो वजन का बम गिराया गया है. यह बम जहां भी गिरा होगा उस जगह का नामो निशान मिट चुका होगा.