रांची: झारखंड की 14 लोकसभा सीटों पर महागठबंधन के तहत कांग्रेस सबसे ज्यादा 7 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतार रही है. लेकिन अब तक कांग्रेस ने सिर्फ तीन लोकसभा सीट के ही प्रत्याशियों के नाम की घोषणा की है. 4 सीटों पर प्रत्याशियों के नामों का ऐलान होना अभी बाकि है. ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि क्या कांग्रेस के पास भी कैंडिडेट की कमी है.
मंगलवार देर रात भले ही तीन लोकसभा सीट रांची, लोहरदगा और चाईबासा में प्रत्याशियों के नामों का ऐलान किया गया है, लेकिन अभी भी धनबाद, हजारीबाग, खूंटी और चतरा पर कांग्रेस किस पर दांव लगाएगी. यह साफ नहीं हो पाया है. ऐसे में जिस तरह से बीजेपी ने अबतक 3 लोकसभा सीटों के प्रत्याशियों के चेहरे का खुलासा नहीं किया है. उसी तरह कांग्रेस ने भी अपने पत्ते बची हुई चार लोकसभा सीट को लेकर नहीं खोले हैं.
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता राजीव रंजन ने महज 3 सीटों के प्रत्याशियों के नाम की घोषणा को लेकर उठे सवालों पर कहा कि कांग्रेस के पास प्रत्याशियों की कमी नहीं है. कांग्रेस दूसरे दलों की तरह आयात करके कैंडिडेट खड़ा नहीं करती है. बल्कि एक प्रोसेस के तहत स्क्रीनिंग कमेटी और सीईसी की बैठक पूरा करके आलाकमान सही प्रत्याशियों का चयन करता है. उन्होंने कहा कि सिर्फ यह बैठक कर ही नहीं. बल्कि कार्यकर्ताओं और नेताओं से भी फीडबैक लेने के बाद प्रत्याशियों के नाम पर सहमति बन रही है.
वहीं, लोहरदगा से डॉ रामेश्वर उरांव के नाम की चर्चा के बावजूद सुखदेव भगत को टिकट मिलने के सवाल पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस का मुख्य उद्देश्य देश और प्रदेश से बीजेपी सरकार को उखाड़ फेंकना है. उसी को ध्यान में रखते हुए प्रत्याशियों का चुनाव किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जल्द ही बची हुई 4 सीटों के प्रत्याशियों के नाम की घोषणा भी हो जाएगी.