ETV Bharat / state

तो क्या झारखंड में पुराने चेहरों पर ही बीजेपी करेगी भरोसा, नए लोगों पर नहीं लगाएगी दांव! - कांग्रेस

झारखंड में लगता है बीजेपी लोकसभा चुनाव में पुराने चेहरों पर ही दांव खेलेगी. प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा के हालिया दिये बयान से तो यही बात निकलकर सामने आ रही है.

बीजेपी और कांग्रेस नेताओं के बयान
author img

By

Published : Mar 7, 2019, 6:08 PM IST

Updated : Mar 7, 2019, 6:15 PM IST

रांचीः प्रदेश में सत्तारूढ़ बीजेपी के अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा के उस बयान ने पार्टी के अंदर खाने में बेचैनी बढ़ा दी है, जिसमें उन्होंने कहा कि प्रदेश में किसी सीटिंग एमपी में से किसी का टिकट नहीं कटेगा. कोल्हान में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि राज्य के सभी सीटिंग एमपी का टिकट बरकरार रहेगा.

बीजेपी और कांग्रेस नेताओं के बयान

दरअसल, गिलुवा का यह बयान उनके लिए एक सेटबैक साबित हो रहा है, जो आगामी लोकसभा में खुद को संभावित उम्मीदवार के रूप में देख रहे थे. हालांकि लोकसभा क्षेत्र में उम्मीदवारी को लेकर अंतिम मुहर आला नेता ही लगाएंगे. लेकिन मौजूदा हालात में प्रदेश अध्यक्ष के इस बयान ने संभावित उम्मीदवारों के माथे पर बल ला दिया है.

पार्टी के अंदर खाने मिली जानकारी के अनुसार गिलुवा का यह बयान फिलहाल कथित रूप से अलग-अलग मुद्दों को लेकर चल रहे अंतर्कलह को शांत करने के लिए दिया गया है. कुछ महीनों से लगातार ऐसी बातें प्रदेश नेतृत्व के सामने आ रही थी कि आधे से अधिक सीटिंग एमपी के टिकट काट दिए जाएंगे.

ऐसे में उन नेताओं के समर्थकों ने खेमेबाजी शुरू कर दी थी. जो वहां नए उम्मीदवारों के लिए समस्या खड़ी कर सकते थे. इसी बीच गिलुवा के इस बयान से उन्होंने राहत की सांस भी ली है. पार्टी के मीडिया प्रभारी शिवपूजन पाठक ने कहा कि टिकट को लेकर अंतिम फैसला पार्टी का आला कमान करता है.

undefined

वहीं, इस मुद्दे पर कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता आलोक दुबे ने कहा कि बीजेपी के अंदर कथित रूप से चल रहे अंतर्कलह को समाप्त करने के लिए यह स्ट्रेटजी अपनाई गई है. बता दें कि बीजेपी राज्य की सभी 14 सीटों पर इलेक्शन लड़ने का मन बना रही है. इसके लिए बकायदा तैयारी भी चल रही है. फिलहाल उन 14 में से 12 पार्लियामेंट्री सीट पर बीजेपी के सांसद हैं.

रांचीः प्रदेश में सत्तारूढ़ बीजेपी के अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा के उस बयान ने पार्टी के अंदर खाने में बेचैनी बढ़ा दी है, जिसमें उन्होंने कहा कि प्रदेश में किसी सीटिंग एमपी में से किसी का टिकट नहीं कटेगा. कोल्हान में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि राज्य के सभी सीटिंग एमपी का टिकट बरकरार रहेगा.

बीजेपी और कांग्रेस नेताओं के बयान

दरअसल, गिलुवा का यह बयान उनके लिए एक सेटबैक साबित हो रहा है, जो आगामी लोकसभा में खुद को संभावित उम्मीदवार के रूप में देख रहे थे. हालांकि लोकसभा क्षेत्र में उम्मीदवारी को लेकर अंतिम मुहर आला नेता ही लगाएंगे. लेकिन मौजूदा हालात में प्रदेश अध्यक्ष के इस बयान ने संभावित उम्मीदवारों के माथे पर बल ला दिया है.

पार्टी के अंदर खाने मिली जानकारी के अनुसार गिलुवा का यह बयान फिलहाल कथित रूप से अलग-अलग मुद्दों को लेकर चल रहे अंतर्कलह को शांत करने के लिए दिया गया है. कुछ महीनों से लगातार ऐसी बातें प्रदेश नेतृत्व के सामने आ रही थी कि आधे से अधिक सीटिंग एमपी के टिकट काट दिए जाएंगे.

ऐसे में उन नेताओं के समर्थकों ने खेमेबाजी शुरू कर दी थी. जो वहां नए उम्मीदवारों के लिए समस्या खड़ी कर सकते थे. इसी बीच गिलुवा के इस बयान से उन्होंने राहत की सांस भी ली है. पार्टी के मीडिया प्रभारी शिवपूजन पाठक ने कहा कि टिकट को लेकर अंतिम फैसला पार्टी का आला कमान करता है.

undefined

वहीं, इस मुद्दे पर कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता आलोक दुबे ने कहा कि बीजेपी के अंदर कथित रूप से चल रहे अंतर्कलह को समाप्त करने के लिए यह स्ट्रेटजी अपनाई गई है. बता दें कि बीजेपी राज्य की सभी 14 सीटों पर इलेक्शन लड़ने का मन बना रही है. इसके लिए बकायदा तैयारी भी चल रही है. फिलहाल उन 14 में से 12 पार्लियामेंट्री सीट पर बीजेपी के सांसद हैं.

Intro:रांची। प्रदेश में सत्तारूढ़ बीजेपी के अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा के उस बयान ने पार्टी के अंदर खाने बेचैनी बढ़ा दी है जिसमें उन्होंने कहा कि प्रदेश में किसी सिटिंग एमपी में से किसी का भी टिकट नहीं कटेगा। कोल्हान में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि राज्य के सभी सिटिंग एमपी का टिकट बरकरार रहेगा।

दरअसल गिलुआ का यह बयान उनके लिए एक सेटबैक साबित हो रहा है, जो आगामी लोकसभा में खुद को संभावित उम्मीदवार के रूप में देख रहे थे। हालांकि लोकसभा क्षेत्र में उम्मीदवारी को लेकर अंतिम मुहर आला नेता ही लगाएंगे लेकिन मौजूदा परिप्रेक्ष्य में प्रदेश अध्यक्ष के इस बयान ने संभावित उम्मीदवारों के माथे पर बल ला दिए हैं।


Body:पार्टी के अंदर खाने मिली जानकारी के अनुसार गिलुआ का यह बयान फिलहाल कथित रूप से अलग-अलग मुद्दों को लेकर चल रहे अंतरकलह को शांत करने के लिए दिया गया है। कुछ महीनों से लगातार ऐसी बातें प्रदेश नेतृत्व के सामने आ रही थी कि आधे से अधिक सिटिंग एमपी के टिकट काट दिए जाएंगे।
ऐसे में उन 'पीड़ित' नेताओं के समर्थकों ने खेमेंबाजी शुरू कर दी थी जो वहां नए उम्मीदवारों के लिए समस्या खड़ी कर सकते थे। इसी बीच गिलुआ के इस बयान से उन्होंने राहत की सांस भी ली है पार्टी के मीडिया प्रभारी शिवपूजन पाठक ने कहा कि टिकट को लेकर अंतिम फैसला पार्टी का आला कमान करता है।


Conclusion:वहीं इस मुद्दे पर कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता आलोक दुबे ने कहा कि बीजेपी के अंदर कथित रूप से चल रहे अंतरकलह को समाप्त करने के लिए यह स्ट्रेटजी अपनाई गई है। बता दें कि बीजेपी राज्य के सभी 14 सीटों पर इलेक्शन लड़ने का मन बना रही है और उसके लिए बाकायदा तैयारी भी चल रही है। फिलहाल उन 14 में से 12 पार्लियामेंट्री सीट पर बीजेपी के सांसद हैं।
Last Updated : Mar 7, 2019, 6:15 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.