रांची: जेवीएम ने सूबे के मुख्यमंत्री रघुवर दास पर जमकर हमला बोला है. पार्टी के केंद्रीय महासचिव बंधु तिर्की ने कहा कि मुख्यमंत्री की दलीलें खोखली हैं. उन्होंने कहा कि रघुवर सरकार के शासन में हजारों एकड़ सरकारी और आदिवासी जमीनों को सरकार की मिलीभगत से बंदरबांट करने का काम किया गया है.
मुख्यमंत्री रघुवर दास सिर्फ डींग हांकते हैं कि उन्होंने किसी भी आदिवासी की जमीन नहीं छीनी है. वह जनता को गुमराह और बरगलाने का काम लगातार कर रहे हैं. इस समय झारखंड में धड़ल्ले से आदिवासी और सरकारी जमीनों का बंदरबांट किया गया है, जिसके जिम्मेदार सिर्फ रघुवर दास हैं.जेवीएम महासचिव बंधु तिर्की ने रघुवर सरकार पर बड़ा आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि इटकी प्रखंड के रानीडीह गांव में 25 एकड़ गैरमजरूआ जमीन किसी एक व्यक्ति के नाम कैसे किया गया. वहीं, गुमला का चमड़ा गोदाम जो सरकार के नाम था, आज वह किसी एक व्यक्ति के नाम से कैसे हो गया. रांची के बजरा मौजा स्थित सरकारी जमीन को सरकार की मिलीभगत द्वारा बंदरबांट किया गया.
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बंधु तिर्की ने आगे कहा कि पूर्व डीजीपी डीके पांडे ने पिठौरिया में अपनी पत्नी के नाम से सरकारी जमीन कैसे कर लिया. आखिर इन तमाम चीजों की जांच क्यों नहीं हो रही है. रघुवर सरकार को जनता के सामने जवाब देना चाहिए. उन्होंने सरकार पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि देवाशीष गुप्ता कमेटी का क्या हुआ, जो जमीन संबंधी गड़बड़ी की जांच के लिए थी. इसके अलावा खंडेलवाल जांच कमिटी को लेकर भी सरकार को घेरा. उन्होंने कहा कि तत्कालीन मुख्य सचिव राजबाला वर्मा के द्वारा बजरा मौजा जमीन संबंधी जांच का क्या हुआ.