रांची: पलामू और चतरा जिले से विपक्षी दल जेवीएम के दो नेताओं ने बुधवार को बीजेपी का दामन थाम लिया है. दोनों पूर्व में झारखंड विकास मोर्चा के टिकट से लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं. रांची के बीजेपी ऑफिस में आयोजित एक कार्यक्रम में प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा के समक्ष दोनों ने बीजेपी में शामिल हुए.
दरअसल, राजधानी स्थित बीजेपी स्टेट हेड क्वार्टर में आयोजित एक कार्यक्रम में प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा के समक्ष पलामू के प्रभात भुइयां और चतरा की नीलम देवी ने बीजेपी की सदस्यता स्वीकार की. सबसे बड़ी बात यह है कि झारखंड की 14 लोकसभा सीट पर संभावित उम्मीदवारों की एक सूची दिल्ली जा चुकी है. अभी तक उनमें से किसी उम्मीदवार के नाम की घोषणा नहीं हुई है. ऐसे में इन दोनों की बीजेपी में जॉइनिंग वहां के सिटिंग बीजेपी सांसद बीडी राम और सुनील सिंह के लिए परेशानी का सबब बन सकता हैं.
पलामू सांसद को लग सकता है झटका
बताया जा रहा कि चतरा सांसद ने अपने संसदीय क्षेत्र बदलने का कथित रूप से मन बना रखा था. वहीं, पलामू सांसद के कार्य को लेकर पार्टी के अंदर असंतोष का भाव उभर रहा था. जिसके बाद बुधवार को रांची बीजेपी ऑफिस में कार्यक्रम के दौरान पार्टी अध्यक्ष गिलुवा ने कहा कि चुनाव आयोग ने लोकसभा इलेक्शन की तिथियां घोषित कर दी हैं.
22 मार्च को दिल्ली में बैठक
राज्य में सत्तारूढ़ बीजेपी की प्रदेश स्तरीय चुनाव समिति ने संभावित उम्मीदवारों की सूची भी तैयार कर ली है. वहीं दिल्ली में एक बार फिर से 22 मार्च को पार्टी की कोर कमिटी के साथ इस मुद्दे पर डिस्कशन होना है. ऐसे में गिलुआ का यह बयान और दोनों झाविमो नेताओं की बीजेपी में जॉइनिंग उन इलाकों के सेटिंग सांसदों के लिए खतरे की घंटी साबित हो सकती है.
दोनों ने बीजेपी में शामिल होने का बताया वजह
हालांकि गिलुआ ने यह स्पष्ट किया कि दोनों पूर्व झाविमो नेता कार्यकर्ता की हैसियत से बीजेपी में शामिल हुए हैं. साथ ही दोनों को किसी प्रकार का कोई आश्वासन नहीं दिया गया है. पार्टी की सदस्यता ग्रहण करने के बाद नीलम देवी ने कहा कि झाविमो को सींचने में उन्होंने अपना खून पसीना बहाया है और उसी ईमानदारी के साथ वह बीजेपी में भी सक्रिय रहेंगी. वहीं पलामू के भुइयां ने स्पष्ट किया कि उन्होंने बीजेपी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री रघुवर दास की कार्यशैली को देखकर ज्वाइन किया है.