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मंदिर की लाउडस्पीकर से निकली वर्णमाला की वाणी, जानिए पूरी खबर - unique education

बोकारो में शिक्षा को लेकर अनोखी पहल देखने को मिली है. यहां नए अंदाज में बच्चों को पढ़ाया जा रहा है. शिक्षक भीम महतो की सकारात्मक पहल से आज यहां के गरीब बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं.

Teacher Bhim Mahato taught children from temple loudspeaker in Bokaro
मंदिर की लाउडस्पीकर से पढ़ाई
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Published : Jun 19, 2021, 9:59 PM IST

Updated : Jun 19, 2021, 10:28 PM IST

बोकारोः जिला में चंद्रपुरा प्रखंड के पपलो पंचायत अंतर्गत जुनौरी गांव में शिक्षक भीम महतो एक अनोखे अंदाज में बच्चों को शिक्षा दे रहे हैं. कोरोना काल में नियम और गाइडलाइंस का पालन करते हुए भीम जुनौरी गांव के शिव मंदिर में लगे लाउडस्पीकर से बच्चों को पढ़ा रहे हैं.

इसे भी पढ़ें- धनबाद में टोला क्लासेज ने दूर की गरीब छात्रों की परेशानी, कोरोना काल में भी खूब पढ़ रहे हैं बच्चे

उन्होंने गांव के हर चौक-चौराहों पर हिंदी और अंग्रेजी वर्णमाला का पोस्टर दीवालों में चिपकाया है, जिससे बच्चे उसे देख कर पढ़ रहे हैं. शिक्षक भीम महतो मंदिर में लगे लाउडस्पीकर से पोस्टर में छपे वर्णमाला पढ़ते हैं, जिन्हें बच्चे अपने घरों में या मंदिर परिसर में उसे दोहराते हुए अपनी कॉपी में लिखते हैं. शिक्षक भीम की इस पहल का जुनौरी गांव के लोग काफी सराहना कर रहे हैं.

देखें पूरी खबर

लाउडस्पीकर से पढ़ाई

एक तरफ कोरोना के कारण पूरे भारतवर्ष में सरकारी एवं निजी विद्यालय लगभग डेढ़ वर्ष से बंद है. जिससे बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है. ऑनलाइन क्लास वही बच्चे कर पा रहे हैं जिनके पास एंड्रॉयड फोन है. ऐसे में गरीब बच्चे पढ़ाई से वंचित हो रहे हैं. ऐसे में भीम महतो की ये अनोखी पहल रंग लाई है. इस मंदिर के लाउडस्पीकर से बच्चे मंदिर परिसर या घर में रहकर भी पढ़ाई कर रहे हैं. गली-नुक्कड़ पर लगे पोस्टर से वो अंग्रेजी और हिंदी वर्णमाला सीख रहे हैं.

राजकीय मध्य विद्यालय जुनौरी के शिक्षक भीम महतो ने सबसे पहले घटियारी पंचायत के मंगलडाडी गांव में बसे मल्हार परिवार के बच्चों को पढ़ाना शुरू किया. सिर्फ पढ़ाई ही नहीं भीम बच्चों को अपने निजी मद से कॉपी, पेन, मास्क, सैनिटाइजर, बिस्कूट भी देते हैं. इतना ही नहीं वो अभिभावकों को साड़ी, शॉल समेत कई चीजें भेंट करते हैं. जिससे बच्चों के साथ-साथ अभिभावकों में भी उत्साह बना रहे.

शिक्षक भीम महतो ने कहा कि वो समाज के हित के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं. कोरोना काल मे बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही थी, इसको देखते हुए विद्यालय के पहले और स्कूल के बाद बचे हुए समय का उपयोग करते हुए, गरीब बच्चों को पढ़ा रहे हैं. मंगलडाडी गांव में भी उनकी ऐसी पहल से आज वहां से बच्चे अच्छे से पढ़-लिख रहे हैं. इससे उन्हें काफी खुशी मिलती है.

इसे भी पढ़ें- लॉकडाउन में 'मोहल्ला क्लास' का फार्मूला रहा हिट, खुले आसमान के नीचे सोशल डिस्टेंसिंग के साथ पढ़ाई

ग्रामीणों ने की सराहना

इसको लेकर जुनौरी गांव के निवासी गोपाल गिरी ने शिक्षक भीम महतो की इस पहल की काफी सराहना कर रहे हैं. इससे पहले किसी ने ऐसी पहल नहीं कि जैसा भीम महतो ने किया. ग्रामीण चंद्रिका गिरी ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान सभी बच्चे पढ़ाई से दूर होते जा रहे थे, पर भीम महतो ने कोरोना संक्रमण को देखते हुए मंदिर परिसर में लगे लाउडस्पीकर के माध्यम से बच्चों को पढ़ाना शुरू किया है, यह बहुत ही सराहनीय कार्य है. प्रमिला देवी ने कहा कि जो कार्य शिक्षक भीम महतो ने किया है, हमने कभी सोचा नहीं था. इस तरह की पढ़ाई से बच्चों का मनोबल बढ़ा है.

बोकारोः जिला में चंद्रपुरा प्रखंड के पपलो पंचायत अंतर्गत जुनौरी गांव में शिक्षक भीम महतो एक अनोखे अंदाज में बच्चों को शिक्षा दे रहे हैं. कोरोना काल में नियम और गाइडलाइंस का पालन करते हुए भीम जुनौरी गांव के शिव मंदिर में लगे लाउडस्पीकर से बच्चों को पढ़ा रहे हैं.

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उन्होंने गांव के हर चौक-चौराहों पर हिंदी और अंग्रेजी वर्णमाला का पोस्टर दीवालों में चिपकाया है, जिससे बच्चे उसे देख कर पढ़ रहे हैं. शिक्षक भीम महतो मंदिर में लगे लाउडस्पीकर से पोस्टर में छपे वर्णमाला पढ़ते हैं, जिन्हें बच्चे अपने घरों में या मंदिर परिसर में उसे दोहराते हुए अपनी कॉपी में लिखते हैं. शिक्षक भीम की इस पहल का जुनौरी गांव के लोग काफी सराहना कर रहे हैं.

देखें पूरी खबर

लाउडस्पीकर से पढ़ाई

एक तरफ कोरोना के कारण पूरे भारतवर्ष में सरकारी एवं निजी विद्यालय लगभग डेढ़ वर्ष से बंद है. जिससे बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है. ऑनलाइन क्लास वही बच्चे कर पा रहे हैं जिनके पास एंड्रॉयड फोन है. ऐसे में गरीब बच्चे पढ़ाई से वंचित हो रहे हैं. ऐसे में भीम महतो की ये अनोखी पहल रंग लाई है. इस मंदिर के लाउडस्पीकर से बच्चे मंदिर परिसर या घर में रहकर भी पढ़ाई कर रहे हैं. गली-नुक्कड़ पर लगे पोस्टर से वो अंग्रेजी और हिंदी वर्णमाला सीख रहे हैं.

राजकीय मध्य विद्यालय जुनौरी के शिक्षक भीम महतो ने सबसे पहले घटियारी पंचायत के मंगलडाडी गांव में बसे मल्हार परिवार के बच्चों को पढ़ाना शुरू किया. सिर्फ पढ़ाई ही नहीं भीम बच्चों को अपने निजी मद से कॉपी, पेन, मास्क, सैनिटाइजर, बिस्कूट भी देते हैं. इतना ही नहीं वो अभिभावकों को साड़ी, शॉल समेत कई चीजें भेंट करते हैं. जिससे बच्चों के साथ-साथ अभिभावकों में भी उत्साह बना रहे.

शिक्षक भीम महतो ने कहा कि वो समाज के हित के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं. कोरोना काल मे बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही थी, इसको देखते हुए विद्यालय के पहले और स्कूल के बाद बचे हुए समय का उपयोग करते हुए, गरीब बच्चों को पढ़ा रहे हैं. मंगलडाडी गांव में भी उनकी ऐसी पहल से आज वहां से बच्चे अच्छे से पढ़-लिख रहे हैं. इससे उन्हें काफी खुशी मिलती है.

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ग्रामीणों ने की सराहना

इसको लेकर जुनौरी गांव के निवासी गोपाल गिरी ने शिक्षक भीम महतो की इस पहल की काफी सराहना कर रहे हैं. इससे पहले किसी ने ऐसी पहल नहीं कि जैसा भीम महतो ने किया. ग्रामीण चंद्रिका गिरी ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान सभी बच्चे पढ़ाई से दूर होते जा रहे थे, पर भीम महतो ने कोरोना संक्रमण को देखते हुए मंदिर परिसर में लगे लाउडस्पीकर के माध्यम से बच्चों को पढ़ाना शुरू किया है, यह बहुत ही सराहनीय कार्य है. प्रमिला देवी ने कहा कि जो कार्य शिक्षक भीम महतो ने किया है, हमने कभी सोचा नहीं था. इस तरह की पढ़ाई से बच्चों का मनोबल बढ़ा है.

Last Updated : Jun 19, 2021, 10:28 PM IST
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