बोकारो: जिले में सीसीएल कार्यालय के स्टाफ ऑफिसर सिविल रंजन कुमार प्रधान को अंधविश्वास पर पूरा भरोसा है. रंजन कुमार तंत्र-मंत्र पर इतना भरोसा करते हैं कि वो कार्यालय खोलकर सबसे पहले अपने तंत्र मंत्र में प्रयोग होने वाले नरमुंड और कंकाल की आराधना करते हैं, उसके बाद ही कार्यालय का काम निपटाते हैं, जिसके चलते कोल इंडिया की अनुषांगिक इकाई सीसीएल के कथारा का क्षेत्रीय कार्यालय का सिविल ऑफिस इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है.
हालांकि इस संबंध में रंजन कुमार प्रधान का कहना है कि 'धर्म के प्रति अस्था और तंत्र मंत्र साधना मेरा व्यक्तिगत मामला है, कंकाल और नरमुंड रखना कोई अंधविश्वास नहीं है, अपने धर्म में तंत्र-मंत्र साधना का अलग महत्व है, मैं इसपर रिसर्च कर रहा हूं. उन्होंने बताया कि वो कोई तांत्रिक तो नहीं हैं, लेकिन कोई विद्या को सीखना गुनाह नहीं है, यह भी एक विद्या है, जिसे तंत्र विद्या कहते हैं.' उन्होंने कहा कि इससे उनके कार्यालय के काम पर कोई असर नहीं पड़ता है.
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सिविल ऑफिस का सीधा वास्ता वहां के स्थानीय ठेकेदारों से है. इस संबंध में स्थानीय ठेकेदार बैरिस्टर सिंह ने कहा कि हमलोग कभी किसी पेपर को लेकर जाते हैं तो ऑफिस के अंदर जाने में डर लगता है, धर्म को मानने का सबको अधिकार है, लेकिन कार्यालय में इस प्रकार से नरमुंड और कंकाल रखना उचित नहीं है.