बोकारो: जिले के इंजीनियरिंग कॉलेज को दूसरे जगहों पर ले जाने की तैयारी चल रही है. इसके खिलाफ विधायक अमर बाउरी ने अपने कार्यकर्ताओं के साथ इसका विरोध प्रदर्शन किया.
इंजीनियरिंग कॉलेज पर लगा विराम
चंदनकियारी के बरमसिया मोड़ में भारतीय जनता पार्टी बरमसिया मंडल की ओर से प्रस्तावित इंजीनियरिंग कॉलेज को दूसरे जगहों पर ले जाने के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया. इस दौरान चंदनकियारी विधायक सह भाजपा अनुसूचित जाती मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष अमर कुमार बाउरी ने कहा कि सूबे की वर्तमान सरकार आठ महीने के दरमियान कुछ नया तो कर नहीं सकी, लेकिन पूर्व की रघुवर सरकार की ओर से किये गए कार्यो को बंद कराने में व्यस्त है. उन्होंने कहा कि चंदनकियारी को एक पिछड़ा हुआ अनुसूचित जाती बहुल क्षेत्र के रूप में जाना जाता है. यहां की शैक्षणिक वातावण को मजबूत करने के लिए एक इंजीनियरिंग कॉलेज बनाने की स्वीकृति हुई थी, ताकि चंदनकियारी के गरीब, किसान और मजदूरों के बच्चें भी यहां पढ़ कर इंजीनियर बन सकें, लेकिन आदर्श अचार संहिता के कारण उक्त इंजीनियरिंग कॉलेज पर विराम लगा गया.
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चंदनकियारी की अस्मिता के साथ खिलवाड़
अमर कुमार बाउरी ने कहा कि हेमंत सोरेन सरकार ने कोरोना का हवाला देकर कार्य को बाधित रखा और अब एक षड़यंत्र के तहत इस इंजीनियरिंग कॉलेज को दूसरे जगह पर ले जाया जा रहा है, जो चंदनकियारी की अस्मिता के साथ खिलवाड़ है. चंदनकियारी क मान-सम्मान और अभिमान की रक्षा के लिए यहां के एक-एक नौजवान खड़ा होगा. विधायक ने कहा कि हम जान दे देंगे, लेकिन इंजीनियरिंग कॉलेज को किसी भी हालत में दूसरे जगह जाने नहीं देंगे. चंदनकियारी की जनता अपने अधिकार को छीन कर लेना जानती है.
जनविरोधी सरकार की महत्वाकांक्षा को नहीं होने देंगे पूरा
विधायक ने कहा कि यह विनोद बाबू और वीर समरेश सिंह की कर्मभूमि है, जिन्होंने शिक्षा को महत्व दिया है. ऐसे में इस जनविरोधी सरकार की महत्वाकांक्षा को कभी पूरा होने नहीं देंगे. कार्यकर्ता चंदनकियारी के एक-एक घर जाकर इस जनविरोधी सरकार के षड़यंत्र सोच की जानकारी दें और अपने अधिकार को छिनने के बारे में जागरूक करें. मौके पर देवाशीष सिंह, निवारण सिंह चौधरी, विभाष महतो, प्रदीप मांझी, रमन माहथा, सुबोध बनर्जी समेत अन्य उपस्थित थे.