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बोकारो: बंद माइंस एसडीएम के आश्वासन के बाद शुरू, बोले- नियमानुसार होगी ब्लास्टिंग - बोकारो में बेरमो एसडीएम ने की वार्ता

बोकारो जिले में बेरमो एसडीएम ने त्रिपक्षीय वार्ता के बाद बंद माइंस का काम चालू कराया है. वहीं बेरमो एसडीओ अनंत कुमार ने कहा कि किसी का हक नहीं मरने दिया जाएगा. नियमानुसार ही ब्लास्टिंग का आदेश दिया जा सकता है.

bermo sdm meets trilateral
चालू हुआ बंद माइंस
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Published : Sep 23, 2020, 5:00 PM IST

बोकारो: सीसीएल बीएंडके प्रक्षेत्र के कारो परियोजना में 17 सितंबर को किए गए हैवी ब्लास्टिंग का पत्थर गांव में आने के विरोध में ग्रामीणों और विस्थापितों की तरफ से काम बंद कराया गया था. इसके छठे दिन बेरमो एसडीओ अनंत कुमार की अध्यक्षता और सीसीएल बीएंडके, कारो परियोजना के अधिकारियों सहित इंटक नेता कुमार जयमगंल सिंह, कारो के विस्थापित ग्रामीणों की उपस्थिति में हुई.

बता दें कि 18 सितंबर को भी बेरमो एसडीओ और सीसीएल कारो प्रबंधन के अधिकारियों सहित इंटक नेता कुमार जयमंगल सिंह और ग्रामीणों-विस्थापितों की मौजूदगी में बैठक की गई थी. इसमें एसडीओ ने सीसीएल प्रबंधन की खामियों को देखते हुए सुधार करने का मौका देते हुए बंद काम का समर्थन किया था.

ग्रामीणों ने बताई समस्या
कारो पुराना तालाब के पास हुई वार्ता में ग्रामीणों की ओर से बताई गई समस्याओं को इंटक नेता कुमार जयमंगल उर्फ अनूप सिंह की तरफ से उठाए जाने के बाद प्रबंधन ने आश्वस्त किया कि अब हैवी ब्लास्टिंग नहीं की जाएगी. ब्लास्टिंग से अगर कोई घटना होती है तो इसकी जिम्मेदारी प्रबंधन की होगी.

वहीं कारो सहित आसपास के परियोजना से डिप्टेशन में भेजे गए 42 कामगारों को वापस लाने, जो कामगार नए स्थल पर तबादला चाहते हैं, उनका विधिवत तबादला करने, कारो रोड सेल में प्रतिदिन लगभग 22 सौ टन कोयला देने, विस्थापितों को मुख्यायल से कंसेंट मिलते ही घुटियाटांड में पुनर्वासित करने और अगर पिछरी के लिए ग्रामीणों ने कंसेट दिए हैं, तो उसकी प्रति मिलने पर आदेश प्राप्त करने के लिए रांची मुख्यालय कागजात भेजने, विस्थापितों की जमीन कागजात का बकाया सत्यापन के लिए आज से 10 वें दिन तेनुघाट में बैठक कर निर्णय लेने का आश्वासन दिया गया.

इसे भी पढ़ें-धनबाद: मरीज ने डॉक्टर पर लगाया फर्जी तरीके से इलाज करने का आरोप, CS से कार्रवाई की मांग

किसने क्या कहा
इंटक नेता कुमार जयमंगल सिंह ने कहा कि ग्रामीण विस्थापितों के हक की लड़ाई लड़ रहा हूं. कोल इंडिया मानवता के आधार पर भी काम करे, जमीन लेने के समय प्यार से बातें करती है. जमीन लेकर खनन करने के बाद जेल भेजने की तैयारी करती है. उन्होंने कहा कि वाशरी में क्रसिंग यूनिट रहने के बावजूद ठेकेदार को लाभ पहुंचाने के लिए क्रसर लगाने की जांच की जाए.

मजदूर काम मांगते हैं और वहीं अधिकारी ठेकेदार से काम कराने में विश्वास रखते हैं. इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा कि बेरमो विधानसभा क्षेत्र स्व राजेंद्र बाबू और कांग्रेस-झामुमो महागठबंधन का था, है और रहेगा. कमनी देवी की जमीन पर दूसरे को नियोजन दे दिया गया था, उसे रद्द कर सही व्यक्ति को नियोजन दें.

बेरमो एसडीओ अनंत कुमार ने कहा कि किसी का हक नहीं मरने दिया जाएगा, जो नियम संगत होगा, उसे सीसीएल प्रबंधन को पूरा करना पड़ेगा. नियमानुसार ही ब्लास्टिंग का आदेश दिया जा सकता है. जमीन संबंधी मामले का कागजात सीसीएल प्रबंधन के साथ ही हमें भी दें, ताकि हक मिलने में आसानी हो. उन्होंने कहा कि रैयती और गैर मजरुआ जमीन का सत्यापन नियमानुसार किया जाएगा, जो जमीन सरकार की है, उसका मुआवजा सीसीएल प्रबंधन को सरकार के खाते में देना पड़ेगा. प्रबंधन को नया बेहतर तालाब और सुभाषनगर के लिए रास्ता देना होगा.

बोकारो: सीसीएल बीएंडके प्रक्षेत्र के कारो परियोजना में 17 सितंबर को किए गए हैवी ब्लास्टिंग का पत्थर गांव में आने के विरोध में ग्रामीणों और विस्थापितों की तरफ से काम बंद कराया गया था. इसके छठे दिन बेरमो एसडीओ अनंत कुमार की अध्यक्षता और सीसीएल बीएंडके, कारो परियोजना के अधिकारियों सहित इंटक नेता कुमार जयमगंल सिंह, कारो के विस्थापित ग्रामीणों की उपस्थिति में हुई.

बता दें कि 18 सितंबर को भी बेरमो एसडीओ और सीसीएल कारो प्रबंधन के अधिकारियों सहित इंटक नेता कुमार जयमंगल सिंह और ग्रामीणों-विस्थापितों की मौजूदगी में बैठक की गई थी. इसमें एसडीओ ने सीसीएल प्रबंधन की खामियों को देखते हुए सुधार करने का मौका देते हुए बंद काम का समर्थन किया था.

ग्रामीणों ने बताई समस्या
कारो पुराना तालाब के पास हुई वार्ता में ग्रामीणों की ओर से बताई गई समस्याओं को इंटक नेता कुमार जयमंगल उर्फ अनूप सिंह की तरफ से उठाए जाने के बाद प्रबंधन ने आश्वस्त किया कि अब हैवी ब्लास्टिंग नहीं की जाएगी. ब्लास्टिंग से अगर कोई घटना होती है तो इसकी जिम्मेदारी प्रबंधन की होगी.

वहीं कारो सहित आसपास के परियोजना से डिप्टेशन में भेजे गए 42 कामगारों को वापस लाने, जो कामगार नए स्थल पर तबादला चाहते हैं, उनका विधिवत तबादला करने, कारो रोड सेल में प्रतिदिन लगभग 22 सौ टन कोयला देने, विस्थापितों को मुख्यायल से कंसेंट मिलते ही घुटियाटांड में पुनर्वासित करने और अगर पिछरी के लिए ग्रामीणों ने कंसेट दिए हैं, तो उसकी प्रति मिलने पर आदेश प्राप्त करने के लिए रांची मुख्यालय कागजात भेजने, विस्थापितों की जमीन कागजात का बकाया सत्यापन के लिए आज से 10 वें दिन तेनुघाट में बैठक कर निर्णय लेने का आश्वासन दिया गया.

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किसने क्या कहा
इंटक नेता कुमार जयमंगल सिंह ने कहा कि ग्रामीण विस्थापितों के हक की लड़ाई लड़ रहा हूं. कोल इंडिया मानवता के आधार पर भी काम करे, जमीन लेने के समय प्यार से बातें करती है. जमीन लेकर खनन करने के बाद जेल भेजने की तैयारी करती है. उन्होंने कहा कि वाशरी में क्रसिंग यूनिट रहने के बावजूद ठेकेदार को लाभ पहुंचाने के लिए क्रसर लगाने की जांच की जाए.

मजदूर काम मांगते हैं और वहीं अधिकारी ठेकेदार से काम कराने में विश्वास रखते हैं. इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा कि बेरमो विधानसभा क्षेत्र स्व राजेंद्र बाबू और कांग्रेस-झामुमो महागठबंधन का था, है और रहेगा. कमनी देवी की जमीन पर दूसरे को नियोजन दे दिया गया था, उसे रद्द कर सही व्यक्ति को नियोजन दें.

बेरमो एसडीओ अनंत कुमार ने कहा कि किसी का हक नहीं मरने दिया जाएगा, जो नियम संगत होगा, उसे सीसीएल प्रबंधन को पूरा करना पड़ेगा. नियमानुसार ही ब्लास्टिंग का आदेश दिया जा सकता है. जमीन संबंधी मामले का कागजात सीसीएल प्रबंधन के साथ ही हमें भी दें, ताकि हक मिलने में आसानी हो. उन्होंने कहा कि रैयती और गैर मजरुआ जमीन का सत्यापन नियमानुसार किया जाएगा, जो जमीन सरकार की है, उसका मुआवजा सीसीएल प्रबंधन को सरकार के खाते में देना पड़ेगा. प्रबंधन को नया बेहतर तालाब और सुभाषनगर के लिए रास्ता देना होगा.

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