ETV Bharat / state

बेरमो विधायक के करीबी के अपहृत दामाद को 24 घंटे बाद बदमाशों ने छोड़ा, परिजनों को थी अनहोनी की आशंका - बेरमो रंजय अपरहरण कांड

फुसरो शहर में चार से पांच घंटे तक जमकर हंगामा हुआ. एक युवक को उसके दोस्तों ने ही अगवा कर लिया था. बाद में परिजनों और पुलिस के दबाव के बाद उसे चंगुल से मुक्त कराया गया.

Jharkhand Crime News
24 घंटे बाद अपहृत युवक रंजय को सही सलामत छुड़ाया गया
author img

By

Published : Jun 19, 2023, 11:48 AM IST

बोकारो: फुसरो शहर में युवक के कथित अपहरण के बाद जमकर हंगामा हुआ. मामले में युवक के साथी पर ही अपहरण का आरोप लगा. परिजनों के हंगामे के बाद आरोपी अरसद उर्फ सोनू ने बेरमो थाने में सरेंडर कर दिया. पुलिस के दबाव के बाद परिवारवालों के लिए राहत भरा कॉल आया. अपहृत युवक रंजय ने बताया कि उसे छोड़ दिया गया है. फिलहाल वह आसनसोल में सही सलामत है.

ये भी पढ़ें: कुख्यात अपराधी अनिल शर्मा की पत्नी ने लगाई गुहार, जेल आईजी पर बेहतर इलाज नहीं करवाने का लगाया आरोप

फुसरो में जमकर हुआ बवाल: अपहृत युवक रंजय के परिजनों ने उसके साथी सोनू पर अपहरण का आरोप लगाया था. आरोपी के चाचा की दुकान जनता ऑयल मील पर भारी संख्या में लोगों ने धावा बोल दिया. घंटों तक वहीं जमे रहे. परिजनों की मांग थी कि रंजय को कथित बदमाशों के चंगुल से मुक्त करो. लोगों का गुस्सा सातवें आसमान में था. आक्रोशित लोगों के दबाव के बाद सोनू ने बेरमो थाने में सरेंडर किया. उसके बाद पुलिस और लोगों के दबाब के बाद 24 घंटे के बाद रंजय को छोड़ा गया. जिसकी जानकारी रंजय ने खुद फोन पर परिजनों को दी. इस दौरान चार-पांच घंटों तक फुसरो में विवाद और हंगामे का माहौल छाया रहा.

ससुर बेरमो विधायक के करीबी: अपहृत युवक रंजय सिंह के ससुर लक्ष्मण सिंह बेरमो विधायक के करीबी बताए जाते हैं. दामाद का आवास विधायक अनूप के बेरमो आवास के पास स्टाफ क्वार्टर में ही है. जबतक दामाद की सलामती का कॉल नहीं आया लक्ष्मण सिंह को बेचैन दिखे. थाने में बेसुध होने के बाद लोगों ने पानी पिलाकर उन्हें ढांढस बंधाया. बेटी की स्थिति भी कमोबेश ऐसी ही थी. मामले में परिजनों को अनहोनी की आशंका थी. इसी कारण सभी आशंकित थे. बताया जाता है कि आरोपी सोनू और रंजय साथ में ही व्यवसाय करते थे. इसी को लेकर दोनों में अनबन हुई थी. जिसके बाद मामला इतना बढ़ गया. बताया जाता है कि पहले से ही पैसे आदि की लेनदेन को लेकर दोनों के बीज विवाद चल रहा था.

थाना प्रभारी ने क्या कहा: बेरमो थाना प्रभारी सह इंस्पेक्टर रविंद्र कुमार सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है. खुलासा होने के बाद पूरी जानकारी दी जा सकती है. इधर अपहृत रंजय सिंह के साले ने कहा कि मामला क्या है? अभी पता नहीं है. किस कारण सोनू ने ऐसा किया है? बताया कि जीजा रंजय की अंतिम मीटिंग सोनू और उनके कुछ साथी के साथ हुई थी. उनके बाद उनका फोन ऑफ हो गया. इसके पूर्व भी सोनू और उसके साथियों के द्वारा रंजय सिंह को धमकी मिली थी. कहा जीजा के आने के बाद घटना की सारी जानकारी हो पाएगी.

बोकारो: फुसरो शहर में युवक के कथित अपहरण के बाद जमकर हंगामा हुआ. मामले में युवक के साथी पर ही अपहरण का आरोप लगा. परिजनों के हंगामे के बाद आरोपी अरसद उर्फ सोनू ने बेरमो थाने में सरेंडर कर दिया. पुलिस के दबाव के बाद परिवारवालों के लिए राहत भरा कॉल आया. अपहृत युवक रंजय ने बताया कि उसे छोड़ दिया गया है. फिलहाल वह आसनसोल में सही सलामत है.

ये भी पढ़ें: कुख्यात अपराधी अनिल शर्मा की पत्नी ने लगाई गुहार, जेल आईजी पर बेहतर इलाज नहीं करवाने का लगाया आरोप

फुसरो में जमकर हुआ बवाल: अपहृत युवक रंजय के परिजनों ने उसके साथी सोनू पर अपहरण का आरोप लगाया था. आरोपी के चाचा की दुकान जनता ऑयल मील पर भारी संख्या में लोगों ने धावा बोल दिया. घंटों तक वहीं जमे रहे. परिजनों की मांग थी कि रंजय को कथित बदमाशों के चंगुल से मुक्त करो. लोगों का गुस्सा सातवें आसमान में था. आक्रोशित लोगों के दबाव के बाद सोनू ने बेरमो थाने में सरेंडर किया. उसके बाद पुलिस और लोगों के दबाब के बाद 24 घंटे के बाद रंजय को छोड़ा गया. जिसकी जानकारी रंजय ने खुद फोन पर परिजनों को दी. इस दौरान चार-पांच घंटों तक फुसरो में विवाद और हंगामे का माहौल छाया रहा.

ससुर बेरमो विधायक के करीबी: अपहृत युवक रंजय सिंह के ससुर लक्ष्मण सिंह बेरमो विधायक के करीबी बताए जाते हैं. दामाद का आवास विधायक अनूप के बेरमो आवास के पास स्टाफ क्वार्टर में ही है. जबतक दामाद की सलामती का कॉल नहीं आया लक्ष्मण सिंह को बेचैन दिखे. थाने में बेसुध होने के बाद लोगों ने पानी पिलाकर उन्हें ढांढस बंधाया. बेटी की स्थिति भी कमोबेश ऐसी ही थी. मामले में परिजनों को अनहोनी की आशंका थी. इसी कारण सभी आशंकित थे. बताया जाता है कि आरोपी सोनू और रंजय साथ में ही व्यवसाय करते थे. इसी को लेकर दोनों में अनबन हुई थी. जिसके बाद मामला इतना बढ़ गया. बताया जाता है कि पहले से ही पैसे आदि की लेनदेन को लेकर दोनों के बीज विवाद चल रहा था.

थाना प्रभारी ने क्या कहा: बेरमो थाना प्रभारी सह इंस्पेक्टर रविंद्र कुमार सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है. खुलासा होने के बाद पूरी जानकारी दी जा सकती है. इधर अपहृत रंजय सिंह के साले ने कहा कि मामला क्या है? अभी पता नहीं है. किस कारण सोनू ने ऐसा किया है? बताया कि जीजा रंजय की अंतिम मीटिंग सोनू और उनके कुछ साथी के साथ हुई थी. उनके बाद उनका फोन ऑफ हो गया. इसके पूर्व भी सोनू और उसके साथियों के द्वारा रंजय सिंह को धमकी मिली थी. कहा जीजा के आने के बाद घटना की सारी जानकारी हो पाएगी.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.