बोकारोः हजारीबाग की पूर्व विधायक सह समाजवादी नेता रानी डे का 85 वर्ष की आयु में गुरुवार की शाम 4 बजे रांची के मोरहाबादी स्थित उनके निवास स्थान न्यू एरिया में निधन हो गया. उनके निधन की खबर सुनकर राजनीति से जुड़े कई लोग रांची पहुंचकर उनका अंतिम दर्शन किया. उनका अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव बोकारो जिले के गोमिया के साडम में दोपहर 04 बजे संपन्न होगा. दामोदर नदी के घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. जिसमें राजनीति से जुड़े लोग और समाजवादी नेता और कार्यकर्ता शामिल होंगे. उनके निधन की खबर सुनकर बोकारो में शोक की लहर है.
कई महीनों से रानी डे थीं बीमार: संयुक्त बिहार की फायर ब्रांड समाजवादी नेता रानी डे पिछले कई महीनों से बीमार चल रही थीं. रांची के अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था. जानकारी के अनुसार रानी डे 1977 के चुनाव में जनता पार्टी से विधायक निर्वाचित हुई थीं. अपने राजनीतिक सफर में रानी डे जयप्रकाश नारायण, कर्पूरी ठाकुर, डॉ राममनोहर लोहिया, चौधरी चरण सिंह, जॉर्ज फर्नांडीज, रामविलास पासवान, राजनारायण, मधु लिमये सहित अन्य प्रमुख सोशलिस्ट नेताओं से जुड़ी रही थीं और उनके साथ मिलकर काफी काम किया था.
जेपी आंदोलन में रानी डे गईं थी जेल: जेपी आंदोलन में पूर्व विधायक रानी डे जेल भी गईं थीं. जबकि रानी डे के पति हजारीबाग के वरिष्ठ अधिवक्ता बैंकुठ नाथ डे का संपर्क डॉ राममनोहर लोहिया से रहा है. जब डॉ लोहिया की गिरफ्तारी हुई और उन्हें हजारीबाग जेल में रखा गया था तो बैंकुठ नाथ डे ने उनकी काफी मदद की थी. साथ ही रानी डे सामाजिक कार्यों में भी बढ़-चढ़ कर भाग लेती थीं.
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