बोकारो: जिले से अंतर्राज्यीय साइबर क्राइम गिरोह के चार सदस्यों को पुलिस ने चास से गिरफ्तार किया. इस गिरोह ने पिछले 4 वर्षों में करीब ढाई करोड़ रुपए की ठगी की है. गिरोह के कुछ सदस्य देवघर के रहने वाले हैं और कुछ गिरिडीह जिले के रहने वाले हैं.
चारों को गिरफ्तार करने के बाद बोकारो पुलिस लगातार पूछताछ कर रही है. इस संबंध में बोकारो एसपी पी मुरगन ने बताया कि चास आईसीआईसीआई बैंक ने पुलिस को सूचना दी थी, कि कर्नाटक राज्य पुलिस द्वारा सीज कराए गए खाता से पैसे निकासी के लिए कुछ लड़के बैंक में आए हुए हैं, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और चारों को गिरफ्तार किया गया.
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गिरफ्तार आरोपियों के घर की जब तलाशी ली गई तो उसके पास से कई कागजात बरामद हुए. पूछताछ में चारों ने कई खुलासे किए. पुलिस ने बताया कि ये चारों बैंक फ्रॉड के अपराध में भी संलिप्त हैं. एसपी पी मुरगन ने बताया कि ये लोग गलत नाम और पता देकर पेटीएम कार्ड और बैंक खाता खुलवाते थे. उसके बाद बैंककर्मी बनकर ग्राहकों को झांसा देकर सीवीवी नंबर लेकर उसके खाते से पैसे निकालते थे.
स्टूडेंट बनकर रहते थे ठग
यह सभी ठग बोकारो में स्टूडेंट बन कर रह रहे थे. इन लोगों ने कॉलेज में अपना एडमिशन भी करा रखा था, लेकिन पढ़ाई की आड़ में ये लोग साइबर क्राइम का धंधा कर रहे थे.
गिरफ्तार आरोपी के नाम
इस मामले में पुलिस ने देवघर जिला के रहने वाले अनिल कुमार यादव, गोपाल कुमार यादव को गिरफ्तार किया है. इसके अलावा पुलिस ने गिरिडीह के जितेंद्र कुमार यादव और दिलीप कुमार यादव को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने उसके पास से 4 बाइक, 3 लैपटॉप, 17 मोबाइल, 19 एटीएम कार्ड, 13 पासबुक, 9 चेकबुक और 52 हजार रुपये नकद बरामद किए हैं.