बोकारो: झारखंड में भ्रष्टाचार के मामले में अगर कोई निगम नंबर वन है तो वह चास नगर निगम है. इसे लेकर चास नगर के अध्यक्ष जमील अख्तर ने राज्य सरकार से चास नगर निगम के 5 सालों के कार्यकाल की जांच एसीबी से कराने की मांग की है.
जमील अख्तर ने कहा कि चास नगर निगम में 5 सालों के कार्यकाल में चास के मेयर ने सिर्फ कमीशन लेकर काम किया है. मेयर ने निगम में सिर्फ भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया है. उन्होंने कहा कि मेयर ने पेवर ब्लॉक बिछाने के नाम पर 40 फीसदी कमीशन लेने का काम किया है. जमील अख्तर ने कहा कि जांच हुई तो मेयर ने चास नगर निगम की ओर से बनाए गए दुकानों को अपने रिश्तेदारों को आवंटित कराने का काम किया है, जिसकी जांच होनी चाहिए.
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निगम अध्यक्ष ने मेयर भोलू पासवान पर आरोप लगाते हुए कहा की मेयर कहते हैं कि पांच साल बेमिसाल हुआ है, लेकिन पांच साल में वो मालामाल हो गए. चास नगर निगम के मेयर भोलू पासवान लगातार 5 सालों से विवादों के घेरे में रहे है, लेकिन अब उनकी कार्यकाल खत्म हो गई है. झारखंड सरकार में कांग्रेस शामिल है और कांग्रेस का नेता चास नगर निगम की कार्यकाल का एसीबी से जांच करा पाते हैं कि नहीं यह उनके लिए मुश्किल होगा.