बोकारो: बोकारो जिले के डीएवी पब्लिक स्कूल दुगदा के दसवीं कक्षा के अल्पसंख्यक समुदाय के छात्र से कृपाण अलग रखवाने के मामले की जांच होगी. उपायुक्त कुलदीप चौधरी ने बेरमो अनुमंडल पदाधिकारी को इस मामले की जांच की जिम्मेदारी सौंपी है. इससे पहले अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने उपायुक्त से मिलकर इस मामले में नाराजगी जताई थी. साथ मामले की जांच की मांग थी और ऐसी घटना दोबारा न हो इसके लिए कदम उठाने की मांग की थी.
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सीबीएसई दसवीं की बोर्ड परीक्षाएं चल रहीं हैं. सीबीएसई से संबद्ध बोकारो के डीएवी स्कूल दुगदा के विद्यार्थियों का परीक्षा केंद्र, बोकारो के ही पंडित बागेश्वरी पांडेय सरस्वती विद्या मंदिर देवनगर को बनाया गया है. डीएवी स्कूल दुगदा का छात्र करणदीप सिंह 14 मई को साइंस विषय की परीक्षा देने पहुंचा था. आरोप है कि स्कूल ने कृपाण के साथ परीक्षा केंद्र में उसे प्रवेश देने से मना कर दिया. बाद में अमृतधारी सिख छात्र करण दीप सिंह को छोटी कृपाण अलग रखवा कर परीक्षा में शामिल होने की इजाजत दी गई. इस घटना की जानकारी से सिख समुदाय में आक्रोश था. इस मामले को लेकर सिख समुदाय ने बोकारो के उपायुक्त से मिलकर जांच की मांग की थी और आगे इस प्रकार की घटना न घटे इसके लिए कदम उठाने की मांग की थी.
समुदाय बोला-हो सकता है शिक्षक को न हो जानकारीः इस पर उपायुक्त कुलदीप चौधरी ने मामले की जांच का आदेश बेरमो अनुमंडल पदाधिकारी को दिया. इधर, इस मामले को लेकर सिख समुदाय ने सीएम से लेकर पीएमओ तक शिकायत की है. विभिन्न गुरुद्वारा कमेटियों के प्रतिनिधियों ने बोकारो के उपायुक्त कुलदीप चौधरी को ज्ञापन सौंपा और दोषी स्कूल प्रबंधन पर कड़ी कार्रवाई की मांग की. सिख समुदाय का कहना है कि आगे इस तरह की घटना न हो, इस पर विद्यालय प्रबंधन को सचेत रहना चाहिए. उन्होंने बताया कि सिख समुदाय को यह अधिकार है कि वह कृपाण लेकर हवाई जहाज से लेकर अति संवेदनशील जगहों पर भी जा सकते हैं. ऐसे में जानकारी का आभाव शिक्षक को हो सकता है तो इस पर सभी का ध्यान आकृष्ट कराना चाहिए.