बोकारो: जिले में झारखंड सरकार की महात्वाकांक्षी योजना सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना का लाभ देने के एवज में छात्राओं से रिश्वत उगाही करने का मामला प्रकाश में आया है. छात्राओं का आरोप है कि आंगनबाड़ी सेविका और सहायिकाओं द्वारा फॉर्म जमा करने के एवज में रिश्वत ली गई है. मामला रामरूद्र प्लस टू हाई स्कूल का है. इधर, मामले की जानकारी मिलते ही डीसी कुलदीप चौधरी ने चास एसडीओ दिलीप सिंह शेखावत को जांच के लिए रामरूद्र प्लस टू हाई स्कूल भेजा.
एसडीओ की जांच में आरोप पाया गया सहीः जांच में दर्जनों लड़कियों ने आंगनबाड़ी केंद्र में फॉर्म जमा करने के लिए 100 से 300 रुपए लेने और योजना का पैसा आने पर 500 से 2500 रुपए मांगने और लेने का आरोप लगाया है. एसडीओ ने छात्राओं को किसी भी सरकारी योजना में किसी को रिश्वत नहीं देने की सलाह दी. उन्होंने एक-एक छात्राओं से वार्ड और उनके आंगनबाड़ी सेविका, सहायिका का नाम भी पूछा. उनके आवेदन भी लिए.
दोषी सेविका और सहायिका पर होगी कार्रवाईः एसडीओ दिलीप सिंह शेखावत के निर्देश पर समाज कल्याण पदाधिकारी ने छात्राओं से बयान और लिखित शिकायत लिया. एसडीओ ने कहा कि जांच में अभी तक पैसा लेने की बात सामने आई है. छात्राओं की शिकायत पर दोषी सेविका, सहायिका के विरुद्ध कर्रवाई की जाएगी. एसडीओ ने भी बताया कि जिन छात्राओं ने पैसे नहीं दिए हैं उनका फॉर्म भी जमा नहीं लिया गया है. मामले की जांच की जाएगी.
कैसे मिलेगा योजना का लाभः योजना का लाभ लेने बिल्कुल आसान है. इसका लाभ लेने के लिए छात्राओं को निकट के आंगनबाड़ी केंद्र से संपर्क करना होता है और उनके माध्यम से फिर बाल विकास परियोजना पदाधिकारी को फॉर्म भरकर जरूरी दस्तावेजों को जमा करना होता है.बताते चलें कि सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना में छात्राओं से आंगनबाड़ी सेविका सहायिकाओं द्वारा पैसा लेने की पूरे जिले में शिकायतें मिल रही हैं.
क्या है सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजनाः झारखंड सरकार ने राज्य की पढ़ने वाली लड़कियों के लिए एक बहुत खास योजना चला रही है. जिसका नाम हैं सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना. इस स्कीम के तहत पढ़ने वाली बालिकाओं को सरकार द्वारा कक्षा आठवीं से लेकर कक्षा 12वीं तक पढ़ाई के लिए अनुदान के रूप में लगभग 40 हजार रुपए दिए जाते हैं.