बोकारो: जिला प्रशासन जहां एक और महामारी से लड़ने के लिए काम कर रहा है तो वहीं बोकारो जिला उपायुक्त मुकेश कुमार के नेतृत्व में दूसरे काम को भी सुचारू रूप से चलाने के लिए पूरी कोशिश कर रहा है. जिला प्रशासन की कोशिश है कि लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए लोगों को फायदा पहुंचाया जाए. यही वजह है कि लॉकडाउन की इस विषम परिस्थिति में भी बोकारो कई चीजों में अपनी शानदार उपस्थिति दर्ज करा रहा है. यहां मनरेगा अंतर्गत झारखंड राज्य में सबसे ज्यादा मजदूरों को कार्य उपलब्ध कराने वाला जिला बोकारो बन गया है.
राज्य में बोकारो पहला, गिरिडीह दूसरे स्थान और रांची तीसरे स्थान पर है. इस विषम परिस्थिति में मजदूरों की कठिनाइयों को देखते हुए बड़ी संख्या में जिले अंतर्गत मनरेगा योजनाओं पर काम शुरू किया गया है. यहां प्रखंड और पंचायत स्तरीय मनरेगा कर्मियों के तत्परता के साथ योजनाओं का क्रियान्वयन किया जा रहा है. जिसका सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहा है.
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झारखंड राज्य में मनरेगा ज्यादा मजदूरों को काम देने वाले जिलों में बोकारो है. जहां लगभग 14000 मजदूर मनरेगा में कार्य कर रहे हैं. इसके साथ ही वर्तमान समय में 5133 योजनाओं का क्रियान्वयन विभिन्न प्रखंडों पंचायतों में किया जा रहा है.