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आयुष्मान भारत योजना में फर्जीवाड़ा, फर्जी पर्ची से ग्लोबल हॉस्पिटल कर रहा था बीमा राशि क्लेम

बोकारो में आयुष्मान भारत योजना में फर्जीवाड़ा पकड़ा गया है. बोकारो का ग्लोबल हॉस्पिटल फर्जी पर्ची के जरिये आयुष्मान भारत योजना से बीमा की राशि क्लेम कर रहा था. जांच में मामला खुलने पर आला अफसरों ने बोकारो के ग्लोबल हॉस्पिटल पर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. पढ़ें कैसे पकड़ा गया फर्जीवाड़ा.

Global Hospital of Bokaro
ग्लोबल हॉस्पिटल में आयुष्मान भारत योजना के नाम पर फर्जीवाड़ा
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Published : Dec 19, 2021, 12:51 PM IST

Updated : Dec 19, 2021, 1:24 PM IST

बोकारोः दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य योजना में निजी अस्पताल पलीता लगाने में जुटे हैं. इसका खुलासा बोकारो में हुआ है. बोकारो में आयुष्मान भारत योजना में फर्जीवाड़ा पकड़ा गया है. यहां बगैर मरीज के इलाज के फर्जी पर्ची के जरिये बीमा की रकम क्लेम की जा रही थी. इसका खुलासा होने पर अब कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं.

यह भी पढ़ेंःबोकारो: सदर अस्पताल में घंटों घूमते रहे मरीज, नदारद रहे डॉक्टर

ये है पूरा गोरखधंधा

दरअसल, सदर अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचे मरीजों के पंजीयन पर्ची में फर्जीवाड़ा कर ग्लोबल हॉस्पिटल में इलाज के नाम पर बीमा राशि क्लेम करने का खेल चल रहा था. आयुष्मान भारत पोर्टल पर कई ऐसे मरीजों की डिटेल थी जिन्हें सदर अस्पताल से ग्लोबल अस्पताल में भर्ती के लिए रेफर दिखाया गया था. लेकिन रेफर करने वाले डॉक्टर सदर अस्पताल में काम ही नहीं करते थे.

जानकारी देते डॉक्टर

इसका शक होने से स्वास्थ्य विभाग ने अस्पताल के तीन महीने की डिटेल चेक किया तो हॉस्पिटल की ओर से किए गए दावे पर स्वास्थ्य विभाग को और भी शक हुआ. इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अस्पताल पहुंचकर मरीज की जांच करनी चाही, यहां संबंधित मरीज मिले ही नहीं. इस तरह 10 मरीज की बीमा राशि फर्जी पंजीयन पर्ची से क्लेम की जाती मिली. इसकी जानकारी आला अफसरों को दी गई तो ग्लोबल हॉस्पिटल पर कार्रवाई के निर्देश दिए गए.

ऐसे और गहराया शक

सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. संजय कुमार ने बताया कि आयुष्मान भारत पोर्टल पर लक्ष्मी नाम की मरीज का ग्लोबल हॉस्पिटल में आयुष्मान योजना के तहत इलाज किया जाना दिखाया गया था. इस मरीज की जांच की गई तो हॉस्पिटल में इस नाम की कोई मरीज नहीं मिली. स्टाफ मरीज के भर्ती होने की जानकारी भी नहीं दे सका. बल्कि प्रबंधन ने मामले की जांच की जानकारी पर मरीज का डिटेल और रजिस्ट्रेशन आयुष्मान भारत पोर्टल से हटा दिया.

पंजीयन पर्ची में गड़बड़ी

सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. संजय कुमार ने बताया कि 10 मरीजों के पंजीयन पर्ची की जांच की गई थी. इस जांच में पता चला कि जो डॉक्टर चार-पांच वर्षों से पदस्थापित ही नहीं है, उनके हस्ताक्षर से ग्लोबल हॉस्पिटल में रेफर किया जाना दिखाया जा रहा है. उपाधीक्षक ने बताया कि सदर अस्पताल के डॉक्टर पंजीयन पर्ची पर एडमिट लिखते हैं तो सदर अस्पताल में ही भर्ती करना होता है. लेकिन फर्जीवाड़ा कर उन्हें आयुष्मान लिखकर एक ही अस्पताल ग्लोबल में भर्ती किया जा रहा था. पर्ची पर ओवरराइटिंग भी थी.

शीघ्र ग्लोबल हॉस्पिटल पर होगी कार्रवाई

सिविल सर्जन डॉ. जितेंद्र सिंह ने बताया कि विभागीय जांच के बाद मुख्यालय से कार्रवाई का आदेश मिला है. विभागीय निर्देशानुसार सभी बिंदुओं पर हॉस्पिटल के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि आयुष्मान योजना में गड़बड़ी करने वाले लोगों का पूरा रैकेट काम कर रहा है, जिसपर जांच करने की जरूरत है.

बोकारोः दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य योजना में निजी अस्पताल पलीता लगाने में जुटे हैं. इसका खुलासा बोकारो में हुआ है. बोकारो में आयुष्मान भारत योजना में फर्जीवाड़ा पकड़ा गया है. यहां बगैर मरीज के इलाज के फर्जी पर्ची के जरिये बीमा की रकम क्लेम की जा रही थी. इसका खुलासा होने पर अब कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं.

यह भी पढ़ेंःबोकारो: सदर अस्पताल में घंटों घूमते रहे मरीज, नदारद रहे डॉक्टर

ये है पूरा गोरखधंधा

दरअसल, सदर अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचे मरीजों के पंजीयन पर्ची में फर्जीवाड़ा कर ग्लोबल हॉस्पिटल में इलाज के नाम पर बीमा राशि क्लेम करने का खेल चल रहा था. आयुष्मान भारत पोर्टल पर कई ऐसे मरीजों की डिटेल थी जिन्हें सदर अस्पताल से ग्लोबल अस्पताल में भर्ती के लिए रेफर दिखाया गया था. लेकिन रेफर करने वाले डॉक्टर सदर अस्पताल में काम ही नहीं करते थे.

जानकारी देते डॉक्टर

इसका शक होने से स्वास्थ्य विभाग ने अस्पताल के तीन महीने की डिटेल चेक किया तो हॉस्पिटल की ओर से किए गए दावे पर स्वास्थ्य विभाग को और भी शक हुआ. इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अस्पताल पहुंचकर मरीज की जांच करनी चाही, यहां संबंधित मरीज मिले ही नहीं. इस तरह 10 मरीज की बीमा राशि फर्जी पंजीयन पर्ची से क्लेम की जाती मिली. इसकी जानकारी आला अफसरों को दी गई तो ग्लोबल हॉस्पिटल पर कार्रवाई के निर्देश दिए गए.

ऐसे और गहराया शक

सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. संजय कुमार ने बताया कि आयुष्मान भारत पोर्टल पर लक्ष्मी नाम की मरीज का ग्लोबल हॉस्पिटल में आयुष्मान योजना के तहत इलाज किया जाना दिखाया गया था. इस मरीज की जांच की गई तो हॉस्पिटल में इस नाम की कोई मरीज नहीं मिली. स्टाफ मरीज के भर्ती होने की जानकारी भी नहीं दे सका. बल्कि प्रबंधन ने मामले की जांच की जानकारी पर मरीज का डिटेल और रजिस्ट्रेशन आयुष्मान भारत पोर्टल से हटा दिया.

पंजीयन पर्ची में गड़बड़ी

सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. संजय कुमार ने बताया कि 10 मरीजों के पंजीयन पर्ची की जांच की गई थी. इस जांच में पता चला कि जो डॉक्टर चार-पांच वर्षों से पदस्थापित ही नहीं है, उनके हस्ताक्षर से ग्लोबल हॉस्पिटल में रेफर किया जाना दिखाया जा रहा है. उपाधीक्षक ने बताया कि सदर अस्पताल के डॉक्टर पंजीयन पर्ची पर एडमिट लिखते हैं तो सदर अस्पताल में ही भर्ती करना होता है. लेकिन फर्जीवाड़ा कर उन्हें आयुष्मान लिखकर एक ही अस्पताल ग्लोबल में भर्ती किया जा रहा था. पर्ची पर ओवरराइटिंग भी थी.

शीघ्र ग्लोबल हॉस्पिटल पर होगी कार्रवाई

सिविल सर्जन डॉ. जितेंद्र सिंह ने बताया कि विभागीय जांच के बाद मुख्यालय से कार्रवाई का आदेश मिला है. विभागीय निर्देशानुसार सभी बिंदुओं पर हॉस्पिटल के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि आयुष्मान योजना में गड़बड़ी करने वाले लोगों का पूरा रैकेट काम कर रहा है, जिसपर जांच करने की जरूरत है.

Last Updated : Dec 19, 2021, 1:24 PM IST
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