बोकारोः जिला में स्थित एकमात्र एयरपोर्ट को शुरू करने के लिए तेजी से काम चल रहा है. इसी कड़ी में शुक्रवार को एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के रीजनल एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर मनोज दंगल की टीम ने बोकारो एयरपोर्ट का निरीक्षण किया. इस दौरान रनवे और पैसेंजर लॉन्च टर्मिनल बिल्डिंग का जायजा लिया गया. इस मौके पर बोकारो विधायक बिरंची नारायण भी उनकी टीम के साथ मौजूद रहे.
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उड़ान के लिए करना होगा 4 माह इंतजारः बोकारो में एयरपोर्ट चालू होने का सबको इंतजार है. एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) द्वारा किये जा रहे एयरपोर्ट के विस्तारीकरण का काम अब फाइनल स्टेज पर है लेकिन डीजीसीए से एरोड्रम लाइसेंस लेने काम अभी बाकी है. क्योंकि बगैर इसके यहां से कमर्शियल उड़ान शुरू नहीं हो सकती है. यह एयरपोर्ट बोकारो इस्पात संयंत्र (BSL) का है. इसलिए लाइसेंस प्राप्त करने के लिए बीएसएल को ही एप्लीकेशन भरकर डीजीसीए को देना होगा. इस दिशा में कार्रवाई काफी सुस्त है, ऐसे में तीन माह के भीतर बोकारो से उड़ान शुरू होने की कोई संभावना नजर नहीं आ रही है.
बताया जाता है कि आवेदन भरकर डीजीसीए को भेजने के बाद लाइसेंस मिलने में करीब तीन महीने का समय लगता है. डीजीसीए को आवेदन प्राप्त होने के बाद उनकी टीम एयरपोर्ट जाकर बारीकी से निरिक्षण करती है और उसपर अपना मंतव्य देती है. जिसके आधार पर अगर सुधार की आवश्यकता होती है तो उन कमियों को सुधारा जाता है. उसके बाद ही कमर्शियल उड़ान का लाइसेंस एयरपोर्ट को मिलता है. इस प्रक्रिया में अमूमन तीन महीने से अधिक का समय लग ही जाता है.
2023 में ही उड़ान शुरू करने का लक्ष्यः रीजनल डायरेक्टर मनोज दंगल के अनुसार डीजीसीए के फॉर्म में बहुत तरह की टेक्निकल जानकारियां भरनी होती हैं, जिसमें समय लगना स्वाभाविक है. एयरपोर्ट के विस्तारीकरण से संबंधित सारा काम अब खत्म होने वाला है. दो विमान कंपनियों को उड़ान भरने की अनुमति भी अथॉरिटी ने दे दी है. कुछ महीनों में एरोड्रम लाइसेंस भी मिल जायेगा. एयरपोर्ट अथॉरिटी इस दिशा में तेजी से काम में जुटी है. इसको लेकर विधायक बिरंची नारायण ने कहा कि 2023 में बोकारो एयरपोर्ट से उड़ान भरने का लक्ष्य रखा गया है.