बगदाद: अमेरिका ने गुरुवार रात ईरान के अत्यंत प्रशिक्षित कुद्स फोर्स के प्रमुख मेजर जनरल कासिम सुलेमानी को ढेर कर दिया. हमला इराक की राजधानी बगदाद में किया गया था. ईरान ने पूरी घटना पर तीखी प्रतिक्रिया दी है. ईरान ने कहा कि यह एक आतंकी कार्रवाई है और वह इसका बदला लेगा.
इसके बाद अमेरिका की ओर से एक एडवायजरी जारी की गई है. इसके अनुसार अमेरिकी नागरिकों को तुरंत इराक छोड़ने को कहा गया है.
व्हाइट हाउस के एक ट्विट के मुताबिक, अमेरिकी राष्ट्रपति के निर्देश पर अमेरिकी सेना ने ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स-कुद्स फोर्स के प्रमुख, कासिम सुलेमानी पर अमेरिकी सैनिकों की रक्षा के लिए निर्णायक रक्षात्मक कार्रवाई की है.
ईरान ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह एक मूर्खतापूर्ण कदम है और इसके परिणामों के लिए अमेरिका जिम्मेदार होगा.
ईरान के विदेश मंत्री जवाद जरीफ ने कहा अमेरिका ने जनरल सुलेमनी की हत्या करके अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद का कृत्य किया है. सुलेमनी दैस (ISIS), अल नुसार, अल कायदा से लड़ने वाले सबसे प्रभावी बल थे और उनकी हत्या बेहद खतरनाक और मूर्खतापूर्ण है. इसके परिणामों के लिए अमेरिका जिम्मेदार होगा.
इसी क्रम में अमेरिका के सेक्रेटरी माइक पोम्पियो ट्विटर के माध्यम से एक वीडियो साझा किया, जिसमें लोग सड़क पर जश्न मनाते दिख रहे हैं.
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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सुलेमानी का काफिला बगदाद एयरपोर्ट की ओर जा रहा था, तभी अमेरिकी सेना ने हवाई हमला कर दिया.
हमले में कई अन्य कमांडर भी मारे गए हैं. इनमें उप कमांडर अबू मेहदी अल मुहांदिस भी शामिल है. मेहदी पॉपुलर मोबलाइजेशन फोर्स का नेतृत्व करता था.
1980 के दशक से ही अमेरिका सुलेमानी को अपना दुश्मन मानता रहा है
इराक को आईएस आतंकी से बचाने के लिए सुलेमानी ने ईरान समर्थित फोर्स का गठन किया था. इसका नाम पॉपुलर मोबलाइजेशन फोर्स रखा गया है. सुलेमानी 1980 से ही सक्रिय रहे हैं. ईरान-इराक संघर्ष के दौरान उनकी काफी अहम भूमिका थी. इस युद्ध में अमेरिका इराक के साथ था. सुलेमानी अमेरिका तभी से अपना दुश्मन समझता है.
हिजबुल्लाह को दिया बढ़ावा
1990 के दशक में वे कुद्स गार्ड के प्रमुख बने. उन्होंने लेबनान में हिजबुल्लाह को बढ़ावा देने में मुख्य भूमिका निभाई थी.
हमले की विस्तृत खबरें
PMF ने इस हमले के लिए संयुक्त राज्य को दोषी ठहराया है. समाचार एजेंसी के अनुसार, सैन्य बलों ने बताया है कि इस हमले में आठ ईरानी और इराकी कमांडर भी मारे गए हैं. इराक के सरकारी टीवी चैनल की मानें तो हमले में शीर्ष ईरानी कमांडर कासिम सुलेमानी की मौत हो गई.
पढ़ें- इराक में अमेरिकी दूतावास पर हमला, ईरान पर लगे आरोप
इससे पहले इराक में अमेरिकी दूतावास पर हमले हुए थे. इसके लिए अमेरिका ने ईरान को जिम्मदार ठहराया है. अमेरिका ने दूतावास पर हुए हमले की जवाबी कार्रवाई में अमेरिकी सुरक्षा बलों ने कार्रवाई की थी.
बता दें कि इसी बीच अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक ट्वीट किया है, जिसमें सिर्फ अमेरिका का झंडा दिखाई दे रहा है. माना जा रहा है कि ट्रंप ने इस ट्वीट से संदेश देने की कोशिश की है. पिछले साल से ही अमेरिका और इरान के बीच तनाव चरम पर है. इसके चलते अमेरिका ने इरान पर काई पाबंदियां लगा रखी हैं.
ईरान का कद्स फोर्स
कद्स फोर्स ईरान की स्पेशल फोर्स आईआरजीसी का एक गुप्त विंग है.
यह मुख्य रूप से विदेशों में कार्य करता है.
इसकी मुख्य भूमिका दूसरे देशों की सीमाओं के अंदर समान विचारधारा वाले समूहों के साथ काम करना है.
कद्स फोर्सेस की तुलना अमेरिकी खुफिया एजेंसी CIA से की जाती है.
अपने काम को अंजाम देने के लिए यह स्थानीय तौर पर संपत्ति भी बनाता है.
अमेरिका इसे आतंकी संगठन मानता है.
अमेरिकी एजेंसी के अनुसार यह हमलों और हत्याओं को अंजाम देता है.
कद्स खुफिया जानकारी भी इकट्ठा करता है.
सीरिया से लेकर वेनेजुएला तक के अभियानों में कद्स की भूमिका रही है.