रांची: पिछले छह महीना से वेतन नहीं मिलने को लेकर और Permanent CMD की मांग को लेकर एचईसी के मजदूरों ने गुरुवार को तीनों प्लांट पर काम ठप कर दिया है. मजदूरों का कहना है कि अगर मजदूरों का वेतन जल्द से जल्द नहीं दिया जाता है तो इनका आंदोलन और भी उग्र होगा. सभी मजदूर एचईसी मुख्यालय के अंदर प्रबंधन के खिलाफ एकत्रित होकर नारेबाजी की. देर शाम तक कोई भी मजदूर काम पर वापस नहीं लौटा है.
इसे भी पढ़ें- Hostage to Officers: एचईसी मजदूरों ने अधिकारियों को बनाया बंधक, 6 महीने से लंबित वेतन की मांग
मजदूरों का कहना है कि जब भी मजदूरों की तरफ से स्थायी सीएमडी की मांग की जाती है तो किसी भी बड़े संस्था के सीएमडी को एचईसी का अतिरिक्त प्रभार दे दिया जाता है. फिलहाल BHEL के सीएमडी नलिन सिंघल को एचईसी का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है. जिससे मजदूरों का कई काम लगातार बाधित हो रहा है. इसलिए मजदूर सीएमडी नलिन सिंघल को हटाने की मांग की. विरोध प्रदर्शन कर रहे मजदूरों का कहना है कि पिछले 3 वर्षों से एचईसी जैसे बड़े संस्थान में Appointment of Permanent CMD नहीं हुई है. अतिरिक्त प्रभार पर सीएमडी को नियुक्त कर काम कराया जा रहा है, जिससे एचईसी के कई काम बाधित हो रहे हैं लेकिन प्रबंधन और केंद्र सरकार इसको लेकर सजग नहीं है.
HEC Mazdoor Union के नेता रामाशंकर बताते हैं 6 महीने से वेतन नहीं मिलने के कारण मजदूर और उनका परिवार भुखमरी के कगार पर पहुंच गया है. बच्चों की स्कूल फीस तक जमा करने के पैसे मजदूरों के पास नहीं है. इसके बावजूद भी प्रबंधन पिछले 6 महीने से वेतन देने पर गंभीरता से विचार तक नहीं कर रहा. वहीं एचईसी के मजदूर विकास तिवारी बताते हैं अगर प्रबंधन और केंद्र सरकार हमारी समस्याओं के समाधान पर विचार नहीं करती है तो हमें मजबूरी में अपने परिवार के साथ एचईसी परिसर में धरने पर बैठना होगा.
एचईसी में हड़ताल!
फिलहाल देर शाम तक कोई भी मजदूर काम पर वापस नहीं लौटा है, जिससे तीनों प्लांट दिनभर बंद रहा. सभी मजदूरों ने काम पर जाने से साफ इनकार कर दिया है. जिससे एचईसी में प्रोडक्शन का काम भी बाधित हो गया. मिली जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि शनिवार को प्रबंधन मजदूरों से बात कर प्लांट का काम शुरू करवाएगी. एक दिन काम ठप होने से एचईसी को करोड़ों का नुकसान होता है. ऐसे में अगर मजदूर अपने वेतन की मांग को लेकर काम ठप करते हैं तो मजदूरों के साथ-साथ और देश के राजस्व को काफी नुकसान होगा.