रांची: राजधानी में कानून की पढ़ाई कर रही छात्रा से 12 लोगों के सामूहिक दुष्कर्म और हैदराबाद में महिला पशु चिकित्सक के साथ हुई दरिंदगी और हत्या के खिलाफ अब लोग सड़क पर उतर आए है. सोमवार की शाम अचानक घरेलू और कॉलेज की छात्राएं सड़क पर उतर आईं और जमकर प्रर्दशन किया. इस दौरान पुलिस अफसरों को महिलाओं ने जमकर खरी खोटी भी सुनाई और सड़क पर हंगामा भी किया.
रांची में हुए सामूहिक दुष्कर्म की वारदात से आक्रोशित सैकड़ों महिलाएं अचानक सड़क पर उतर आईं है. सड़क पर उतरने वाली महिलाएं और छात्राएं न किसी राजनीतिक दल से थी और न ही किसी समाजिक संगठन से, बल्कि दुष्कर्म की वारदातों की खबर सुन-सुन कर अचानक अपनो घरों से निकल आई. आक्रोशित महिलाओं और छत्राओं ने जोरदार नारेबाजी करते हुए रांची के फिरायालाल चौक को जाम कर दिया. इस दौरान उन्हें वहां से हटाने की हिम्मत कोई पुलिस वाला नहीं कर पा रहा था.
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गैस की सब्सिडी नहीं चाहिए सुरक्षा
महिलाओं और छात्राओं ने देखते ही देखते मानव श्रृंखला बना कर सड़क पर प्रर्दशन करना शुरू कर दिया. आक्रोशित महिलाएं और छात्राएं दुष्कर्मियों को फांसी देने की मांग कर रही थी. महिलाओं के प्रदर्शन को देखकर कई पुरुष भी उनका साथ देने लगे. इस कारण वजह रांची के फिरायालाल चौक पूरी तरह से जाम हो गया और शहर जाम के आगोश में समा गया. देश में हो रहे दुष्कर्म की वारदातों से सहमी छात्राओं ने कहा कि उन्हें गैस की सब्सिडी नहीं चाहिए जब यहां रातों रात सरकार बदल सकती है तो फिर दुष्कर्म के आरोपियों को रातों-रात फांसी क्यों नहीं दी जा सकती है.
मौके पर पहुंचे कोतवाली डीएसपी अजीत विमल ने महिलाओं को समझाने की कोशिश की. हालांकि उनके समझाने का भी महिलों पर कोई असर नहीं हुआ और उन्हें भी महिलाओं ने जमकर खरी-खोटी सुनाई. इसी बीच कोतवाली डीएसपी ने महिलाओं को समझाया कि कई एंबुलेंस भी जाम में फंसे हुए हैं, जिसके बाद महिलाएं सड़क से हटी.