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महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लागू होने पर बोलीं वृंदा करात, असंवैधानिक और गैरकानूनी तरीके से लगवाया गया राष्ट्रपति शासन - सीपीआईएम की वरिष्ठ नेत्री वृंदा करात

महाराष्ट्र में लगे राष्ट्रपति शासन पर वृंदा करात ने भाजपा पर किया हमला किया. उन्होंने कहा कि असंवैधानिक और गैरकानूनी तरीके से भाजपा ने महाराष्ट्र में लगवाया राष्ट्रपति शासन.

पूर्व सांसद वृंदा करात
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Published : Nov 12, 2019, 7:27 PM IST

रांचीः सीपीआईएम की वरिष्ठ नेत्री और पूर्व सांसद वृंदा करात ने महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगने के बाद बीजेपी पर हमला किया है. इस दौरान उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से राज्यपाल ने महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश की है. यह निश्चित रूप से असंवैधानिक और गैरकानूनी है, क्योंकि एनसीपी का घोषित समय पूरा होने से पहले ही राज्यपाल ने राष्ट्रपति शासन की सिफारिश कर दी जो असंवैधानिक है.

पूर्व सांसद वृंदा करात का बयान

उन्होंने भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि यूनियन कैबिनेट की सिफारिश करके महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लागू किया गया है. उन्होंने निशाना साधते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी को मालूम है कि वह महाराष्ट्र में सरकार नहीं बना सकती है. इसीलिए उन्होंने अपने सत्ता का दुरुपयोग कर महाराष्ट्र की जनता के जनवादी अधिकारों के उपर और देश के संविधान और संसदीय प्रणाली पर एक जबरदस्त हमला किया है.

एनडीए के घटक दलों के बीच खींचातान
महाराष्ट्र में मतगणना के बाद सरकार बनाने को लेकर एनडीए के घटक दलों के बीच लगातार खींचातान का दौर चल रहा था. जिसे लेकर शिवसेना और भाजपा के बीच पिछले कई दिनों से सहमति बनने को लेकर अंदेशा जताए जा रहे थे, लेकिन शिवसेना के लगातार विरोध किए जाने की वजह से भाजपा ने शिवसेना के सामने घुटने टेक दिए और राज्यपाल के सामने सरकार बनाने को लेकर हाथ खड़े कर दिए.

वहीं दूसरी बड़ी पार्टी होने के नाते शिवसेना को सरकार बनाने के लिए आमंत्रण दिया गया. जहां शिवसेना ने राज्यपाल से 2 दिन से ज्यादा समय की मांग की. जिस पर राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने शिवसेना की मांग को इंकार करते हुए राज्य में राष्ट्रपति शासन की सिफारिश कर दी है.

ये भी पढ़ें- AJSU ने जारी की 12 उम्मीदवारों की लिस्ट, सिल्ली से सुदेश महतो होंगे उम्मीदवार, NDA गठबंधन पर धुंध बरकरार

शिवसेना ने राज्यपाल के फैसले को दी चुनौती
वहीं महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन की सिफारिश करने के बाद शिवसेना ने अपनी नाराजगी जताते हुए राज्यपाल के फैसले को कोर्ट में चुनौती दी है. वहीं सीपीआईएम के वरिष्ठ नेत्री और पूर्व सांसद वृंदा करात ने भी भाजपा पर हमला किया है.

रांचीः सीपीआईएम की वरिष्ठ नेत्री और पूर्व सांसद वृंदा करात ने महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगने के बाद बीजेपी पर हमला किया है. इस दौरान उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से राज्यपाल ने महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश की है. यह निश्चित रूप से असंवैधानिक और गैरकानूनी है, क्योंकि एनसीपी का घोषित समय पूरा होने से पहले ही राज्यपाल ने राष्ट्रपति शासन की सिफारिश कर दी जो असंवैधानिक है.

पूर्व सांसद वृंदा करात का बयान

उन्होंने भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि यूनियन कैबिनेट की सिफारिश करके महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लागू किया गया है. उन्होंने निशाना साधते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी को मालूम है कि वह महाराष्ट्र में सरकार नहीं बना सकती है. इसीलिए उन्होंने अपने सत्ता का दुरुपयोग कर महाराष्ट्र की जनता के जनवादी अधिकारों के उपर और देश के संविधान और संसदीय प्रणाली पर एक जबरदस्त हमला किया है.

एनडीए के घटक दलों के बीच खींचातान
महाराष्ट्र में मतगणना के बाद सरकार बनाने को लेकर एनडीए के घटक दलों के बीच लगातार खींचातान का दौर चल रहा था. जिसे लेकर शिवसेना और भाजपा के बीच पिछले कई दिनों से सहमति बनने को लेकर अंदेशा जताए जा रहे थे, लेकिन शिवसेना के लगातार विरोध किए जाने की वजह से भाजपा ने शिवसेना के सामने घुटने टेक दिए और राज्यपाल के सामने सरकार बनाने को लेकर हाथ खड़े कर दिए.

वहीं दूसरी बड़ी पार्टी होने के नाते शिवसेना को सरकार बनाने के लिए आमंत्रण दिया गया. जहां शिवसेना ने राज्यपाल से 2 दिन से ज्यादा समय की मांग की. जिस पर राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने शिवसेना की मांग को इंकार करते हुए राज्य में राष्ट्रपति शासन की सिफारिश कर दी है.

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शिवसेना ने राज्यपाल के फैसले को दी चुनौती
वहीं महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन की सिफारिश करने के बाद शिवसेना ने अपनी नाराजगी जताते हुए राज्यपाल के फैसले को कोर्ट में चुनौती दी है. वहीं सीपीआईएम के वरिष्ठ नेत्री और पूर्व सांसद वृंदा करात ने भी भाजपा पर हमला किया है.

Intro:सीपीआईएम की वरिष्ठ नेता एवं पूर्व सांसद वृंदा करात ने महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगने के बाद भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि जिस प्रकार से राज्यपाल द्वारा महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश की गई है यह निश्चित रूप से असंवैधानिक और गैरकानूनी है क्योंकि एनसीपी का घोषित समय पूरा होने से पहले ही राज्यपाल ने राष्ट्रपति शासन की सिफारिश कर दी जो असंवैधानिक है ।

उन्होंने भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि यूनियन कैबिनेट की सिफारिश करके महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लागू किया गया है क्योंकि भारतीय जनता पार्टी को मालूम है कि वह महाराष्ट्र में सरकार नहीं बना सकती इसीलिए उन्होंने अपने सत्ता का दुरुपयोग कर महाराष्ट्र की जनता के जनवादी अधिकारों के ऊपर एवं देश के संविधान और संसदीय प्रणाली पर एक जबरदस्त हमला किया है।


Body:महाराष्ट्र में मतगणना के बाद सरकार बनाने को लेकर एनडीए के घटक दलों के बीच लगातार खींचातानी का दौर चल रहा था, जिसको लेकर शिवसेना और भाजपा के बीच पिछले कई दिनों से सहमति बनने को लेकर अंदेशा जताये जा रहे थे, लेकिन शिवसेना द्वारा लगातार विरोध किए जाने के वजह से भाजपा ने शिवसेना के सामने घुटने टेक दिये और राज्यपाल के सामने सरकार बना पाने में भी हाथ खड़े कर दिए, जिसके बाद दूसरी बड़ी पार्टी होने के नाते शिवसेना को सरकार बनाने के लिए आमंत्रण दिया गया,जहां शिवसेना ने राज्यपाल से 2 दिन ज्यादा का समय की मांग की जिस पर राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने शिवसेना की मांग को इंकार करते हुए राज्य में राष्ट्रपति शासन की सिफारिश कर दी।


Conclusion:वहीं आपको बता दें कि महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन की सिफारिश करने के बाद शिवसेना ने अपनी नाराजगी जताते हुए राज्यपाल के फैसले को कोर्ट में चुनौती दी है।

वहीं इसको लेकर सीपीआईएम के वरिष्ठ नेत्री एवं पूर्व सांसद वृंदा करात ने भी भाजपा पर हमला किया है।

बाइट- वृंदा करात,वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता एवं पूर्व सांसद।
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