रांची: 2019 में मॉब लिंचिंग के शिकार हुए तबरेज अंसारी की पत्नी ने मंगलवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से प्रोजेक्ट बिल्डिंग में मुलाकात की. मुख्यमंत्री सोरेन से मुलाकात के दौरान तबरेज की विधवा शाइस्ता परवीन ने उन्हें एक मेमोरेंडम भी सौंपा. जिसमें उसके पति की मौत की सीबीआई जांच की मांग की गई है. साथ ही उन्होंने पूरे मामले की फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई की भी मांग की है. उन्होंने कहा कि अगर सरकार उचित कदम नहीं उठाएगी तो वह आत्महत्या करने को मजबूर होगी.
इंसाफ के लिए दर-दर भटक रही तबरेज की पत्नी
अपने परिजनों के साथ प्रोजेक्ट बिल्डिंग पहुंची शाइस्ता परवीन ने 2 पेज के अपने मेमोरेंडम में साफ लिखा है कि 17 जून 2019 को जमशेदपुर में कई लोगों ने घेरकर उसके पति की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी. इस मामले में पुलिस ने कुछ अभियुक्तों को पकड़ा, लेकिन वह फिलहाल जेल से बाहर हैं. उन्होंने कहा कि पूरे मामले की जांच सीबीआई करे तो सच्चाई सामने आएगी. साथ ही उसने सभी हत्यारों को फांसी की सजा की भी मांग की है, ताकि भविष्य में ऐसी घटना न हो. अपने मेमोरेंडम में उसने साफ लिखा है कि 1 साल से ज्यादा घटना को बीत चुके हैं, लेकिन इंसाफ के लिए वह दर-दर भटक रही है.
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17 जून, 2019 को घटी थी घटना
बता दें कि पूर्ववर्ती बीजेपी सरकार के दौरान हुई इस घटना ने पूरे देश में झारखंड को चर्चा में ला दिया था. दरअसल, 17 जून, 2019 को तबरेज अंसारी के कथित तौर पर धातकीडीह गांव में चोरी के आरोप में स्थानीय लोगों ने पिटाई की. 18 जून को उसे पुलिस ने सदर अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन 22 जून को उसकी तबीयत बिगड़ी और मौत हो गई. इस मामले की गूंज संयुक्त राष्ट्र तक पहुंची थी.