रांची: वनवासी कल्याण केंद्र के झारखंड-बिहार नगर कार्य प्रमुख सह संघ के वरिष्ठ राष्ट्रीय स्वयंसेवक प्रणय दत्त का रविवार रात निधन हो गया. मेडिका में उनका इलाज चल रहा था. जहां उनकी मौत हो गई. पिछले महीने कोरोना महामारी के चपेट में आने के बाद मेडिका अस्पताल में भर्ती हुए थे. जिसके बाद 17 मई को आरोग्य भवन स्थित अपने आवास पर वापस आ गए थे लेकिन फिर से अचानक तबीयत ज्यादा खराब होने की वजह से उन्हें अस्पताल में दोबारा भर्ती कराया गया था.
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पदाधिकारियों ने किया शोक व्यक्त
प्रणय दत्त मूल रूप से बरहगोड़ा के रहने वाले थे. 1983-84 से संघ से जुड़े थे और संघ से जुड़ने के बाद कई जिम्मेदारियां निभाईं. बाद में उन्होंने वनवासी कल्याण केंद्र की जिम्मेदारी सौंप दी गई. झारखंड में वनवासी कल्याण केंद्र से कार्यों को आगे बढ़ाने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है. स्वयंसेवक संघ जुड़े प्रणय दत्त का निधन की खबर से वनवासी कल्याण केंद्र के पदाधिकारियों के साथ-साथ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, विश्व हिंदू परिषद एकल अभियान, विकास भारती आरोग्य भारती सहित अभाविप के पदाधिकारियों ने शोक व्यक्त किया है. उनके पुत्र के हैदराबाद से रांची आने के बाद प्रणय दत्त के पार्थिव शरीर का दाह संस्कार कराया जाएगा.
अर्जुन मुंडा ने किया शोक व्यक्त
वनवासी कल्याण केंद्र के झारखंड बिहार नगर कार्य प्रमुख सह वरिष्ठ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रणय दत्त के निधन पर केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने ट्विटर के माध्यम से दुख व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि कल्याण आश्रम के वरिष्ठ पूर्णकालिक कार्यकर्ता क्षेत्रीय नगर प्रमुख और मेरे बहुत घनिष्ठ प्रणय दत्त के निधन से वह बहुत मर्माहत हैं. उनके साथ मेरा बहुत आत्मीय संबंध रहा है. वनवासी कल्याण केंद्र के माध्यम से उन्होंने देश भर में जनजातियों के लिए शिक्षा और सामाजिक उन्नति के क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य किया. भगवान उन्हें अपने चरणों में स्थान दें और उनके परिवार को यह दुख सहने की शक्ति प्रदान करें.