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सावधान! आप तीसरी आंख की जद में हैं, अंडमान तक पहुंच रहा है चालान

राजधानी रांची में ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वाले लोगों का पीछा ट्रैफिक पुलिस अंडमान निकोबार तक भी नहीं छोड़ रही है. ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों को डाक के माध्यम से अंडमान निकोबार, राजस्थान, दिल्ली, बिहार, ओडिशा तक चालान भेजे जा रहे हैं. हालांकि रांची में अभी भी हर दिन 800 के करीब लोग ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं.

रांची ट्रैफिक सिस्टम
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Published : Mar 16, 2019, 7:56 PM IST

रांची: राजधानी रांची के ट्रैफिक सिस्टम को एक जनवरी 2019 से तीसरी आंख के हवाले कर दिया गया है. तीसरी आंख अपने इस काम को बखूबी अंजाम भी दे रहा. अब ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वाले ट्रैफिक सिपाही पर आरोप भी नहीं लगा सकते हैं कि उन्हें ट्रैफिक पुलिस बेवजह परेशान कर रहा है. अब तो ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वाले लोगों का चालान कट कर सीधे उनके घर पहुंचा दिया जा रहा है. हालांकि रांची में अभी भी हर दिन 800 के करीब लोग ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं.

रांची ट्रैफिक सिस्टम

71 दिन में 54001 लोगों के कटे चालान
राजधानी रांची में ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वाले लोगों का पीछा ट्रैफिक पुलिस अंडमान निकोबार तक भी नहीं छोड़ रही है. ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों को डाक के माध्यम से अंडमान निकोबार, राजस्थान, दिल्ली, बिहार, ओडिशा तक चालान भेजे जा रहे हैं.

हर दिन औसतन 770 राजधानीवासी ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन कर रहे
दरअसल, राजधानी में हर दिन औसतन 770 राजधानीवासी ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं. एक जनवरी 2019 से लेकर 12 मार्च 2019 तक रांची में 54001 लोगों ने ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन किया है. इन सभी के खिलाफ ई-चालान सिस्टम के जरिए जुर्माने का चालान जनरेट हुआ है. जिन लोगों के वाहन के रजिस्ट्रेशन दूसरे राज्यों में करवाया गया है, उन्हें उसी पते पर चालान की रसीद भेजी जा रही है.

कानूनी कार्रवाई
15 मार्च 2019 तक लगभग 16, 000 चालान ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वाले लोगों के पते पर पहुंचाया जा चुका है. जिन लोगों ने ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन किया है उनके घर पर डाक के माध्यम से चालान की रसीद भेजी गई है. अब वे लोग ट्रैफिक एसपी के कार्यालय में पहुंचकर जुर्माने की राशि जमा कर रहे हैं. जो लोग जुर्माने की राशि तय समय में जमा नहीं कर पाएंगे उनके ऊपर विभिन्न धाराओं के तहत कानूनी कार्रवाई के प्रावधान भी हैं.

लाइसेंस होगा सस्पेंड
जिन लोगों ने ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन किया और जब ई-चालान के माध्यम से जुर्माने का चालान उनके घर पहुंचा तो वे लोग ट्रैफिक नियमों के प्रति सचेत हो चुके हैं. लेकिन अभी भी राजधानी रांची में ऐसे लोग मौजूद हैं जो ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करना अपनी शान समझते हैं. ऐसे लोगों से ट्रैफिक पुलिस भी काफी परेशान है. इन लोगों पर विशेष कड़ाई के संकेत ट्रैफिक एसपी ने दिए हैं.

ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन
रांची के ट्रैफिक एसपी अजीत पीटर डुंगडुंग ने बताया कि कई लोग जानबूझकर ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करते हैं और दूसरों के लिए परेशानी का सबब बनते हैं. ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी ट्रैफिक पुलिस ने कर ली है. अगर कोई तीन बार लगातार ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करते हुए पकड़ा जाता है तो छह महीने के लिए उसका ड्राइविंग लाइसेंस सस्पेंड कर दिया जाएगा. अब तक 26 ऐसे लोगों को चिन्हित कर लिया गया है, जिन्होंने जानबूझकर बार-बार ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन किया है.

जेल की हवा भी खानी पड़ सकती है
इन सभी 26 लोगों के ड्राइविंग लाइसेंस को निलंबित करने के लिए डीटीओ के पास अनुशंसा भेज दी गई है. ट्रैफिक एसपी के अनुसार अगर लाइसेंस सस्पेंड होने के बाद भी यह लोग बिना लाइसेंस के वाहन चलाते हुए पाए जाते हैं तो इनके लाइसेंस को रद्द करने की अनुशंसा की जाएगी. अगर वह इससे भी नहीं मानते हैं तो उन्हें सुप्रीम कोर्ट के गाइडलाइंस के अनुसार जेल की हवा भी खानी पड़ सकती है.

रांची से बाहर वालों के लिए ई-चालान बना आफत
राजधानी की ट्रैफिक को सुगम बनाने के लिए ई-चालान सिस्टम को लागू किया गया हैं, जो पूरी तरह से अपना असर भी दिखा रहा है. कुछ लोगों को छोड़ दें तो धीरे-धीरे लोग ट्रैफिक नियमों का पालन करना शुरू कर चुके हैं. लेकिन राजधानी से बाहर वैसे लोग जो राजधानी आते हैं और ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करते हैं उनके लिए ई-चालान सिस्टम किसी आफत से कम नहीं है.

फिलहाल 100 से 200 रुपये तक के ही चालान कट रहे हैं
दरअसल, अभी तक ऑनलाइन चालान जमा करने का काम ट्रैफिक पुलिस के द्वारा शुरू नहीं किया जा सका है. अब अगर ऐसे में वे रांची में ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करते हैं तो उन्हें रांची स्थित ट्रैफिक एसपी के कार्यालय में आकर चालान जमा करना होगा. आमतौर पर वर्तमान में 100 से 200 रुपये तक के ही चालान कट रहे हैं. अब इन पैसों को जमा करने के लिए दूर-दूर से लोगों को रांची आना पड़ रहा है. सबसे अधिक परेशानी उन लोगों को हो रही है जो अंडमान निकोबार जैसे जगह पर रहते हैं लेकिन वहां की रजिस्टर्ड गाड़ियां रांची में चल रही हैं. ई-चालान उसी एड्रेस पर भेजा जा रहा है जो वाहन के रजिस्ट्रेशन में दर्ज किया गया है.

ये भी पढ़ें- 34वें राष्ट्रीय खेल घोटाले में फंसे पूर्व मंत्री बंधु तिर्की, कहा- राजनीति से प्रेरित है घटना

1000 से अधिक ई-चालान दूसरे राज्यों में भेजे गए
ट्रैफिक पुलिस की तरफ से अभी तक लगभग 1000 से अधिक ई-चालान दूसरे राज्यों में भेजे गए हैं. अब जिन्हें डाक के द्वारा चालान मिला है उन्हें चालान लेकर रांची आना पड़ेगा और उसके बाद ही वे चालान को जमा कर पाएंगे.

अप्रैल तक शुरू हो जाएगा ऑनलाइन जमा करने का सिस्टम
रांची के ट्रैफिक एसपी अजीत पीटर डुंगडुंग ने बताया कि ई-चालान सिस्टम में ऑनलाइन जुर्माने की राशि जमा करने के लिए एप तैयार किया जा रहा है, जो अप्रैल के अंत तक काम करने लगेगा. उसके बाद लोग अपने घरों में बैठकर ही चालान की राशि को जमा कर सकते हैं.

रांची: राजधानी रांची के ट्रैफिक सिस्टम को एक जनवरी 2019 से तीसरी आंख के हवाले कर दिया गया है. तीसरी आंख अपने इस काम को बखूबी अंजाम भी दे रहा. अब ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वाले ट्रैफिक सिपाही पर आरोप भी नहीं लगा सकते हैं कि उन्हें ट्रैफिक पुलिस बेवजह परेशान कर रहा है. अब तो ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वाले लोगों का चालान कट कर सीधे उनके घर पहुंचा दिया जा रहा है. हालांकि रांची में अभी भी हर दिन 800 के करीब लोग ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं.

रांची ट्रैफिक सिस्टम

71 दिन में 54001 लोगों के कटे चालान
राजधानी रांची में ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वाले लोगों का पीछा ट्रैफिक पुलिस अंडमान निकोबार तक भी नहीं छोड़ रही है. ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों को डाक के माध्यम से अंडमान निकोबार, राजस्थान, दिल्ली, बिहार, ओडिशा तक चालान भेजे जा रहे हैं.

हर दिन औसतन 770 राजधानीवासी ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन कर रहे
दरअसल, राजधानी में हर दिन औसतन 770 राजधानीवासी ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं. एक जनवरी 2019 से लेकर 12 मार्च 2019 तक रांची में 54001 लोगों ने ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन किया है. इन सभी के खिलाफ ई-चालान सिस्टम के जरिए जुर्माने का चालान जनरेट हुआ है. जिन लोगों के वाहन के रजिस्ट्रेशन दूसरे राज्यों में करवाया गया है, उन्हें उसी पते पर चालान की रसीद भेजी जा रही है.

कानूनी कार्रवाई
15 मार्च 2019 तक लगभग 16, 000 चालान ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वाले लोगों के पते पर पहुंचाया जा चुका है. जिन लोगों ने ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन किया है उनके घर पर डाक के माध्यम से चालान की रसीद भेजी गई है. अब वे लोग ट्रैफिक एसपी के कार्यालय में पहुंचकर जुर्माने की राशि जमा कर रहे हैं. जो लोग जुर्माने की राशि तय समय में जमा नहीं कर पाएंगे उनके ऊपर विभिन्न धाराओं के तहत कानूनी कार्रवाई के प्रावधान भी हैं.

लाइसेंस होगा सस्पेंड
जिन लोगों ने ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन किया और जब ई-चालान के माध्यम से जुर्माने का चालान उनके घर पहुंचा तो वे लोग ट्रैफिक नियमों के प्रति सचेत हो चुके हैं. लेकिन अभी भी राजधानी रांची में ऐसे लोग मौजूद हैं जो ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करना अपनी शान समझते हैं. ऐसे लोगों से ट्रैफिक पुलिस भी काफी परेशान है. इन लोगों पर विशेष कड़ाई के संकेत ट्रैफिक एसपी ने दिए हैं.

ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन
रांची के ट्रैफिक एसपी अजीत पीटर डुंगडुंग ने बताया कि कई लोग जानबूझकर ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करते हैं और दूसरों के लिए परेशानी का सबब बनते हैं. ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी ट्रैफिक पुलिस ने कर ली है. अगर कोई तीन बार लगातार ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करते हुए पकड़ा जाता है तो छह महीने के लिए उसका ड्राइविंग लाइसेंस सस्पेंड कर दिया जाएगा. अब तक 26 ऐसे लोगों को चिन्हित कर लिया गया है, जिन्होंने जानबूझकर बार-बार ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन किया है.

जेल की हवा भी खानी पड़ सकती है
इन सभी 26 लोगों के ड्राइविंग लाइसेंस को निलंबित करने के लिए डीटीओ के पास अनुशंसा भेज दी गई है. ट्रैफिक एसपी के अनुसार अगर लाइसेंस सस्पेंड होने के बाद भी यह लोग बिना लाइसेंस के वाहन चलाते हुए पाए जाते हैं तो इनके लाइसेंस को रद्द करने की अनुशंसा की जाएगी. अगर वह इससे भी नहीं मानते हैं तो उन्हें सुप्रीम कोर्ट के गाइडलाइंस के अनुसार जेल की हवा भी खानी पड़ सकती है.

रांची से बाहर वालों के लिए ई-चालान बना आफत
राजधानी की ट्रैफिक को सुगम बनाने के लिए ई-चालान सिस्टम को लागू किया गया हैं, जो पूरी तरह से अपना असर भी दिखा रहा है. कुछ लोगों को छोड़ दें तो धीरे-धीरे लोग ट्रैफिक नियमों का पालन करना शुरू कर चुके हैं. लेकिन राजधानी से बाहर वैसे लोग जो राजधानी आते हैं और ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करते हैं उनके लिए ई-चालान सिस्टम किसी आफत से कम नहीं है.

फिलहाल 100 से 200 रुपये तक के ही चालान कट रहे हैं
दरअसल, अभी तक ऑनलाइन चालान जमा करने का काम ट्रैफिक पुलिस के द्वारा शुरू नहीं किया जा सका है. अब अगर ऐसे में वे रांची में ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करते हैं तो उन्हें रांची स्थित ट्रैफिक एसपी के कार्यालय में आकर चालान जमा करना होगा. आमतौर पर वर्तमान में 100 से 200 रुपये तक के ही चालान कट रहे हैं. अब इन पैसों को जमा करने के लिए दूर-दूर से लोगों को रांची आना पड़ रहा है. सबसे अधिक परेशानी उन लोगों को हो रही है जो अंडमान निकोबार जैसे जगह पर रहते हैं लेकिन वहां की रजिस्टर्ड गाड़ियां रांची में चल रही हैं. ई-चालान उसी एड्रेस पर भेजा जा रहा है जो वाहन के रजिस्ट्रेशन में दर्ज किया गया है.

ये भी पढ़ें- 34वें राष्ट्रीय खेल घोटाले में फंसे पूर्व मंत्री बंधु तिर्की, कहा- राजनीति से प्रेरित है घटना

1000 से अधिक ई-चालान दूसरे राज्यों में भेजे गए
ट्रैफिक पुलिस की तरफ से अभी तक लगभग 1000 से अधिक ई-चालान दूसरे राज्यों में भेजे गए हैं. अब जिन्हें डाक के द्वारा चालान मिला है उन्हें चालान लेकर रांची आना पड़ेगा और उसके बाद ही वे चालान को जमा कर पाएंगे.

अप्रैल तक शुरू हो जाएगा ऑनलाइन जमा करने का सिस्टम
रांची के ट्रैफिक एसपी अजीत पीटर डुंगडुंग ने बताया कि ई-चालान सिस्टम में ऑनलाइन जुर्माने की राशि जमा करने के लिए एप तैयार किया जा रहा है, जो अप्रैल के अंत तक काम करने लगेगा. उसके बाद लोग अपने घरों में बैठकर ही चालान की राशि को जमा कर सकते हैं.

Intro:राजधानी रांची के ट्रैफिक सिस्टम को 1 जनवरी 2019 से तीसरी आंख के के हवाले कर दिया गया है। तीसरी आंख अपने इस काम को बखूबी अंजाम भी दे रहा। अब ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वाले ट्रैफिक सिपाही पर आरोप भी नही लगा सकते हैं कि उन्हें ट्रैफिक पुलिस बेवजह परेशान कर रहा है। अब तो ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वाले लोगों का चालान कट कर सीधे उनके घर पहुंचा दिया जा रहा है। हालांकि रांची में अभी भी हर दिन 800 के करीब लोग ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं।

71 दिन में 54001 लोगो के कटे चालान

राजधानी रांची में ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वाले लोगों का पीछा ट्रैफिक पुलिस अंडमान निकोबार तक भी नहीं छोड़ रही है। ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों को डाक के माध्यम से अंडमान निकोबार , राजस्थान, दिल्ली ,बिहार ,उड़ीसा तक चालान भेजे जा रहे हैं।दर्शल राजधानी में हर दिन औसतन 770 राजधानीवासी ट्रैफिक नियमो का उलंघन कर रहे है। 1 जनवरी 2019 से लेकर 12 मार्च 2019 तक रांची में 54001 लोगों ने ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन किया है इन सभी के खिलाफ ई चालान सिस्टम के जरिए जुर्माने का चालान जनरेट हुआ है। जिन लोगों के वाहन के रजिस्ट्रेशन दूसरे राज्यों में करवाया गया है उन्हें उसी पते पर चालान की रसीद भेजी जा रही है।15 मार्च 2019 तक लगभग 16000 चालान ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वाले लोगों के पते पर पहुंचा जा चुका है। जिन लोगों ने ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन किया है उनके घर पर डाक के माध्यम से चालान की रसीद भेजी गई है ।अब वे लोग ट्रैफिक एसपी के कार्यालय में पहुंचकर जुर्माने की राशि जमा कर रहे हैं जो लोग जुर्माने की राशि तय समय में जमा नहीं कर पाएंगे उनके ऊपर विभिन्न धाराओं के तहत कानूनी कार्रवाई के प्रावधान भी हैं।

लाइसेंस होगा सस्पेंड

जिन लोगों ने ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन किया और जब ई चालान के माध्यम से जुर्माने का चालान उनके घर पहुंचा तो वे लोग ट्रैफिक नियमों के प्रति सचेत हो चुके हैं ।लेकिन अभी भी राजधानी रांची में ऐसे लोग मौजूद हैं जो ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करना अपनी शान समझते हैं। ऐसे लोगों से ट्रैफिक पुलिस भी काफी परेशान है। इन लोगो पर विशेष कड़ाई के संकेत ट्रैफिक एसपी ने दिए हैं। रांची के ट्रैफिक एसपी अजीत पीटर डुंग डुंग ने बताया कि कई लोग जानबूझकर ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करते हैं और दूसरों के लिए परेशानी का सबब बनते हैं ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी ट्रैफिक पुलिस ने कर ली है। अगर कोई तीन बार लगातार ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करते हुए पकड़ा जाता है तो 6 महीने के लिए उसका ड्राइविंग लाइसेंस सस्पेंड कर दिया जाएगा। अब तक 26 ऐसे लोगों को चिन्हित कर लिया गया है ,जिन्होंने जानबूझकर बार बार ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन किया है ।इन सभी 26 लोगों के ड्राइविंग लाइसेंस को निलंबित करने के लिए डीटीओ के पास अनुशंसा भेज दी गई है। ट्रैफिक एसपी के अनुसार अगर लाइसेंस सस्पेंड होने के बाद भी यह लोग बिना लाइसेंस के वाहन चलाते हुए पाए जाते हैं तो इनके लाइसेंस को रद्द करने की अनुशंसा की जाएगी और अगर वह इससे भी नहीं मानते हैं तो उन्हें सुप्रीम कोर्ट के गाइडलाइंस के अनुसार जेल की हवा भी खानी पड़ सकती है।

रांची से बाहर वालो के लिए ई चालान बना आफत

राजधानी की ट्रैफिक को सुगम बनाने के लिए ई चालान सिस्टम को लागू किया गया है ।जो पूरी तरह से अपना असर भी दिखा रहा है ।कुछ लोगों को छोड़ दें तो धीरे धीरे लोग ट्रैफिक नियमों का पालन करना शुरू कर चुके हैं। लेकिन राजधानी से बाहर वैसे लोग जो राजधानी आते हैं और ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करते हैं उनके लिए इ चालान सिस्टम किसी आफत से कम नहीं है। दरअसल अभी तक ऑनलाइन चालान जमा करने का काम ट्रैफिक पुलिस के द्वारा शुरू नहीं किया जा सका है। अब अगर ऐसे में वे रांची में ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करते हैं तो उन्हें रांची स्थित ट्रैफिक एसपी के कार्यालय में आकर चालान जमा करना होगा ।आमतौर पर वर्तमान में 100 से 200 रुपये तक के ही चालान कट रहे हैं ।अब इन पैसों को जमा करने के लिए दूर दूर से लोगों को रांची आना पड़ रहा है। सबसे अधिक परेशानी उन लोगों को हो रही है जो अंडमान निकोबार जैसे जगह पर रहते हैं लेकिन वहां की रजिस्टर्ड गाड़ियां रांची में चल रही है ।ई चालान उसी एड्रेस पर भेजा जा रहा है जो वाहन के रजिस्ट्रेशन में दर्ज किया गया है। ट्रैफिक पुलिस की तरफ से अभी तक लगभग 1000 से अधिक ई चालान दूसरे राज्यों में भेजे गए हैं ।अब जिन्हें डाक के द्वारा चालान मिला है उन्हें चालान लेकर रांची आना पड़ेगा और उसके बाद ही वे चालान को जमा कर पाएंगे।

अप्रैल तक शुरू हो जाएगा ऑनलाइन जमा करने का सिस्टम

रांची के ट्रैफिक एसपी अजीत पीटर डुंग डुंग ने बताया कि ई चालान सिस्टम में ऑनलाइन जुर्माने की राशि जमा करने के लिए एप तैयार किया जा रहा है ,जो अप्रैल के अंत तक काम करने लगेगा ।उसके बाद लोग अपने घरों में बैठकर ही चालान की राशि को जमा कर सकते हैं।





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