रांची: वैश्विक महामारी कोरोना वायरस को लेकर लागू देशव्यापी लॉकडाउन के बीच केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को बड़ी छूट दी है. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने देश के अलग-अलग जगहों पर फंसे प्रवासी मजदूरों, पर्यटक को और विद्यार्थियों की आवाजाही अनुमति प्रदान की है. इस आदेश के बाद देश के विभिन्न राज्यों में फंसे झारखंड के लगभग 9.55 लाख मजदूर और 30 हजार छात्रों को राज्य लौटने का रास्ता साफ हो गया है. इस फैसले को लेकर कई छात्र और सामाजिक संगठन के लोग स्वागत किया है.
लॉकडाउन के बाद लंबे समय से झारखंड हो या फिर झारखंड के मजदूर और छात्र-छात्रा अन्य राज्यों में फसने की खबरें आ रही थी और कई बार मजदूरों और छात्रों को लाने को लेकर आवाज उठाई जा रही थी. इस सिलसिले में केंद्र ने सभी राज्यों में फंसे छात्र और मजदूरों को आने जाने में छुट देने के बाद छात्रों में उत्साह देखने को मिल रहा है.
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उनका कहना है कि जल्द से जल्द अन्य राज्यों में फंसे छात्रों को लाने पर तत्परता सरकार को दिखानी चाहिए तो ही सामाजिक संगठन के लोग भी इस फैसले का पुरजोर स्वागत की है. वहीं, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से आग्रह किया है कि जल्द से जल्द स्पेशल ट्रेन या फिर बस की व्यवस्था कर अन्य राज्यों में फंसे मजदूर और छात्रों को लाने की व्यवस्था की जाए.