रांचीः एक फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण देश का आम बजट पेश करेंगी. कोरोना की वजह से उपजे हालात के मद्देनजर इस बार बजट बेहद अहम है. रोजगार के लिए तरस रहे युवाओं की कई उम्मीदें हैं. शिक्षा व्यवस्था इतनी महंगी हो गई कि आम छात्रों के सपने नहीं पूरे हो पा रहे हैं. इसे लेकर झारखंड के युवाओं ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. साथ ही आम बजट 2022 कैसा हो इसे लेकर अपनी राय भी दी है.
कोरोना के मद्देनजर शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह चरमराई हुई है. नर्सरी, केजी से लेकर यूजी, पीजी और उच्च शिक्षा पर बेहद बुरा प्रभाव पड़ा है. लोग कोरोना की वजह से बेरोजगार हो गए हैं. बच्चे अनाथ हो गए हैं. कई परिवार उजड़ चुके हैं. इसी बीच 1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण देश का आम बजट पेश करेंगी. कोरोनावायरस की वजह से उपजे हालात के मद्देनजर इस बार का बजट बेहद अहम माना जा रहा है. इस बजट में क्या कुछ खास होगा. आम जनता इस ओर टकटकी निगाहों से ताक रही हैं. वित्त मंत्री से युवाओं को खासा उम्मीदें हैं. झारखंड के युवाओं ने केंद्र सरकार से इस बार के बजट को लेकर कई उम्मीदें पाल रखी है. शिक्षा व्यवस्था इतनी महंगी हो गई है कि आम छात्रों के सपने पूरे नहीं हो पा रहे हैं.
ऑनलाइन पठन पाठन व्यवस्था पर ध्यान देने की जरूरतः सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में ऑनलाइन पठन-पाठन का लाभ विद्यार्थियों को नहीं मिल रहा है. आर्थिक तंगी के कारण ग्रामीण क्षेत्र के लोग शिक्षा से कोसों दूर हो रहे हैं तो दूसरी ओर कई युवाओं के रोजगार कोरोना वायरस पठन-पाठन पूरी तरह स्थगित हो चुके हैं. ऐसे में युवाओं ने अपनी अपनी राय दी है. शिक्षा जगत के लिए युवाओं की मानें तो केंद्र सरकार को विशेष ध्यान देने की जरूरत है. बजट में युवा वर्ग को देखते हुए प्रावधान करना चाहिए तो दूसरी और ऑनलाइन पठन-पाठन में भी इस आम बजट में कुछ खास व्यवस्था होनी चाहिए.
Union Budget 2022: जानिए आम बजट 2022 को लेकर क्या सोचते हैं झारखंड के युवा
आम बजट 2022 से हर वर्ग उम्मीद लगाए बैठा है. युवा वर्ग को भी बजट से काफी उम्मीदें हैं. कोरोना के बाद उपजे हालात को देखते हुए युवाओं को उम्मीद है कि इस बार का बजट रोजगारपरक होगा.
रांचीः एक फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण देश का आम बजट पेश करेंगी. कोरोना की वजह से उपजे हालात के मद्देनजर इस बार बजट बेहद अहम है. रोजगार के लिए तरस रहे युवाओं की कई उम्मीदें हैं. शिक्षा व्यवस्था इतनी महंगी हो गई कि आम छात्रों के सपने नहीं पूरे हो पा रहे हैं. इसे लेकर झारखंड के युवाओं ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. साथ ही आम बजट 2022 कैसा हो इसे लेकर अपनी राय भी दी है.
कोरोना के मद्देनजर शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह चरमराई हुई है. नर्सरी, केजी से लेकर यूजी, पीजी और उच्च शिक्षा पर बेहद बुरा प्रभाव पड़ा है. लोग कोरोना की वजह से बेरोजगार हो गए हैं. बच्चे अनाथ हो गए हैं. कई परिवार उजड़ चुके हैं. इसी बीच 1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण देश का आम बजट पेश करेंगी. कोरोनावायरस की वजह से उपजे हालात के मद्देनजर इस बार का बजट बेहद अहम माना जा रहा है. इस बजट में क्या कुछ खास होगा. आम जनता इस ओर टकटकी निगाहों से ताक रही हैं. वित्त मंत्री से युवाओं को खासा उम्मीदें हैं. झारखंड के युवाओं ने केंद्र सरकार से इस बार के बजट को लेकर कई उम्मीदें पाल रखी है. शिक्षा व्यवस्था इतनी महंगी हो गई है कि आम छात्रों के सपने पूरे नहीं हो पा रहे हैं.
ऑनलाइन पठन पाठन व्यवस्था पर ध्यान देने की जरूरतः सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में ऑनलाइन पठन-पाठन का लाभ विद्यार्थियों को नहीं मिल रहा है. आर्थिक तंगी के कारण ग्रामीण क्षेत्र के लोग शिक्षा से कोसों दूर हो रहे हैं तो दूसरी ओर कई युवाओं के रोजगार कोरोना वायरस पठन-पाठन पूरी तरह स्थगित हो चुके हैं. ऐसे में युवाओं ने अपनी अपनी राय दी है. शिक्षा जगत के लिए युवाओं की मानें तो केंद्र सरकार को विशेष ध्यान देने की जरूरत है. बजट में युवा वर्ग को देखते हुए प्रावधान करना चाहिए तो दूसरी और ऑनलाइन पठन-पाठन में भी इस आम बजट में कुछ खास व्यवस्था होनी चाहिए.