रांची: झारखंड की दो हस्तियों को पद्म पुरस्कार दिए जाने की घोषणा शनिवार की शाम भारत सरकार ने की. ये दोनों पुरस्कार कला के क्षेत्र में दिया गया है. इनमें रातू रांची से मधु मंसूरी हंसमुख और सरायकेला के गुरु शशधर आचार्य को दिया जाएगा.
मधु मंसूरी हंसमुख झारखंड के प्रसिद्ध गायक हैं. उन्होंने कई नागपुरी गाना लीखा और गया है. झारखंड अलग राज्य के आंदोलन के समय उन्होंने कई गीत लिखा और गया. वे झारखंड सरकार से झारखंड रत्न का सम्मान पा चुके हैं. गांव छोड़ब नाहिं और नागपुर कर कोरा इन्होंने ही गया है.
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वहीं, शशधर आचार्य सरायकेला छउ के जाने माने कलाकार हैं. शशधर इस नृत्य परंपरा की पांचवी पीढ़ी के कलाकार हैं. सरायकेला छउ मुख्य रूप से सैन्य नृत्य है, जिसे सैनिक किया करते थे. शशधर के पिता गुरु लिंगराज आचार्य ने उन्हें इस नृत्य की बारीकियों से परिचित कराया है. यही वजह है कि शशधर और उनके तीनों छोटे भाई इस नृत्य शैली को आगे ले जाने में जुटे हुए हैं. बता दें कि 26 जनवरी के मौके पर इस बार 7 हस्तियों को पद्म विभूषण, 16 को पद्म भूषण और 118 को पद्मश्री देने की घोषणा की गई है.
पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने इन दोनों को बधाई दी है. उन्होंने कहा कि प्रसिद्ध लोक गायक और अपने गीतों के माध्यम से झारखंड आंदोलन को धार देने वाले मधु मंसूरी हंसमुख जी और नृत्य को जन-जन तक पहुंचाने वाले गुरु शशिधर आचार्य जी को पद्मश्री सम्मान के लिए हार्दिक बधाई. दोनों कलाकारों ने अपनी कला के माध्यम से झारखंड का मान बढ़ाया है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी विशेष रूप से आभार, जिनके प्रयासों के कारण अब वास्तविक रूप से हकदार लोगों को पद्म पुरस्कार मिल रहे हैं.