ETV Bharat / city

वरिष्ठ कांग्रेसी नेता आरपी राजा के पार्थिव शरीर को दी गई श्रद्धांजलि, प्रदेश अध्यक्ष ने उनके निधन को बताया अपूरणीय क्षति - आर.पी. राजा के पार्थिव शरीर को दी श्रद्धांजलि

रांची के कांग्रेस स्टेट हेड क्वार्टर में वरिष्ठ कांग्रेसी नेता आरपी राजा के पार्थिव शरीर को श्रद्धांजलि दी गई. जहां कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ताओं ने फूल अर्पित कर उनके प्रति संवेदना व्यक्त की. वहीं, प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव ने उनके निधन को एक अपूरणीय क्षति बताया.

Tribute paid to senior Congress leader RP Raja
श्रद्धांजलि देते लोग
author img

By

Published : Dec 26, 2019, 5:48 PM IST

रांची: झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी ने वरिष्ठ कांग्रेसी नेता सह आरआरडीए के पूर्व चेयरमैन आरपी राजा के निधन पर कांग्रेस स्टेट हेड क्वार्टर में उनके पार्थिव शरीर पर फूल अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई. इस मौके पर गुरुवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रामेश्वर उरांव, सीएलपी लीडर आलमगीर आलम समेत कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता समेत झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य उपस्थित रहे.

देखें पूरी खबर

इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष रामेश्वर उरांव ने कहा कि यह एक अपूरणीय क्षति है. उनके साथ उनका व्यक्तिगत संबंध रहा है और वह एक सुलझे हुए व्यक्ति रहे है. उनकी क्षतिपूर्ति को किसी भी हाल में पूरा नहीं किया जा सकता है. वहीं, जेएमएम के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने भी वरिष्ठ कांग्रेसी नेता के निधन पर संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि गुरु जी ने भी संवेदना व्यक्त की है. साथ ही हेमंत सोरेन ने भी उनके परिवार को इस दुख की घड़ी में शक्ति प्रदान करने की कामना की है.

ये भी देखें- रांची: बेटी पर थी सौतेले पिता की गंदी नजर, मां ने हिम्मत दिखाकर भिजवाया जेल

बता दें कि आरपी राजा का निधन मंगलवार की देर रात गुरुग्राम स्थित मेदांता अस्पताल में हो गया था. वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे. उन्होंने 1971 में रांची युवा कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में अपनी राजनीतिक कैरियर की शुरुआत की थी. साथ ही एकीकृत बिहार में प्रदेश युवा कांग्रेस कमिटी के महासचिव बने थे. वहीं, 1979 से लेकर 1985 तक रांची महानगर महासचिव के रूप में पदस्थापित रहे. इसके साथ ही 1993 में रीजनल कांग्रेस कमेटी के गठन के बाद महासचिव बने. इस दौरान 1985 से 1988 तक वह रांची आरआरडीए के चेयरमैन भी रहे.

रांची: झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी ने वरिष्ठ कांग्रेसी नेता सह आरआरडीए के पूर्व चेयरमैन आरपी राजा के निधन पर कांग्रेस स्टेट हेड क्वार्टर में उनके पार्थिव शरीर पर फूल अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई. इस मौके पर गुरुवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रामेश्वर उरांव, सीएलपी लीडर आलमगीर आलम समेत कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता समेत झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य उपस्थित रहे.

देखें पूरी खबर

इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष रामेश्वर उरांव ने कहा कि यह एक अपूरणीय क्षति है. उनके साथ उनका व्यक्तिगत संबंध रहा है और वह एक सुलझे हुए व्यक्ति रहे है. उनकी क्षतिपूर्ति को किसी भी हाल में पूरा नहीं किया जा सकता है. वहीं, जेएमएम के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने भी वरिष्ठ कांग्रेसी नेता के निधन पर संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि गुरु जी ने भी संवेदना व्यक्त की है. साथ ही हेमंत सोरेन ने भी उनके परिवार को इस दुख की घड़ी में शक्ति प्रदान करने की कामना की है.

ये भी देखें- रांची: बेटी पर थी सौतेले पिता की गंदी नजर, मां ने हिम्मत दिखाकर भिजवाया जेल

बता दें कि आरपी राजा का निधन मंगलवार की देर रात गुरुग्राम स्थित मेदांता अस्पताल में हो गया था. वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे. उन्होंने 1971 में रांची युवा कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में अपनी राजनीतिक कैरियर की शुरुआत की थी. साथ ही एकीकृत बिहार में प्रदेश युवा कांग्रेस कमिटी के महासचिव बने थे. वहीं, 1979 से लेकर 1985 तक रांची महानगर महासचिव के रूप में पदस्थापित रहे. इसके साथ ही 1993 में रीजनल कांग्रेस कमेटी के गठन के बाद महासचिव बने. इस दौरान 1985 से 1988 तक वह रांची आरआरडीए के चेयरमैन भी रहे.

Intro:रांची.झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी द्वारा वरिष्ठ कांग्रेसी नेता सह आरआरडीए के पूर्व चेयरमैन आर पी राजा के निधन पर कांग्रेस स्टेट हेड क्वार्टर में उनके पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई। इस मौके पर गुरुवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रामेश्वर उरांव,सीएलपी लीडर आलमगीर आलम समेत कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता समेत झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य उपस्थित रहे।


Body:इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष रामेश्वर उरांव ने कहा कि यह एक अपूरणीय क्षति है। उनके साथ उनका व्यक्तिगत संबंध रहा है और वह एक सुलझे हुए व्यक्ति रहे है। उनकी क्षतिपूर्ति को किसी भी हाल में पूरा नहीं किया जा सकता है। वंही झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने भी वरिष्ठ कांग्रेसी नेता के निधन पर संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि गुरु जी ने भी संवेदना व्यक्त की है। साथ ही हेमंत सोरेन ने भी उनके परिवार को इस दुख की घड़ी में शक्ति प्रदान करने की कामना की है।


Conclusion:बता दें कि आर पी राजा का निधन मंगलवार की देर रात गुरु ग्राम स्थित मेदांता अस्पताल में हो गया था। वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उन्होंने 1971 में रांची युवा कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में अपनी राजनीतिक कैरियर की शुरुआत की थी। साथ ही एकीकृत बिहार में प्रदेश युवा कांग्रेस कमिटी के महासचिव बने। वहीं 1979 से लेकर 1985 तक रांची महानगर महासचिव के रूप में पदस्थापित रहे। साथ ही 1993 में रीजनल कांग्रेस कमेटी के गठन के बाद महासचिव बने। इस दौरान 1985 से 1988 तक वह रांची आरआरडीए के चेयरमैन भी रहे।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.