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UGC की टीम ने किया रांची वीमेंस कॉलेज का निरीक्षण, दोबारा मिल सकता है ऑटोनोमस का दर्जा

रांची वीमेंस कॉलेज को वर्ष 2011 में 6 वर्ष के लिए ऑटोनोमस का दर्जा मिला था जिसकी अवधि 2018 में समाप्त हो गई थी. अब फिर से यूजीसी की टीम इस कॉलेज का निरीक्षण करने सोमवार को रांची पहुंची है.

Ranchi Women's College
यीजीसी के टीम मेंमबर
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Published : Dec 16, 2019, 7:35 PM IST

रांची: यूजीसी की 6 सदस्यीय टीम निरीक्षण के लिए झारखंड दौरे पर पहुंची है. टीम ने रांची वीमेंस कॉलेज के ऑटोनोमस विस्तार के लिए तमाम विभागों का निरीक्षण किया. साथ ही विद्यार्थियों के साथ विशेष रूप से संवाद किया.

वीडियो में देखें पूरी खबर

टीम ने रांची वीमेंस कॉलेज के आर्ट्स, साइंस ब्लॉक के अलावे सभी विभागों का निरीक्षण किया. वहीं शिक्षक कर्मचारियों और विद्यार्थियों के साथ विशेष रूप से चर्चा भी की. परीक्षा विभाग के अलावे हॉस्टल विद्यार्थियों के लिए भी अतिरिक्त सुविधा, एनसीसी, एनएसएस, छात्र संघ के सदस्यों की भूमिका पर भी विशेष रूप से प्राचार्य मंजू सिन्हा के साथ विचार विमर्श किया.

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यूजीसी की 6 सदस्य टीम में 4 सदस्य राष्ट्रीय स्तर के हैं. जबकि 2 सदस्य स्थानीय रूप से मनोनीत किये गये थे. गौरतलब है कि इस कॉलेज को वर्ष 2011 में 6 वर्ष के लिए ऑटोनोमस का दर्जा दिया गया था. जिसकी अवधि 2018 में समाप्त हो गई थी. अब यूजीसी इस कॉलेज को एक बार फिर विस्तार देने पर चर्चा कर रही है.

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वहीं छात्र संघ से जुड़े नेताओं ने इस पहल को सही बताया है. साथ ही विद्यार्थियों का कहना है कि यूजीसी की मान्यता मिलने के बाद कॉलेज और विश्वविद्यालय में पठन-पाठन सुचारू तरीके से होता है. अलग से निगरानी टीम काम करती है. जिससे सिर्फ और सिर्फ विद्यार्थी को ही फायदा मिलता है.

रांची: यूजीसी की 6 सदस्यीय टीम निरीक्षण के लिए झारखंड दौरे पर पहुंची है. टीम ने रांची वीमेंस कॉलेज के ऑटोनोमस विस्तार के लिए तमाम विभागों का निरीक्षण किया. साथ ही विद्यार्थियों के साथ विशेष रूप से संवाद किया.

वीडियो में देखें पूरी खबर

टीम ने रांची वीमेंस कॉलेज के आर्ट्स, साइंस ब्लॉक के अलावे सभी विभागों का निरीक्षण किया. वहीं शिक्षक कर्मचारियों और विद्यार्थियों के साथ विशेष रूप से चर्चा भी की. परीक्षा विभाग के अलावे हॉस्टल विद्यार्थियों के लिए भी अतिरिक्त सुविधा, एनसीसी, एनएसएस, छात्र संघ के सदस्यों की भूमिका पर भी विशेष रूप से प्राचार्य मंजू सिन्हा के साथ विचार विमर्श किया.

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यूजीसी की 6 सदस्य टीम में 4 सदस्य राष्ट्रीय स्तर के हैं. जबकि 2 सदस्य स्थानीय रूप से मनोनीत किये गये थे. गौरतलब है कि इस कॉलेज को वर्ष 2011 में 6 वर्ष के लिए ऑटोनोमस का दर्जा दिया गया था. जिसकी अवधि 2018 में समाप्त हो गई थी. अब यूजीसी इस कॉलेज को एक बार फिर विस्तार देने पर चर्चा कर रही है.

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वहीं छात्र संघ से जुड़े नेताओं ने इस पहल को सही बताया है. साथ ही विद्यार्थियों का कहना है कि यूजीसी की मान्यता मिलने के बाद कॉलेज और विश्वविद्यालय में पठन-पाठन सुचारू तरीके से होता है. अलग से निगरानी टीम काम करती है. जिससे सिर्फ और सिर्फ विद्यार्थी को ही फायदा मिलता है.

Intro:रांची।


रांची विश्वविद्यालय के रांची वोमेन्स कॉलेज को ऑटोनोमस विस्तार के लिए यूजीसी की छ सदस्यीय टीम निरीक्षण करने पहुंचे. इस दौरान कॉलेज के तमाम विभागों का निरीक्षण किया. साथ ही विद्यार्थियों के साथ भी विशेष रूप से संवाद किया.


Body:यूजीसी टीम के सदस्य रांची विमेंस कॉलेज के आर्ट्स, साइंस ब्लॉक के अलावे तमाम विभागों का निरीक्षण किया .वहीं शिक्षक कर्मचारियों और विद्यार्थियों के साथ विशेष रूप से चर्चा भी की गई. परीक्षा विभाग के अलावे हॉस्टल विद्यार्थियों के लिए अतिरिक्त सुविधा ,एनसीसी, एनएसएस ,छात्र संघ के सदस्यों की भूमिका पर भी विशेष रूप से प्राचार्य मंजू सिन्हा के साथ विचार विमर्श किया गया.यूजीसी के 6 सदस्य टीम में 4 सदस्य राष्ट्रीय स्तर के हैं .जो कि 2 सदस्य स्थानीय रूप से मनोनीत किया गया था.

Conclusion:गौरतलब है कि इस कॉलेज को वर्ष 2011 में 6 वर्ष के लिए ऑटोनोमस का दर्जा दिया गया था .जिसकी अवधि 2018 में समाप्त हो गई थी. अब यूजीसी द्वारा इस कॉलेज को एक बार फिर विस्तार देने पर चर्चा हो रही है. वहीं छात्र संघ से जुड़े नेताओं ने इस पहल को सही बताया है. साथ ही विद्यार्थियों का कहना है कि यूजीसी द्वारा मान्यता मिलने के बाद कॉलेज और विश्वविद्यालय में पठन-पाठन सुचारू तरीके से होता है. अलग से निगरानी टीम काम करती है .जिससे सिर्फ और सिर्फ विद्यार्थी को ही फायदा मिलता है.
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