रांची: राज्य के उच्च विद्यालय और प्लस 2 विद्यालयों में लगभग 10 हजार और प्राइमरी के साथ-साथ मिडिल स्कूलों में करीब 22 हजार शिक्षकों के पद रिक्त हैं. अब इन शिक्षकों के रिक्त पदों को भरे जाने की प्रक्रिया स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग कर रही है. इसके साथ ही 2020 टेट परीक्षा के आयोजन की तैयारी भी हो रही है.
राज्य में शिक्षकों की है भारी कमी
झारखंड में 2020 और 2016 के बाद शिक्षक पात्रता परीक्षा अब तक नहीं हुई है. लगातार विद्यार्थियों ने शिक्षक बहाली की मांग कर रही है ताकि स्कूलों में पठन-पाठन सुचारू तरीके से हो सके.
टेट परीक्षा के आयोजन की तैयारी
वहीं, साल 2012 से 2016 के बाद शिक्षक पात्रता परीक्षा अब तक नहीं हुई है. साल 2016 में 50 हजार अभ्यर्थी अभी भी टेट पास होने के बावजूद नियुक्ति के इंतजार में है. ऐसे भी अभ्यर्थी है जिनका टेट प्रमाण पत्र का समय अवधि भी खत्म हो रहा है. हालांकि झारखंड एकेडमिक काउंसिल ने साल 2020 में टेट के आयोजन की तैयारी की जा रही है ताकि नियुक्ति प्रक्रिया में शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को लाभ मिल सके. प्राथमिक, मध्य विद्यालयों में 22 हजार लगभग शिक्षकों के पद खाली है. जबकि हाई और प्लस 2 स्कूलों में 10,000 खाली पद हैं.
रिटायर्ड शिक्षकों की मांगी गई है सूची
इन रिक्त पदों को भरे जाने को लेकर स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों से दिसंबर 2020 तक रिटायर्ड होने वाले शिक्षकों की सूची मांगी गई है ताकि शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया में तेजी लाया जा सके. जानकारी के मुताबिक झारखंड में शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया नई नियमावली के तहत ही होगी.
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झारखंड में हमेशा मुद्दा रहा है शिक्षक नियुक्ति
शिक्षकों की नियुक्ति को लेकर हमेशा ही झारखंड में मुद्दा रहा है. यहां हमेशा ही शिक्षकों की भारी कमी रही है. हेमंत सरकार द्वारा अगर तय समय पर शिक्षक बहाली कर ली जाती है. तो शिक्षा विभाग के लिए बेहतर तो होगा. वहीं विद्यार्थियों को भी इससे फायदा जरूर मिलेगा.