रांची: झारखंड विधानसभा में बुधवार को वित्त वर्ष 2019-20 की 4,210 करोड़ रुपये की अनुपूरक बजट पारित कर दिया गया. विधानसभा में चली गरमा-गरम बहस के बाद द्वितीय अनुपूरक अनुदान मांगों को पारित कर दिया गया. इधर, एनडीए से अलग होते ही सुदेश महतो की तल्ख तेवर बदल गया है.
आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो विधानसभा चर्चा में बीजेपी पर निशाना साधते हुए दिखे. उन्होंने राज्य में चल रहे विभिन्न योजनाओं में केंद्र और राज्य सरकार की भागीदारी को लेकर कहा कि 'भारत में कभी भी किसी राज्य ने अपने खर्चे पर कोई संस्था नहीं बनाई, हर जगह केंद्र की भागीदारी होती है. हमारी कोशिश ये रहनी चाहिए कि केंद्र की भागीदारी ज्यादा से ज्यादा राज्य में हो सके.'
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सुदेश महतो ने पतरातू का जिक्र करते हुए कहा कि 'पतरातू राज्य की संपत्ति थी, लेकिन इस संपत्ति हमने केंद्रीकरण कर दिया. राज्य की जितनी संपत्ति है जो बहुत कम है वह संपंति राज्य के अधिन होना चाहिए'.
रांची-गुमला रेलवे ट्रैक का सच!
रांची से गुमला को जोड़ने वाली रेलवे ट्रैक बनवाने पर सुदेश महतो ने कहा कि 'यह योजना रांची से गुमला और लोहरदगा को जोड़ने के लिए नहीं था, वह कोयला खदान से कोयला निकालने का ट्रैक बनाने का था. झारखंड के कोयला को कैसे निकाल कर भारत की वित्तीय व्यवस्था उपयोग कर पायें और भारत की निर्माण राज्य की भागीदारी सुनिश्चित कर पाएं इसके लिए ट्रैक बनवाया गया था.'