रांची: बहुचर्चित सुचित्रा मिश्रा हत्याकांड में आरोपी राजधानी के एक निजी स्कूल संचालक शशि भूषण मेहता के बीजेपी में ज्वॉइनिंग को लेकर बवाल बढ़ता ही जा रहा है. मृतका के बेटे ने कहा है कि अगर उनकी बात नहीं सुनी गई, तो वो आत्मदाह कर लेगा.
उन्होंने कहा कि इसके विरोध में वो दिल्ली का रुख करेंगे और जरूरत पड़ी तो आमरण अनशन पर बैठ जाएंगे. अभिषेक ने कहा कि जिस तरह से उनकी मां की हत्या कर दी गई और कथित हत्यारों को बीजेपी सिर पर बैठा रही है, इससे व्यवस्था से उनका विश्वास कमजोर होता जा रहा है. वहीं, मेहता की फॉर्मल ज्वॉइनिंग के बाद प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुआ ने कहा कि लोकतंत्र में विरोध होना चाहिए, लेकिन उसकी भी एक सीमा है.
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उन्होंने कहा कि राजनीतिक क्षेत्र में सबका विरोध होता है. वहीं, मिलन समारोह के दौरान सुचित्रा मिश्रा के परिजनों के साथ मारपीट मामले पर उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच की जाएगी. हालांकि जाते-जाते गिलुआ ने कहा कि परिजनों को उन्होंने रोकने का निर्देश दिया था, लेकिन उनके आने के बाद स्थिति और खराब हो गई. उन्होंने कहा कि अगर यह समारोह स्थल तक नहीं आते तो यह घटना नहीं होती.
क्या है पूरा मामला
दरअसल, शशिभूषण मेहता राजधानी के एक निजी स्कूल के संचालक हैं. इसके साथ ही वह पलामू के पांकी विधानसभा इलाके से चुनाव लड़ चुके हैं. आगामी विधानसभा चुनाव 2019 के मद्देनजर कथित तौर पर राजनीतिक महत्वाकांक्षा को पूरा करने के लिए उन्होंने बीजेपी का रुख किया है. दरअसल, 11 मई 2012 को शिक्षिका सुचिता मिश्रा की संदेहास्पद स्थिति में मौत हो गई थी. उनकी हत्या के आरोप में पुलिस ने मेहता को गिरफ्तार भी किया था. इस मामले में कोर्ट में सुनवाई चल रही है. इसके अलावा मेहता के खिलाफ कई आपराधिक मुकदमे भी दर्ज हैं.
पीड़ित परिवार ने पहले ही बीजेपी नेताओं से इस तरह के मिलन समारोह कर उन्हें महिमामंडित नहीं करने की अपील की थी. इस बाबत बीजेपी के नेताओं ने आश्वासन भी दिया था. इसके बावजूद गुरुवार को बीजेपी स्टेट हेड क्वार्टर के पीछे एक बड़ी सभा आयोजित की गई और मिलन समारोह भी संपन्न हुआ.