रांची: पिछले 6 महीने से वेतन नहीं मिलने को लेकर HEC रांची के कर्मियों की हड़ताल जारी है. पिछले 4 दिनों से मजदूर एचईसी के तीनों प्लांट पर नहीं पहुंच रहे हैं जिस वजह से तीनों प्लांट बंद है. इसे लेकर मंगलवार को एचईसी के विभिन्न मजदूर यूनियन और प्रबंधन के बीच बातचीत की गई. जिसमें कोई निर्णय नहीं निकला जिसके बाद एचईसी कर्मियों ने हड़ताल जारी रखने का फैसला किया है.
बैठक में HEC रांची प्रबंधन की ओर से पक्ष रखते हुए एचआरडी के दीपक दुबे और प्रशांत कुमार ने कहा कि कंपनी की आर्थिक स्थिति बेहतर नहीं है. कंपनी कर्मचारियों का सभी बकाया वेतन, यानी सात माह का वेतन देने में असमर्थ है. उन्होंने कहा कि मजदूर अगर अपना काम शुरू करते हैं तो उन्हें दिसंबर के 23 तारीख तक सिर्फ एक महीने का वेतन दिया जाएगा. जिस पर मजदूरों ने साफ मना कर दिया और उन्होंने अपना हड़ताल जारी रखने की बात कही. यूनियन नेता जीतू लोहरा ने बताया कि जबतक प्रबंधन उनके 6 महीने का बकाया वेतन का पूरी तरह से भुगतान नहीं करता तब तक मजदूर अपना काम चालू नहीं करेंगे.
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एचईसी के रिटायर्ड जीएम बताते हैं कि मजदूरों के द्वारा काम बंद करने की वजह से प्रतिदिन लाखों रुपए का नुकसान हो रहा है इसलिए जरूरी है कि प्रबंधन मजदूरों से बात कर कोई हल निकाले ताकि एचईसी अपना काम करते रहे.
HEC रांची में पिछले 5 दिनों से उत्पादन ठप है. कंपनी के कर्मचारी पिछले 6 महीने के वेतन के भुगतान की मांग को हड़ताल पर हैं. इसे लेकर एचईसी प्रबंधन ने 3 दिसंबर को सेंट्रल लेबर कमिश्नर को पत्र के जरिए से सूचित किया था जिसके बाद झारखंड के डिप्टी चीफ लेबर कमिश्नर आनंद कुमार ने समझौता बैठक बुलाया था. लेकिन इस बैठक में प्रबंधन और श्रमिक संगठनों के बीच कोई सहमति नहीं बनी और कर्मचारियों ने हड़ताल जारी रखने का फैसला किया है. कर्मचारियों का कहना है कि एचईसी प्रबंधन बकाया वेतन के भुगतान को लेकर कोई पुख्ता वादा नहीं कर रहे हैं. ऐसे में श्रमिक संगठनों का प्रबंधन से समझौता नहीं हो सकता है.