जमशेदपुर: शहर में झारखंड सरकार के वित्त विभाग का राष्ट्रीय बचत कार्यालय कर्मचारियों की कमी से जूझ रहा है. आधे से कम कर्मचारियों के भरोसे चल रहे इस कार्यालय के कार्यपालक अधिकारी ने काम के प्रभावित होने की बात कही है.
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2008 के बाद नहीं हुई नई निुयक्ति
बिष्टुपुर स्थित राष्ट्रीय बचत कार्यालय में पिछले 14 साल से कर्मचारियों की कमी है. हाल ये है कि साल 2008 के बाद कई कर्मचारियों के सेवानिवृत होने के बाद नई नियुक्ति नहीं हुई है. राष्ट्रीय बचत कार्यालय में कुल सात पद स्वीकृत हैं जिसमें से तीन पर अभी काम कर रहे हैं. जबकि 4 पद खाली हैं. इन्हीं तीन कर्मचारियों के भरोसे पूरा विभाग चल रहा है.
बचत कार्यालय में खाली पद
आपको बता दें कि राष्ट्रीय बचत कार्यालय में 7 में से 4 पद खाली हैं. इसमें सहायक कार्यपालक पदाधिकारी के 2 पद, क्लर्क का एक पद और चालक का एक पद खाली है. कर्मचारियों की कमी के कारण नए अभिकर्ताओं को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. यही वजह है कि वर्तमान में राष्ट्रीय बचत कार्यालय में अभिकर्ताओं की संख्या भी घटकर महज 501 रह गई है. जिसमें रेकरिंग डिपॉजिट के 169 और एसएस स्टैंडराइज्ड, एजेंसी सिस्टम के 332 अभिकर्ता शामिल हैं.
रिटायरमेंट के बाद नियुक्ति नहीं
जमशेदपुर राष्ट्रीय बचत कार्यपालक पदाधिकारी धनंजय उरांव ने बताया कि जमशेदपुर कार्यालय के लिए सात पद स्वीकृत है. लेकिन बीते कई वर्षों से पद नहीं भरे गए हैं. जिसके कारण कार्यालय में काम के अलावे लोगों को अभिकर्ता बनाने के लिए जागरूक करने में परेशानी हो रही है. कर्मचारियों के रिटायर्ड होने के बाद नई नियुक्तयां नहीं होने से काम काज में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
झारखंड में 14 राष्ट्रीय बचत कार्यालय
झारखंड के 14 जिला में राष्ट्रीय बचत कार्यालय है. जिसमें रांची के अलावे जमशेदपुर, बोकारो, गढ़वा, पलामू, गिरिडीह, गुमला, चाईबासा, कोडरमा, हजारीबाग, धनबाद, साहिबगंज, दुमका और देवघर शामिल हैं.