सरायकेला: झारखंड के सरायकेला जिले में हुए कथित मॉब लिंचिंग की घटना के मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. इस मामले में लापरवाही के आरोप में खरसावां के थानेदार चंद्रमोहन उरांव और सीनी ओपी प्रभारी विपिन बिहारी सिंह को निलंबित किया गया है.
सरायकेला थानेदार के खिलाफ विभागीय कार्रवाई
सरायकेला थानेदार के खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू की गई है. राज्य पुलिस ने इसे प्रथम दृष्टया चोरी करते पकड़ाने पर हुई पिटाई से मौत का मामला माना है. इस मामले को लेकर एक रिपोर्ट भी गृह मंत्रालय को सौंपी गई है.
डीजीपी का दावा: चोरी के दौरान हुई है घटना
झारखंड के डीजीपी कमल नयन चौबे ने सोमवार को पुलिस मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि 17 जून की रात मुरमू गांव में मृतक तबरेज अंसारी अपने दो साथियों के साथ आया था. इस दौरान तीनों ने बाइक, मोबाइल और पर्स की चोरी की थी. चोरी के बाद वह पड़ोस के धातकीडीह गांव में कमल महतो के यहां चोरी करने घुसे थे, जहां ग्रामीणों ने तबरेज को पकड़ लिया, उसके दो साथी मौके से भाग निकले.
5 को जेल, चार आरोपियों की तलाश जारी
इस दौरान ग्रामीणों ने तबरेज की पिटाई कर दी, जिससे वह घायल हो गया. 18 जून की सुबह सीनी ओपी पुलिस उसे पकड़ कर लाई. चोरी की एफआईआर दर्ज होने के बाद उसे जेल भेज दिया गया था. जेल भेजने के पहले पुलिस ने तबरेज का मेडिकल जांच भी करवाया था. लेकिन 22 जून को जेल में तबरेज ने दर्द की शिकायत की, उसे जब अस्पताल लाया गया उसकी मौत हो गई. डीजीपी ने कि कहा कि तबरेज के साथ मारपीट की वजह से मौत के मामले में एफआईआर दर्ज कर पांच आरोपियों पप्पू मंडल, कमल महतो, भीम मंडल, प्रेमचंद महली, सोनामू प्रधान को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. बाकि चार आरोपियों की तलाश जारी है, लेकिन घटना के बाद आरोपी गांव से फरार हो गए हैं.
ये भी पढ़ें- नाबालिग लड़की को शादी का झांसा देकर मिटाता रहा हवस, अब गिरफ्तार
वीडियो को भेजा जाएगा एफएसएल
डीजीपी ने कहा कि घटना के बाद एक वीडियो वायरल हो रही है, जिसमें लोग पिटाई कर रहे हैं और धार्मिक नारा लगाने को कहा जा रहा है. डीजीपी ने कहा कि इस वीडियो की सत्यता की जांच के लिए एफएसएल भेजा जाएगा. पुलिस अधिकारी मान रहे हैं कि वीडियो के साथ छेड़छाड़ कर आवाज डाली गई है. डीजीपी ने बताया कि घटना के बाद पुलिस द्वारा पिटाई की बात नहीं कही गई थी.
गृह विभाग को भेजी गई रिपोर्ट में डीसी ने क्या लिखा
- अनुमंडल पदाधिकारी सरायकेला की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया गया है. मुख्यायल डीएसपी, मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी सरायकेला- खरसावां से 48 घंटे में रिपोर्ट मांगी गई है.
- गृह विभाग को भेजे रिपोर्ट में भी चोरी करते पकड़े जाने के बाद पिटाई का जिक्र है. बताया गया है कि चोरी करते तबरेज पकड़ा गया, जबकि उसके दो साथी नुमैर अली और शेख इरफान भाग निकले.
- 18 जून की सुबह पांच बजे तबरेज को थाने लाया गया, इसके बाद उसे प्राथमिक चिकित्सा के लिए ले जाया गया था. चोरी की बाइक और अन्य सामान भी बरामद की गई थी. तबरेज की मौत के बाद उसके परिजनों के द्वारा दर्ज कराए गए एफआईआर के आधार पर पांच गिरफ्तार हुए हैं.
- आंतरिक जांच में पुलिसकर्मियों की लापरवाही आई है. घटना के संबंध में लिंचिंग का मामला पहले दर्ज नहीं किया गया था. वहीं वरीय अधिकारियों को प्रतिवेदन नहीं दिया गया था.