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मध्यप्रदेश में जेलब्रेक करने वाले अपराधियों की झारखंड में तलाश

मध्यप्रदेश के नीमच जेल ब्रेक के आरोपियों की तलाश झारखंड पुलिस को भी है. मध्यप्रदेश पुलिस ने झारखंड के डीजीपी कमलनयन चौबे को पत्र लिखकर अपराधी की गिरफ्तारी की मांग की है. डीजीपी के आदेश पर जेल ब्रेक के आरोपियों की तलाश के लिए सीआईडी के आईजी संगठित अपराध रंजीत प्रसाद ने सभी जिलों के एसपी व रेल एसपी को पत्र भेजा है.

सीआईडी झारखंड
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Published : Aug 15, 2019, 6:44 AM IST

रांची: मध्यप्रदेश के नीमच जेल ब्रेक के आरोपियों की तलाश झारखंड पुलिस को भी है. मध्यप्रदेश पुलिस ने 23 जून को जेलब्रेक में फरार हुए तीन आरोपियों के झारखंड में छिपे होने की आशंका पर डीजीपी कमलनयन चौबे को पत्र लिखा है. पत्र में अपराधियों की गिरफ्तारी में सहयोग मांगा है.

तलाश में जुटी सीआईडी
डीजीपी के आदेश पर जेल ब्रेक के आरोपियों की तलाश के लिए सीआईडी के आईजी संगठित अपराध रंजीत प्रसाद ने सभी जिलों के एसपी व रेल एसपी को पत्र भेजा है. जिलों की पुलिस के द्वारा व रेल पुलिस के पास तीनों आरोपियों की तस्वीर भी भेजी गई है, जिसके आधार पर पुलिस आरोपियों को तलाश रही है.


कौन-कौन हुआ है फरार
23 जून को नीमच के कनावटी जेल से चार कैदी लेखराम बावरी, नार सिंह बंजारा, दूबे लाल और पंकज मोंगिया फरार हो गए थे. पुलिस ने लेखराम को मध्यप्रदेश और राजस्थान की सीमा से गिरफ्तार किया था. लेखराम को पुलिस ने तब गिरफ्तार किया था, जब वह अपने परिवार से मिलने मंदसौर के चंदवासा जा रहा था. लेखराम ने गिरफ्तारी के बाद बाकि तीन आरोपियों के झारखंड, बिहार भागने की जानकारी दी थी, जिसके बाद भोपाल एसएसआर डीएसपी ने झारखंड पुलिस से पत्राचार किया था.


किन मामलों में सजायाफ्ता थे आरोपी
झारखंड पुलिस को भेजी गई जानकारी में मध्यप्रदेश पुलिस ने बताया है कि तीनों अपराधी काफी कुख्यात किस्म के हैं. नार सिंह को एनडीपीएस के केस में 10 साल की सजा मिली हुई है. वहीं मध्यप्रदेश के ही मंडला निवासी दूबे लाल को दुष्कर्म के मामले में दस साल की सजा मिली है. तीसरा फरार अपराधी पंकज भी मादक द्रव्य की तस्करी करनेवाले गिरोह से जुड़ा है. उसके खिलाफ भी कई मामले चल रहे हैं.


क्या है झारखंड पुलिस को निर्देश
सीआईडी आईजी रंजीत प्रसाद ने झारखंड के सभी जिलों के एसपी को बताया है कि तीनों अपराधियों के खिलाफ लूक आउट सर्कुलर जारी किया गया है. तीनों के संबंध में कोई जानकारी मिले तो तत्काल गिरफ्तारी की कार्रवाई करें. आईजी ने जिलों के एसपी को निर्देश दिया है कि तीनों अपराधियों में किसी के बारे में सूचना या गिरफ्तारी होने पर नीमच के एसपी, जिला कंट्रोलरूम या एसएसआर भोपाल डीएसपी को अवगत कराएं.

रांची: मध्यप्रदेश के नीमच जेल ब्रेक के आरोपियों की तलाश झारखंड पुलिस को भी है. मध्यप्रदेश पुलिस ने 23 जून को जेलब्रेक में फरार हुए तीन आरोपियों के झारखंड में छिपे होने की आशंका पर डीजीपी कमलनयन चौबे को पत्र लिखा है. पत्र में अपराधियों की गिरफ्तारी में सहयोग मांगा है.

तलाश में जुटी सीआईडी
डीजीपी के आदेश पर जेल ब्रेक के आरोपियों की तलाश के लिए सीआईडी के आईजी संगठित अपराध रंजीत प्रसाद ने सभी जिलों के एसपी व रेल एसपी को पत्र भेजा है. जिलों की पुलिस के द्वारा व रेल पुलिस के पास तीनों आरोपियों की तस्वीर भी भेजी गई है, जिसके आधार पर पुलिस आरोपियों को तलाश रही है.


कौन-कौन हुआ है फरार
23 जून को नीमच के कनावटी जेल से चार कैदी लेखराम बावरी, नार सिंह बंजारा, दूबे लाल और पंकज मोंगिया फरार हो गए थे. पुलिस ने लेखराम को मध्यप्रदेश और राजस्थान की सीमा से गिरफ्तार किया था. लेखराम को पुलिस ने तब गिरफ्तार किया था, जब वह अपने परिवार से मिलने मंदसौर के चंदवासा जा रहा था. लेखराम ने गिरफ्तारी के बाद बाकि तीन आरोपियों के झारखंड, बिहार भागने की जानकारी दी थी, जिसके बाद भोपाल एसएसआर डीएसपी ने झारखंड पुलिस से पत्राचार किया था.


किन मामलों में सजायाफ्ता थे आरोपी
झारखंड पुलिस को भेजी गई जानकारी में मध्यप्रदेश पुलिस ने बताया है कि तीनों अपराधी काफी कुख्यात किस्म के हैं. नार सिंह को एनडीपीएस के केस में 10 साल की सजा मिली हुई है. वहीं मध्यप्रदेश के ही मंडला निवासी दूबे लाल को दुष्कर्म के मामले में दस साल की सजा मिली है. तीसरा फरार अपराधी पंकज भी मादक द्रव्य की तस्करी करनेवाले गिरोह से जुड़ा है. उसके खिलाफ भी कई मामले चल रहे हैं.


क्या है झारखंड पुलिस को निर्देश
सीआईडी आईजी रंजीत प्रसाद ने झारखंड के सभी जिलों के एसपी को बताया है कि तीनों अपराधियों के खिलाफ लूक आउट सर्कुलर जारी किया गया है. तीनों के संबंध में कोई जानकारी मिले तो तत्काल गिरफ्तारी की कार्रवाई करें. आईजी ने जिलों के एसपी को निर्देश दिया है कि तीनों अपराधियों में किसी के बारे में सूचना या गिरफ्तारी होने पर नीमच के एसपी, जिला कंट्रोलरूम या एसएसआर भोपाल डीएसपी को अवगत कराएं.

Intro:मध्यप्रदेश में जेलब्रेक करने वाले अपराधियों की झारखंड में तलाश

रांची।
मध्यप्रदेश के नीमच जेल ब्रेक के आरोपियों की तलाश झारखंड पुलिस को भी है। मध्यप्रदेश पुलिस ने 23 जून को जेलब्रेक में फरार हुए तीन आरोपियों के झारखंड में छिपे होने की आशंका को लेकर डीजीपी कमलनयन चौबे को पत्र लिखा अपरधियो की गिरफ्तारी में सहयोग मांगा है।


सीआईडी भी जुटी तलाश में

डीजीपी के आदेश पर जेल ब्रेक के आरोपियों की तलाश के लिए सीआईडी के आईजी संगठित अपराध रंजीत प्रसाद ने सभी जिलों के एसपी व रेल एसपी को पत्र भेजा है। जिलों की पुलिस के द्वारा व रेल पुलिस के पास तीनों आरोपियों की तस्वीर भी भेजी गई है, जिसके आधार पर पुलिस आरोपियों को तलाश रही है।

कौन कौन हुआ है फरार
23 जून को नीमच के कनावटी जेल से चार कैदी लेखराम बावरी, नार सिंह बंजारा , दूबे लाल और पंकज मोंगिया फरार हो गए थे। पुलिस ने लेखराम को मध्यप्रदेश और राजस्थान की सीमा से गिरफ्तार किया था। लेखराम को पुलिस ने तब गिरफ्तार किया था, जब वह अपने परिवार से मिलने मंदसौर के चंदवासा जा रहा था। लेखराम ने गिरफ्तारी के बाद बाकि तीन आरोपियों के झारखंड, बिहार भागने की जानकारी दी थी। जिसके बाद भोपाल एसएसआर डीएसपी ने झारखंड पुलिस से पत्राचार किया था।

किन मामलों में सजायाफ्ता थे आरोपी

झारखंड पुलिस को भेजी गई जानकारी में मध्यप्रदेश पुलिस ने बताया है कि तीनों अपराधी काफी कुख्यात किस्म के हैं। नार सिंह को एनडीपीएस के केस में 10 साल की सजा मिली हुई है। वहीं मध्यप्रदेश के ही मंडला निवासी दूबे लाल को दुष्कर्म के मामले में दस साल की सजा मिली है। तीसरा फरार अपराधी पंकज भी मादक द्रव्य की तस्करी करनेवाले गिरोह से जुड़ा है। उसके खिलाफ भी कई मामले चल रहे हैं।

क्या है झारखंड पुलिस को निर्देश
सीआईडी आईजी रंजीत प्रसाद ने झारखंड के सभी जिलों के एसपी को बताया है कि तीनों अपराधियों के खिलाफ लूक आउट सर्कुलर जारी किया गया है। तीनों के संबंध में कोई जानकारी मिले तो तत्काल गिरफ्तारी की कार्रवाई करें। आईजी ने जिलों के एसपी को निर्देश दिया है कि तीनों अपराधियों में किसी के बारे में सूचना या गिरफ्तारी होने पर नीमच के एसपी, जिला कंट्रोलरूम या एसएसआर भोपाल डीएसपी को अवगत कराएं।Body:1Conclusion:2
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