रांचीः झारखंड विधानसभा में अगलगी की घटना में साजिश की आशंका को देखते हुए रांची पुलिस ने पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है. गुरुवार को आग लगी वाले हिस्से में जांच करने रांची पुलिस के अधिकारी और फॉरेंसिक साइंस लैबोरेट्री की टीम पहुंची. टीम ने पूरे दिन आग लगी के बाद फैले मलबे में आग लगी के सुराग तलाशे.
एफएसएल की टीम ने विधानसभा भवन के ग्राउंड फ्लोर और फर्स्ट फ्लोर के पावर रूम, स्विच बोर्ड, इलेक्ट्रिक सर्किट, इनटारगेटेड इंटेलिजेंट बिल्डिंग मैनेजमेंट सिस्टम, सहित कई उपकरणों की गहनता से जांच की. बताया जा रहा है कि स्विच बोर्ड और चेंजर में कुछ स्पार्क के निशान मिले हैं. उन निशान का पता लगाने में एफएसएल की टीम जुटी हुई है. हालांकि आग लगी के कारण अब तक स्पष्ट नहीं हुए हैं.
एफएसएल की टीम आग लगने के कारणों का पता लगाने में जुटी
एफएसएल की टीम मलबा और सिस्टम के सैंपल को लेकर उनके केमिकल जांच करेगी. घटना की जांच करने खुद रांची के एसएसपी अनीश गुप्ता भी पहुंचे थे. उन्होंने विधानसभा का निर्माण कर रही रामकृपाल कंस्ट्रक्शन कंपनी के जीएम अमरनाथ झा सहित अन्य अधिकारियों से पूरी घटना की जानकारी ली. रांची एसएसपी अनीश गुप्ता ने आग लगी की घटना के जांच के लिए एक विशेष टीम का भी गठन किया है. टीम में शामिल अधिकारी पूरे मामले की जांच कर उन्हें रिपोर्ट करेंगे.
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अगलगी से पहले विधानसभा में हुई थी मिटिंग
एसएसपी के पूछताछ के दौरान कंपनी के जीएम ने बताया कि बुधवार की शाम 7:30 तक अधिकारियों और और साइट इंचार्ज की एक मीटिंग हुई थी. जिसके बाद वह लोग वहां से निकल गए इसके बाद साइड में लगे गार्ड और मजदूरों ने गेट को लॉक कर दिया था, लेकिन इससे कुछ ही देर बाद अचानक विधानसभा भवन के एक छोर से धुआं उठने लगा. धुंआ देख वहां लगे फायर फाइटिंग सिस्टम से आग बुझाने की कोशिश की गई लेकिन तेजी से पकड़ती आग ने अचानक भयावह रूप ले लिया था. जिसके बाद फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई और फायर ब्रिगेड के 12 वाहनों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया.
फाइनल टच कर सरकार को सौंपा जाएगा विधानसभा भवन
विधानसभा भवन में आग लगने की घटना के बाद पूरे प्रशासनिक महकमे में खलबली मची हुई है, रांची के सीनियर एसपी सहित कई अधिकारी गुरुवार की सुबह से ही मामले की जांच में जुटे हुए है. आग लगी के बाद घटनास्थल पर पहुंचे भवन निर्माण विभाग के सचिव सुनील कुमार ने बताया कि इस अगलगी की घटना के बाद जल्द ही जले हुए एरिया को रिनोवेट कर लिया जाएगा. सारी भरपाई को पूरी करते हुए जल्द ही नया विधानसभा भवन नई सरकार को सौंप दिया जाएगा. दावा यह भी किया गया है कि 15 दिनों के भीतर इसकी भरपाई पूरी कर फिर से विधानसभा भवन को पूरी तरह से तैयार कर लिया जाएगा. जबकि इस मामले को लेकर रामकृपाल कंट्रक्शन के जीएम अमरनाथ झा ने कहा कि 10 दिनों के भीतर नुकसान की भरपाई कर ली जाएगी. दोबारा फाइनल टच कर विधानसभा भवन सरकार को सौंप दिया जाएगा.