रांची: आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल से ईडी की पूछताछ जारी है, लेकिन साहिबगंज के डीएमओ विभूति ईडी दफ्तर कब आएंगे इसे लेकर अभी भी संशय बरकरार है. दो बार समन दिए जाने के बावजूद विभूति ईडी दफ्तर नहीं पहुंचे हैं, जिसकी वजह से ईडी की जांच की प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ पा रही है. माना जा रहा था डीएमओ आज (21 मई 2022) को ईडी के समक्ष हाजिर हो सकते हैं. लेकिन शनिवार को भी वो नहीं पहुंचे. इससे पहले 16 मई को समन देकर ईडी ने विभूति कुमार को पूछताछ के लिए बुलाया था. तब बेटी की शादी का हवाला देकर वह एजेंसी के समक्ष हाजिर नहीं हुए. विभूति कुमार के ईडी के समक्ष हाजिर नहीं होने से सुमन कुमार के आमने सामने बैठाकर पूछताछ नहीं हो पायी है.
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तीन सवालों का जवाब तलाश रही ईडी: दरअसल ईडी को अपने तीन सवालों के जवाब हर हाल में चाहिए. पहला यह कि पूजा सिंघल के अस्पताल पल्स में किन-किन लोगों के पैसे लगे हैं ,दूसरा सीए सुमन के यहां से जो करोड़ो रूपये मिले वो किसके है और तीसरा अवैध खनन के लिए बदनाम संथाल इलाके में कौन सा वो सफेदपोश है जो अवैध खनन का मास्टरमाइंड है. इन सवालों के जवाब में साहिबगंज डीएमओ विभूति सहायक सिद्ध हो सकते हैं यही वजह है कि ईडी की टीम हर हाल में विभूति से पूछताछ करना चाहती है.
निशिकांत दुबे ने उठाया था सवाल: डीएमओ विभूति कुमार के ईडी के समक्ष हाजिर नहीं होने पर गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने ट्वीट किया है कि साहिबगंज जिला खनन पदाधिकारी विभूति कुमार ईडी के समन से बहाना बनाकर भाग रहा है. विभूति पर करोड़ों की कमाई का और दूसरे के लिए काम करने का आरोप लग रहा है. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि आख़िर इस अधिकारी को भगा कौन रहा है और इसके सामने से किसे सबसे ज्यादा खतरा है.